Char Dham Yatra 2025: कर्नाटक विधानसभा में माननीयों को मिलेगी आरामदायक नींद की सुविधा

Char Dham Yatra 2025: कर्नाटक विधानसभा में माननीयों को मिलेगी आरामदायक नींद की सुविधा

Char Dham Yatra 2025: कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष यूटी खादर ने सत्र शुरू होने से पहले एक अनोखा कदम उठाया है। उन्होंने घोषणा की है कि 15 रिक्लाइनर किराए पर लिए जाएंगे ताकि विधायक दोपहर के भोजन के बाद एक छोटी झपकी ले सकें।

विधायकों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए नई पहल

खादर ने कहा कि यह कदम विधायकों और विधान परिषद सदस्यों (एमएलसी) की उपस्थिति बढ़ाने के लिए उठाया गया है। उन्होंने बताया कि कई विधायक भोजन के बाद विधान सौध (राज्य विधानसभा) छोड़ देते हैं और वापस नहीं लौटते।

खरीदने की बजाय किराए पर लिए जाएंगे रिक्लाइनर

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, खादर ने कहा, “विधायकों की अनुपस्थिति रोकने के लिए मैंने विधानसभा लॉबी में कम से कम 15 रिक्लाइनर किराए पर लेने का निर्णय लिया है। इस तरह, विधायक तरोताजा होकर सदन की कार्यवाही में भाग ले सकेंगे।” उन्होंने स्पष्ट किया कि ये रिक्लाइनर केवल किराए पर लिए जाएंगे, ताकि विधानसभा सत्र समाप्त होने के बाद इन्हें हटाया जा सके और सरकारी धन की बर्बादी न हो।

मुफ्त नाश्ता और भोजन भी उपलब्ध

विधानसभा अध्यक्ष ने विधायकों और एमएलसी के लिए मुफ्त नाश्ता और भोजन जैसी सुविधाओं की भी घोषणा की। उन्होंने कहा, “अगर विधायक नाश्ते के इंतजार में रहते हैं, तो वे देरी से पहुंचते हैं, और अगर वे दोपहर के भोजन के लिए विधान सौध छोड़ते हैं, तो लौटने में समय लगता है। लेकिन इस पहल से अब ऐसी समस्या नहीं होगी।”

कब शुरू होगा विधानसभा सत्र?

इस बीच, विधानसभा सचिवालय ने 28 फरवरी से 3 मार्च तक विधान सौध में एक पुस्तक आयोजन भी आयोजित किया है, जिसमें पुस्तक विमोचन और पैनल चर्चा शामिल होंगी। बता दें कि कर्नाटक विधानसभा का बजट सत्र 3 मार्च से शुरू होगा और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया 7 मार्च को राज्य का बजट पेश करेंगे।

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चारधाम यात्रा 2025: 30 अप्रैल से शुरू होगी यात्रा, जानें पंजीकरण से जुड़ी खास बातें

उत्तराखंड के चारधाम – बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा इस वर्ष 30 अप्रैल से शुरू हो रही है। चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण 11 मार्च से शुरू होगा। इस बार यात्रा की पंजीकरण प्रक्रिया को आधार कार्ड से जोड़ने की तैयारी की जा रही है। इस संबंध में सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत संचालित यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) से अनुमति के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। अनुमति मिलने के बाद, इस प्रक्रिया को आधार से जोड़ा जाएगा, जिसमें लगभग एक महीने का समय लग सकता है। इस पहल से यात्रा के दौरान सुरक्षा और व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।

पिछले वर्ष यात्रियों को हुई थी परेशानी

बता दें कि इस वर्ष चारधाम यात्रा की शुरुआत 30 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ होगी, और यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया 11 मार्च से शुरू होगी। पिछले साल, चारधाम यात्रा में 46 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे थे। प्रारंभिक चरण में पंजीकरण में आई समस्याओं के कारण यात्रियों के पूरे शेड्यूल में गड़बड़ी हुई थी। इसके अलावा, बिना पंजीकरण पहुंचे यात्रियों को भी काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था।

इस बार यात्रियों को नहीं होगी परेशानी

पिछली कमियों से सबक लेते हुए, इस बार 60 प्रतिशत ऑनलाइन और 40 प्रतिशत ऑफलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाने का निर्णय लिया गया है। ऑफलाइन पंजीकरण यात्रा शुरू होने से 10 दिन पहले किया जाएगा, जबकि ऑनलाइन पंजीकरण 11 मार्च से शुरू होगा। गढ़वाल मंडलायुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि यात्रा को अधिक संगठित बनाने के उद्देश्य से पंजीकरण को आधार कार्ड से जोड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं।

उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था से जुड़ी है चारधाम यात्रा

उत्तराखंड के तीन जिलों – चमोली, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी, जहां चारधाम स्थित हैं, की आर्थिक व्यवस्था इस यात्रा से जुड़ी हुई है। इसके अलावा, हरिद्वार, देहरादून, टिहरी और पौड़ी जिलों के लोगों की आजीविका के लिए भी यह यात्रा महत्वपूर्ण मानी जाती है।