Weather update: भारत में ठंड का प्रभाव, उत्तर भारत और महाराष्ट्र में तापमान में बदलाव की संभावना

Weather update: भारत में ठंड का प्रभाव, उत्तर भारत और महाराष्ट्र में तापमान में बदलाव की संभावना

Weather update: भारत के विभिन्न हिस्सों में मौसम का मिजाज अब धीरे-धीरे बदल रहा है। जहां कुछ राज्य, जैसे हिमाचल प्रदेश, में अभी भी तीव्र सर्दी का सामना हो रहा है, वहीं दिल्ली-एनसीआर समेत कई अन्य स्थानों पर अब सुबह और शाम को ही सर्दी का असर देखने को मिल रहा है। हालांकि, दिल्ली-एनसीआर में दोपहर के समय धूप का अच्छा असर देखा जा रहा है, लेकिन सुबह और शाम को ठंड का अहसास अभी भी बना हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में उत्तर-पश्चिम दिशा से 18 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवाएं चल रही हैं।

मौसम विभाग की भविष्यवाणी: उत्तर भारत और मध्य भारत में तापमान में बदलाव की संभावना

मौसम विभाग के अनुसार, अगले तीन दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है। वहीं, मध्य भारत में अगले दो दिनों में न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखी जा सकती है। मौसम विभाग ने यह भी कहा कि पूर्वी भारत में अगले तीन दिनों तक न्यूनतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण परिवर्तन नहीं होने की संभावना है।

महाराष्ट्र में अगले 24 घंटों के बाद न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे 2-3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है। इसके साथ ही, मौसम विभाग ने 10 फरवरी से पश्चिमी क्षेत्र में एक नए पश्चिमी विक्षोभ के असर की संभावना जताई है, जिससे बारिश हो सकती है।

तमिलनाडु और पूर्वोत्तर भारत में हल्की बारिश की संभावना

मौसम विभाग ने 8 से 11 फरवरी तक तटीय तमिलनाडु में हल्की बारिश की संभावना जताई है। इसके अलावा, असम और अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में भी बारिश देखने को मिल सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस मौसम में हल्की ठंड फिर से लौट सकती है, विशेषकर होली से पहले।

उत्तर भारत में सर्दी बनी हुई: राजस्थान, यूपी, पंजाब, मध्य प्रदेश और हरियाणा में ठंड का प्रभाव

उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों में ठंड का प्रभाव अभी भी बना हुआ है। उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में सुबह और शाम के समय ठंड महसूस की जा रही है। पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में भी ठंड का असर देखा जा रहा है।

पिछले 24 घंटों में, देश के मैदानी इलाकों में सबसे कम न्यूनतम तापमान 2.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, जो कि राजस्थान के फतेहपुर में रिकार्ड किया गया था। इसके अलावा, राजस्थान के कुछ हिस्सों, पूर्वी उत्तर प्रदेश और मध्य भारत में न्यूनतम तापमान सामान्य से कम दर्ज किया गया।

राजस्थान के भिंडवाड़ा में न्यूनतम तापमान 6.2 डिग्री सेल्सियस, चुरू में 5.6 डिग्री सेल्सियस, मध्य प्रदेश के राजगढ़ में 6.6 डिग्री सेल्सियस, हरियाणा के नाहन में 7.1 डिग्री सेल्सियस, और पंजाब के पटियाला में 7.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। इसके अलावा, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के अधिकांश इलाकों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किया गया है।

राजस्थान में सर्द हवाओं का असर: तापमान में गिरावट

राजस्थान में उत्तरी सर्द हवाओं के चलते तापमान में गिरावट आई है। मौसम विभाग के जयपुर केंद्र के प्रभारी राधेश्याम शर्मा ने बताया कि शेखावाटी क्षेत्र के फतेहपुर में पिछले रात न्यूनतम तापमान 2.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शर्मा ने कहा कि राज्य में आने वाले दिनों में सर्दी की लहर की संभावना नहीं है और अगले 48 घंटों में न्यूनतम और अधिकतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है।

मौसम में बदलाव का असर: आगामी दिनों में क्या होने की संभावना है?

देश के विभिन्न हिस्सों में मौसम में बदलाव की संभावना जताई जा रही है। उत्तर भारत में तापमान में वृद्धि हो सकती है, जबकि मध्य भारत में तापमान में गिरावट हो सकती है। महाराष्ट्र में भी तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी हो सकती है। इसके साथ ही, पूर्वोत्तर भारत में हल्की बारिश की संभावना जताई जा रही है।

मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पश्चिमी भारत में बारिश हो सकती है। वहीं, तटीय तमिलनाडु में 8 से 11 फरवरी तक हल्की बारिश का अनुमान है। असम और अरुणाचल प्रदेश में भी बारिश हो सकती है।

ठंड का असर और अगले कुछ दिनों का मौसम

मौसम विभाग के अनुसार, आगामी दिनों में उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में हल्की ठंड लौट सकती है, खासकर होली के आस-पास। तापमान में कुछ बदलाव की संभावना जताई जा रही है, लेकिन इस दौरान कोई बड़ी ठंडी लहर की आशंका नहीं है।

मौसम विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, भारत के विभिन्न हिस्सों में मौसम में बदलाव आने की संभावना है। जहां एक ओर उत्तर-पश्चिम भारत में तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है, वहीं मध्य भारत में गिरावट हो सकती है। इसके साथ ही, महाराष्ट्र और पूर्वोत्तर भारत में भी कुछ परिवर्तन देखने को मिल सकते हैं। तटीय तमिलनाडु और पश्चिमी भारत में बारिश की संभावना बनी हुई है, जो मौसम में और भी बदलाव ला सकती है।