राजधानी दिल्ली में आज ‘DNPA Conclave 2025’ का आयोजन हुआ। इस वर्ष के कॉन्क्लेव का विषय था ‘AI युग में मीडिया परिवर्तन’। इस कार्यक्रम में दुनिया भर के विशेषज्ञ, मंत्री और मीडिया जगत के प्रमुख हस्तियों ने एक मंच पर आकर डिजिटल समाचार मीडिया के भविष्य, उभरते अवसरों और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) द्वारा उत्पन्न चुनौतियों पर विचार-विमर्श किया।
इस कॉन्क्लेव में रेलवे, सूचना एवं प्रसारण और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव मुख्य अतिथि थे। हालांकि, अनिवार्य दौरे के कारण वे इस कार्यक्रम में व्यक्तिगत रूप से शामिल नहीं हो सके और उनकी ओर से एक महत्वपूर्ण संदेश दिया गया।
मीडिया के पारंपरिक से डिजिटल युग में बदलाव पर चर्चा
कार्यक्रम में अश्विनी वैष्णव ने DNPA टीम को इस आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा: “यह एक शानदार सम्मेलन है। इस मंच पर आज के डिजिटल मीडिया परिदृश्य और पारंपरिक मीडिया से नए मीडिया की ओर हो रहे बदलावों पर बेहतरीन चर्चा होगी। मैं इस चर्चा से निकलने वाले सुझावों को अवश्य जानना चाहूंगा।”
उन्होंने कहा कि मीडिया आज एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहा है। पारंपरिक मीडिया, जिसमें मुख्य रूप से अखबार और टेलीविजन शामिल हैं, के साथ-साथ डिजिटल मीडिया भी तेजी से उभर रहा है। युवा पीढ़ी अब डिजिटल मीडिया की ओर अधिक आकर्षित हो रही है।
मीडिया उद्योग में बदलाव से जुड़े अहम सवाल
अश्विनी वैष्णव ने कुछ महत्वपूर्ण सवाल उठाए:
- मीडिया इंडस्ट्री में हो रहे बदलावों के बीच पारंपरिक मीडिया की भूमिका क्या होगी?
- हम इस बदलाव के अनुरूप खुद को कैसे ढाल सकते हैं?
- नौकरी की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए इस बदलाव को कैसे प्रबंधित किया जाए?
- कॉपीराइट से जुड़े मुद्दों का समाधान कैसे निकाला जाए?
- पारंपरिक मीडिया को उचित मुआवजा कैसे दिया जा सकता है?
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि समाचार निर्माता, कंटेंट क्रिएटर्स और संपादकीय रूप से सत्यापित सामग्री को उचित पहचान मिलनी चाहिए।

सरकार की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन
केंद्रीय मंत्री ने स्पष्ट किया कि सरकार मीडिया उद्योग को समर्थन देने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा: “हम इस बदलाव के दौरान आवश्यक सभी प्रकार की सहायता देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। इस DNPA कॉन्क्लेव में होने वाली चर्चा से स्पष्ट नीतिगत दिशानिर्देश और सुझाव सामने आने चाहिए।”
उन्होंने मीडिया उद्योग की अहमियत को रेखांकित करते हुए कहा कि पूरा देश मीडिया को एक बड़ी जिम्मेदारी के रूप में देखता है। इसलिए, इस परिवर्तन को सही दिशा में, सुचारू रूप से और बिना किसी रुकावट के आगे बढ़ाना जरूरी है।
मीडिया परिवर्तन के लिए सही रास्ते तलाशने पर जोर
अश्विनी वैष्णव ने कॉन्क्लेव में उपस्थित लोगों को यह संदेश दिया कि वे खुले दिमाग से दुनिया को देखें और मीडिया के इस बदलाव के लिए सही रास्ते खोजें। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस सम्मेलन से व्यावहारिक सुझाव सामने आएंगे जो मीडिया उद्योग के भविष्य को आकार देने में मदद करेंगे।
उन्होंने कहा: “मैं चाहता हूं कि आप इस बदलाव को सुचारू रूप से लागू करने के लिए सही रास्ते खोजें और व्यावहारिक सुझाव लेकर आएं। धन्यवाद और आप सभी को शुभकामनाएं।”
मीडिया इंडस्ट्री के भविष्य के लिए DNPA कॉन्क्लेव महत्वपूर्ण
DNPA कॉन्क्लेव में अश्विनी वैष्णव के संदेश ने मीडिया उद्योग के भविष्य से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया। उन्होंने बताया कि सरकार डिजिटल और पारंपरिक मीडिया के संतुलन को बनाए रखने में पूरी तरह सहयोग देने के लिए तैयार है।
अब देखना यह होगा कि इस सम्मेलन में हुई चर्चाओं से क्या नए सुझाव सामने आते हैं और सरकार इन सुझावों को कैसे लागू करती है। डिजिटल मीडिया, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और पारंपरिक पत्रकारिता के बीच तालमेल बैठाने के लिए यह कॉन्क्लेव एक बड़ा कदम साबित हो सकता है।