Prayagraj Mahakumbh: सीएम योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा के साथ महाकुंभ क्षेत्र का दौरा और मचते हुए हादसे की जांच

Prayagraj Mahakumbh: सीएम योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा के साथ महाकुंभ क्षेत्र का दौरा और मचते हुए हादसे की जांच

Prayagraj Mahakumbh: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में आस्था के लाखों श्रद्धालु स्नान करने के लिए पहुंच रहे हैं, वहीं इस महाकुंभ के दौरान हुई भगदड़ ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। 29 जनवरी को माघ मास की ‘मौनी अमावस्या’ के दिन महाकुंभ में हुई भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई और 90 से अधिक लोग घायल हो गए। यह हादसा महाकुंभ के इतिहास में एक काला अध्याय बनकर उभरा है, जिसमें भारी भीड़ के कारण यह दर्दनाक घटना घटी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस हादसे के बाद महाकुंभ का दौरा करने जा रहे हैं, और उन्होंने अपनी यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का संकल्प लिया है।

माघ मेला में भगदड़ और मुख्यमंत्री का संदेश

महाकुंभ के आयोजन के दौरान लाखों लोग एकत्र होते हैं और यहाँ आस्था का संगम होता है, लेकिन 29 जनवरी को हुई भगदड़ ने इस पवित्र स्थल पर सुरक्षा की गंभीरता को उजागर किया। इस हादसे में 30 लोगों की जान चली गई, जबकि 90 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे के बाद राज्य सरकार की ओर से सभी श्रद्धालुओं से अपील की थी कि वे जहां भी हों, अपनी जान की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नजदीकी घाट पर स्नान करें।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने हादसे के बाद श्रद्धालुओं को एकजुट रहने और हर हाल में सुरक्षित रहने की अपील की थी। उन्होंने यह भी कहा था कि प्रशासन इस हादसे के बाद पूरी सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करेगा, ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाएँ न हों।

Prayagraj Mahakumbh: सीएम योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा के साथ महाकुंभ क्षेत्र का दौरा और मचते हुए हादसे की जांच

महाकुंभ में सीएम योगी का दौरा: सुरक्षा का ध्यान

सीएम योगी आदित्यनाथ अब महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा की स्थिति का जायजा लेने के लिए शनिवार को प्रयागराज पहुंचने वाले हैं। इस दौरान वह कई महत्वपूर्ण स्थानों का दौरा करेंगे। सबसे पहले, सीएम योगी आदित्यनाथ Satua Baba Ashram (सेक्टर 21) और Bharat Seva Shram Camp (सेक्टर 5) का दौरा करेंगे। इन स्थलों का दौरा वह इसलिए कर रहे हैं ताकि वे यह सुनिश्चित कर सकें कि यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं को हर संभव सुरक्षा और सुविधाएँ मिल सकें।

इसके अलावा, सीएम योगी आदित्यनाथ महाकुंभ में आने वाले विभिन्न देशों के प्रमुख प्रतिनिधियों से भी मिलेंगे। इस दौरान वह Mela Circuit House में अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात करेंगे, जिसमें 77 देशों के दूतावासों के प्रमुख, उनके सहयोगी और अन्य विदेश नीति से जुड़े लोग शामिल होंगे। इस प्रतिनिधिमंडल में कुल 118 सदस्य शामिल हैं, और यह महाकुंभ में एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण को प्रदर्शित करता है।

भगदड़ की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन

महाकुंभ के दौरान हुई इस भगदड़ की घटना के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। राज्य सरकार ने हादसे की जांच के लिए एक तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है, जो इस घटना के कारणों और परिस्थितियों की जांच करेगी। यह जांच आयोग यह जानने का प्रयास करेगा कि यह हादसा कैसे हुआ और किस कारण यह इतनी बड़ी घटना बन गई। इसके बाद आयोग अपने सुझाव देगा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके और महाकुंभ जैसे आयोजन सुरक्षित रूप से संपन्न हो सकें।

जांच आयोग की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश के पूर्व न्यायधीश हरश कुमार करेंगे, और इसके अन्य सदस्य होंगे – पूर्व आईएएस अधिकारी डीके सिंह और पूर्व आईपीएस अधिकारी वीके गुप्ता। आयोग को सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा एक महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है। आयोग का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हो और महाकुंभ जैसे भव्य आयोजन सुरक्षित और सुलभ रूप से संपन्न हों।

महाकुंभ में सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ किया जाएगा

प्रयागराज महाकुंभ के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अब और कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे के दौरान सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी। पूरे महाकुंभ क्षेत्र में पुलिस की तैनाती को मजबूत किया जाएगा, और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विशेष इंतजाम किए जाएंगे। महाकुंभ में लाखों लोग एकत्र होते हैं, इसलिए सुरक्षा बलों को इस बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजामों के साथ तैनात किया जाएगा।

साथ ही, प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि हर गंगा घाट पर पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मी तैनात हों, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। मेडिकल सुविधाओं का भी विस्तार किया जा रहा है, ताकि घायल लोगों को तत्काल उपचार मिल सके।

सरकार द्वारा दी गई आर्थिक मदद

इस हादसे में मृतकों के परिवारों को सरकार की ओर से सहायता प्रदान की जा रही है। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस भगदड़ में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को 25 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। इसके अलावा, घायल लोगों को चिकित्सा उपचार के लिए भी विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं। सरकार ने मृतकों के परिवारों को मदद देने के साथ-साथ भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने का भरोसा भी दिलाया है।

महाकुंभ भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का एक अभिन्न हिस्सा है, और इस आयोजन से लाखों श्रद्धालु जुड़ते हैं। इस साल की घटना ने प्रशासन और सरकार के सामने एक गंभीर सुरक्षा चुनौती प्रस्तुत की है, लेकिन इसके बावजूद सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का महाकुंभ में इस घटना के बाद दौरा और श्रद्धालुओं के सुरक्षा के लिए किए जा रहे प्रयास उम्मीद की किरण साबित हो सकते हैं। इसके साथ ही, राज्य सरकार का यह निर्णय कि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे, यह दर्शाता है कि उत्तर प्रदेश सरकार अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से ले रही है और हर संभव प्रयास करेगी कि महाकुंभ भविष्य में सुरक्षित रूप से आयोजित हो।