Budget 2025: वित्त मंत्री की बजट में बड़ी घोषणाएँ, शिक्षा, नवाचार और डिजिटल कनेक्टिविटी के क्षेत्र में ऐतिहासिक कदम

Budget 2025: वित्त मंत्री की बजट में बड़ी घोषणाएँ, शिक्षा, नवाचार और डिजिटल कनेक्टिविटी के क्षेत्र में ऐतिहासिक कदम

Budget 2025: आज संसद में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश का बजट पेश किया, जिसमें कई महत्वपूर्ण घोषणाएँ की गईं। इन घोषणाओं का सीधा असर शिक्षा, विज्ञान, प्रौद्योगिकी और संस्कृति के क्षेत्र में होने वाला है। वित्त मंत्री ने कई अहम योजनाओं की घोषणा की है, जो आने वाले वर्षों में देश के युवाओं और ग्रामीण क्षेत्रों में नवाचार और डिजिटल कनेक्टिविटी को बढ़ावा देंगी।

ग्रामीण क्षेत्रों में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी का विस्तार

वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में ऐलान किया कि सरकार अब सभी सरकारी प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों, साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। यह कदम खासतौर पर ग्रामीण और दूर-दराज के क्षेत्रों में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए है। ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी से इन क्षेत्रों में सूचना का आदान-प्रदान तेज होगा और डिजिटल शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच सकेगा।

अटल टिंकरिंग लैब्स का विस्तार

वित्त मंत्री ने यह भी घोषणा की कि अगले पांच वर्षों में 50,000 अटल टिंकरिंग लैब्स स्थापित की जाएंगी। यह लैब्स खासतौर पर सरकारी स्कूलों में स्थापित की जाएंगी और इनका उद्देश्य युवाओं में वैज्ञानिक सोच, रचनात्मकता और नवाचार को बढ़ावा देना है। अटल टिंकरिंग लैब्स का उद्देश्य बच्चों को प्रौद्योगिकी, विज्ञान, गणित और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में रचनात्मक सोच को प्रेरित करना है। इससे छात्रों में समस्याओं के समाधान के लिए नए तरीके और प्रयोग करने की क्षमता विकसित होगी।

कौशल विकास के लिए 5 राष्ट्रीय केंद्र

इसके अतिरिक्त, वित्त मंत्री ने यह भी घोषणा की कि सरकार अगले कुछ वर्षों में कौशल विकास के लिए पांच राष्ट्रीय केंद्र स्थापित करेगी, जिनमें वैश्विक विशेषज्ञता प्रदान की जाएगी। ये केंद्र युवाओं को उच्चतम स्तर के कौशल प्रशिक्षण प्रदान करेंगे, ताकि वे वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बन सकें और भारतीय अर्थव्यवस्था में अपना योगदान दे सकें।

भारतीय भाषाओं में डिजिटल किताबों का प्रस्ताव

वित्त मंत्री ने भारतीय भाषा की किताबों को डिजिटल रूप में उपलब्ध कराने के लिए ‘भारतीय भाषा पुस्तक योजना’ की घोषणा की। इसके तहत स्कूलों और उच्च शिक्षा संस्थानों में भारतीय भाषाओं की किताबों को डिजिटल रूप में उपलब्ध कराया जाएगा। यह पहल भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने और छात्रों को अपनी मातृभाषा में शिक्षा प्राप्त करने का अवसर प्रदान करेगी। इसके साथ ही, डिजिटल शिक्षा के माध्यम से छात्रों को बेहतर और सुलभ तरीके से किताबों तक पहुंचने का अवसर मिलेगा।

अटल नवाचार मिशन (AIM)

अटल नवाचार मिशन (AIM) मोदी सरकार की एक प्रमुख पहल है, जिसका उद्देश्य देश में नवाचार और उद्यमिता की संस्कृति को बढ़ावा देना है। यह मिशन 2015 में वित्त मंत्री की बजट घोषणा के बाद NITI Aayog के तहत स्थापित किया गया था। AIM का उद्देश्य स्कूलों, विश्वविद्यालयों, अनुसंधान संस्थानों, MSME और उद्योग स्तर पर नवाचार और उद्यमिता के पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देना है। अटल टिंकरिंग लैब्स और अटल इनक्यूबेशन सेंटर इसके प्रमुख अंग हैं, जिनका उद्देश्य भारत में एक सशक्त नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र तैयार करना है।

ज्ञान भारतम मिशन का शुभारंभ

वित्त मंत्री ने ‘ज्ञान भारतम मिशन’ की भी घोषणा की, जिसका उद्देश्य भारतीय पांडुलिपि धरोहर का सर्वेक्षण, दस्तावेजीकरण और संरक्षण करना है। इस मिशन के तहत एक करोड़ से अधिक पांडुलिपियों को संकलित किया जाएगा। यह परियोजना अकादमिक संस्थानों, संग्रहालयों, पुस्तकालयों और निजी संग्रहकर्ताओं के सहयोग से की जाएगी।

राष्ट्रीय डिजिटल रिपॉजिटरी ऑफ इंडियन नॉलेज सिस्टम

वित्त मंत्री ने यह भी बताया कि ‘भारतीय ज्ञान प्रणाली का राष्ट्रीय डिजिटल रिपॉजिटरी’ स्थापित किया जाएगा, जो ज्ञान के आदान-प्रदान और संरक्षण के लिए एक मंच प्रदान करेगा। इस डिजिटल रिपॉजिटरी का उद्देश्य भारतीय ज्ञान की समृद्ध परंपरा को सुरक्षित करना और दुनिया भर में इसे प्रसारित करना है। यह कदम भारतीय संस्कृति और ज्ञान के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण साबित होगा।

शिक्षा, नवाचार और डिजिटल इंडिया के लिए ऐतिहासिक कदम

इन घोषणाओं के माध्यम से वित्त मंत्री ने यह साफ कर दिया कि सरकार शिक्षा, नवाचार, कौशल विकास, और डिजिटल कनेक्टिविटी के क्षेत्र में बड़े बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध है। यह कदम देश के युवाओं को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा और बेहतर अवसर प्रदान करेगा।

आज का बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा किए गए ऐतिहासिक कदमों से भरा हुआ था, जो न केवल भारतीय शिक्षा प्रणाली को बदलने का वादा करते हैं, बल्कि देश के युवा वर्ग को भविष्य में सक्षम और प्रतियोगी बनाने के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। अटल टिंकरिंग लैब्स, कौशल विकास केंद्र, भारतीय भाषा पुस्तक योजना, ज्ञान भारतम मिशन और राष्ट्रीय डिजिटल रिपॉजिटरी ऑफ इंडियन नॉलेज सिस्टम जैसे उपायों से भारत में नवाचार और शिक्षा के क्षेत्र में एक नई क्रांति देखने को मिलेगी। यह कदम देश को डिजिटल इंडिया की दिशा में और भी मजबूत बनाएंगे और भारत को ज्ञान, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर एक नई पहचान दिलाएंगे।