Munawar Faruqui: पिछले कुछ दिनों से स्टैंडअप कॉमेडियन्स सुर्खियों में हैं और एक बार फिर से विवादों में घिरे हैं। हाल ही में रणवीर अल्लाहबादिया द्वारा स्टैंडअप कॉमेडियन समै रैना के शो पर किए गए आपत्तिजनक सवालों को लेकर काफी बवाल हुआ था। अब एक और स्टैंडअप कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी के शो ‘हफ्ता वसूली’ को लेकर नई कानूनी मुसीबत सामने आई है। उनके खिलाफ एक FIR दर्ज की गई है।
यह पहली बार नहीं है, जब किसी स्टैंडअप कॉमेडियन के खिलाफ कानूनी मामला दर्ज हुआ हो। मुनव्वर फारुकी के बारे में यह भी कहना गलत नहीं होगा कि वह पहले भी जेल जा चुके हैं। अब, एक बार फिर वह विवादों के घेरे में हैं, लेकिन इस बार मामला उनके नए शो ‘हफ्ता वसूली’ से जुड़ा हुआ है, जो कि हाल ही में Hotstar पर रिलीज हुआ है।
‘हफ्ता वसूली’ पर विवाद और FIR
मुनव्वर फारुकी के शो ‘हफ्ता वसूली’ पर आपत्तियां जताते हुए एक शिकायत दर्ज की गई है। यह शिकायत वकील अमिता सचदेवा ने की है, जिसमें शो के खिलाफ आईपीसी की धाराओं 196, 299, 353 और आईटी एक्ट के तहत FIR दर्ज करने की मांग की गई है। शिकायत में कहा गया है कि यह शो कई धर्मों का अपमान करता है, सांस्कृतिक मूल्यों का उल्लंघन करता है और युवाओं और समाज के मानसिक स्तर को गिराता है। इसके अलावा, हिंदू जनजागृति समिति ने भी ‘हफ्ता वसूली’ पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी।
हिंदू जनजागृति समिति के एक पोस्ट के अनुसार, ‘हम मांग करते हैं कि ‘हफ्ता वसूली’ शो को Jio Hotstar पर तुरंत बंद किया जाए। इस शो में मुनव्वर फारुकी अपशब्दों का प्रयोग करते हैं, जो सार्वजनिक देखने के लिए अस्वीकार्य है। इससे नैतिक मूल्यों का ह्रास हो रहा है। स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म को जिम्मेदारी से काम करना चाहिए।’
🚨 Complaint Filed Against Munawar Faruqui (@munawar0018)! 🚨
I have officially filed a complaint against habitual offender Munawar Faruqui, for his show “Hafta Wasooli” streamed on @JioHotstar, requesting an FIR under BNS Sections 196, 299, and 353, along with the IT Act and… pic.twitter.com/ps6NCH5Ztd
— Amita Sachdeva, Advocate (@SachdevaAmita) February 22, 2025
शो का पहला एपिसोड और विवाद का तात्कालिक कारण
‘हफ्ता वसूली’ का पहला एपिसोड 14 फरवरी को प्रसारित हुआ था, जिसमें अभिनेता शारीब हाशमी और विवियन डिसेना गेस्ट के रूप में शामिल हुए थे। इस एपिसोड में चर्चा के दौरान मुनव्वर फारुकी ने ऐसे चुटकुले और बातें कीं, जिनसे लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची। दूसरे एपिसोड में अभिनेता साकिब सलीम भी शामिल हुए थे, और यह एपिसोड भी इसी तरह के कंटेंट के कारण विवादों में आ गया।
समै रैना के शो से जुड़ा दूसरा विवाद
‘हफ्ता वसूली’ के इस विवाद के बीच, समै रैना के शो ‘इंडिया’ज गॉट लेटेंट’ को लेकर भी बवाल मच चुका है। इस शो में रणवीर अल्लाहबादिया, जो कि एक प्रमुख यूट्यूबर और पॉपुलर पर्सनैलिटी हैं, एक गेस्ट के तौर पर पहुंचे थे। रणवीर ने शो के दौरान कुछ ऐसे सवाल पूछे, जिन्हें लेकर काफी आपत्ति जताई गई। उनके सवालों ने सामाजिक और मानसिक मानदंडों को चुनौती दी, और इसके बाद शो पर विरोध और आलोचना का सामना करना पड़ा। इस विवाद के बाद FIR दर्ज की गई और दो राज्यों के मुख्यमंत्री ने इस पर कार्रवाई करने की बात की।
क्या यह स्टैंडअप कॉमेडी का नया दौर है?
स्टैंडअप कॉमेडी भारतीय मनोरंजन उद्योग में एक नये और लोकप्रिय रूप के रूप में उभरी है। सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के जरिए स्टैंडअप कॉमेडियन्स ने अपनी पहचान बनाई है। मुनव्वर फारुकी, समै रैना, और रणवीर अल्लाहबादिया जैसे कलाकारों के शो अब केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि विचारधारा, सामाजिक मुद्दों और व्यक्तिगत विचारों का मंच बन गए हैं।
हालांकि, ऐसे शो के दौरान किसी भी विवाद का उठना आम बात है, लेकिन इन दिनों स्टैंडअप कॉमेडियन्स को लेकर कुछ गंभीर कानूनी और सामाजिक सवाल उठ रहे हैं। क्या इन शो को सांस्कृतिक और धार्मिक संवेदनाओं का ख्याल रखते हुए पेश किया जाना चाहिए? क्या स्टैंडअप कॉमेडी को खुलकर समाज के मुद्दों पर बात करने का अधिकार होना चाहिए या उसे किसी हद तक नियंत्रित किया जाना चाहिए?
कानूनी कार्रवाई और क्या हो सकता है आगे?
मुनव्वर फारुकी और समै रैना जैसे कलाकारों के शो पर विवाद और कानूनी कार्रवाई ने इस बात को उजागर किया है कि डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर प्रसारित होने वाले कंटेंट को लेकर अब सरकार और सामाजिक संगठन सख्त हो रहे हैं। जबकि कलाकारों का तर्क यह है कि वे अपने कार्यक्रमों के माध्यम से समाज में बदलाव लाना चाहते हैं और उन्हें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता मिलनी चाहिए, वहीं विरोध करने वालों का कहना है कि इस तरह के शो समाज की मानसिकता और धार्मिक-आध्यात्मिक विश्वासों को नुकसान पहुंचाते हैं।
अगर ‘हफ्ता वसूली’ शो पर FIR में लगाए गए आरोप सही पाए जाते हैं तो यह शो अगले कुछ दिनों में और भी बड़े कानूनी संकट का सामना कर सकता है। इसके अलावा, जिन धाराओं में FIR दर्ज की गई है, उनमें सजा का प्रावधान भी है, जो शो के निर्माता और कलाकारों के लिए एक गंभीर मुद्दा बन सकता है।
अंत में, क्या एक संतुलन संभव है?
इन सभी विवादों के बावजूद, स्टैंडअप कॉमेडी का उद्देश्य हमेशा से यही रहा है कि वह समाज के मुद्दों पर खुलकर बात करे। जहां एक ओर यह शो लोगों को हंसी और मनोरंजन का जरिया प्रदान करते हैं, वहीं दूसरी ओर यह कभी-कभी समाज के संवेदनशील मुद्दों को भी उठाते हैं। अब यह सवाल उठता है कि क्या कलाकारों को अपनी स्वतंत्रता का प्रयोग करते हुए समाज के भावनात्मक और सांस्कृतिक मूल्यों का भी ख्याल रखना चाहिए?
आगे चलकर यह देखना होगा कि इन विवादों का हल कैसे निकाला जाता है और क्या डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर स्टैंडअप कॉमेडी के लिए कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश तैयार किए जाएंगे।