18 February 2025 Panchang: 18 फरवरी को फाल्गुन कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि और दिन मंगलवार रहेगा। इस दिन षष्ठी तिथि पूरे दिन और रात रहेगी, जो अगले दिन यानी 19 फरवरी, बुधवार को सुबह 7:33 बजे तक समाप्त होगी। मंगलवार को पूरे दिन और रात रवि योग भी बना रहेगा, जो अगले दिन सुबह 10:33 बजे तक रहेगा। साथ ही, 18 फरवरी को सुबह 7:36 बजे तक चित्रा नक्षत्र रहेगा, उसके बाद स्वाति नक्षत्र आरंभ होगा। आइए, आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं मंगलवार के पंचांग, राहुकाल, शुभ मुहूर्त और सूर्योदय-सूर्यास्त का समय।
18 फरवरी 2025 का शुभ मुहूर्त
फाल्गुन कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि – 18 फरवरी 2025, पूरे दिन और रात, अगले दिन 19 फरवरी को सुबह 7:33 बजे तक।
रवि योग – 18 फरवरी 2025, पूरे दिन और रात, अगले दिन 19 फरवरी को सुबह 10:33 बजे तक।
चित्रा नक्षत्र – 18 फरवरी को सुबह 7:36 बजे तक रहेगा, उसके बाद स्वाति नक्षत्र शुरू होगा।
राहुकाल का समय (18 फरवरी 2025, मंगलवार)
दिल्ली – दोपहर 03:24 बजे से 04:48 बजे तक
मुंबई – दोपहर 03:46 बजे से 05:13 बजे तक
चंडीगढ़ – दोपहर 03:25 बजे से 04:48 बजे तक
लखनऊ – दोपहर 03:10 बजे से 04:35 बजे तक
भोपाल – दोपहर 03:26 बजे से 04:51 बजे तक
कोलकाता – दोपहर 02:42 बजे से 04:08 बजे तक
अहमदाबाद – दोपहर 03:45 बजे से 05:11 बजे तक
चेन्नई – दोपहर 03:19 बजे से 04:47 बजे तक
राहुकाल के दौरान शुभ कार्यों को करने से बचना चाहिए, क्योंकि इस समय को अशुभ माना जाता है।
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय (18 फरवरी 2025)
सूर्योदय – सुबह 6:56 बजे
सूर्यास्त – शाम 6:13 बजे
रवि योग का महत्व
रवि योग को विशेष रूप से शुभ माना जाता है। यह योग जब भी बनता है, तब इस समय किए गए कार्यों में सफलता मिलने की संभावना अधिक होती है। इस योग में शुरू किए गए कार्यों में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और व्यक्ति को मनोवांछित फल प्राप्त होता है। 18 फरवरी को रवि योग पूरे दिन और रात बना रहेगा, जो अगले दिन सुबह 10:33 बजे तक प्रभावी रहेगा। अतः इस दौरान शुभ कार्य, खरीदारी, व्यापारिक निर्णय और धार्मिक अनुष्ठान करना लाभकारी रहेगा।
चित्रा और स्वाति नक्षत्र का प्रभाव
चित्रा नक्षत्र: इस नक्षत्र का स्वामी मंगल होता है और इसे ऊर्जा, रचनात्मकता, कला, और निर्माण से जोड़ा जाता है। इस नक्षत्र में किए गए कार्यों में नवीनता और आकर्षण होता है।
स्वाति नक्षत्र: स्वाति नक्षत्र का स्वामी राहु होता है। यह नक्षत्र स्वतंत्रता, नवाचार और नए अवसरों का प्रतीक है। इस नक्षत्र में यात्रा, व्यापारिक कार्य और शिक्षा से जुड़े कार्य करना शुभ माना जाता है।
मंगलवार के दिन क्या करें और क्या न करें?
क्या करें:
- हनुमान जी की पूजा करें और बजरंग बाण या सुंदरकांड का पाठ करें।
- गुड़, चने और लाल फूल चढ़ाएं।
- जरूरतमंदों को भोजन कराएं।
- ऊर्जावान और सकारात्मक विचारों को अपनाएं।
क्या न करें:
- कर्ज न लें और न ही दें।
- मांसाहार और मद्यपान से बचें।
- झूठ बोलने और क्रोध करने से बचें।
- यात्रा के दौरान सावधानी बरतें।
18 फरवरी 2025 का दिन धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण रहेगा। इस दिन षष्ठी तिथि के साथ-साथ चित्रा और स्वाति नक्षत्र का संयोग बन रहा है। साथ ही, रवि योग भी पूरे दिन और रात बना रहेगा, जो इसे विशेष रूप से शुभ बनाता है। राहुकाल के समय शुभ कार्यों से बचें और इस दिन हनुमान जी की पूजा करने से विशेष लाभ मिलेगा। सूर्यदेव की उपासना करने से भी सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होगी।