Air India Express: टाटा समूह की एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया एक्सप्रेस ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के हिंडन हवाई अड्डे से कोलकाता के लिए सीधी उड़ान सेवा शुरू की। यह उड़ान दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए एक बड़ी सौगात है, क्योंकि अब उन्हें दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तक जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। पहली कोलकाता-हिंडन उड़ान सुबह 9:30 बजे हिंडन हवाई अड्डे पर उतरी।
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, कोलकाता से हिंडन के लिए यह फ्लाइट रोजाना संचालित होगी, जबकि हिंडन से कोलकाता के लिए यह उड़ान सप्ताह में छह दिन (शनिवार छोड़कर) उपलब्ध होगी। फ्लाइट सुबह 7:10 बजे कोलकाता से उड़ान भरेगी और 9:30 बजे हिंडन पहुंचेगी, जबकि हिंडन से वापसी की उड़ान शाम 5:20 बजे रवाना होगी और 7:40 बजे कोलकाता पहुंचेगी।
हिंडन एयरपोर्ट से इन शहरों के लिए भी शुरू होंगी उड़ानें
खबरों के मुताबिक, एयर इंडिया एक्सप्रेस ने घोषणा की है कि वह हिंडन से 40 साप्ताहिक उड़ानें संचालित करेगा। इसके तहत बेंगलुरु, चेन्नई, गोवा, जम्मू और कोलकाता जैसे प्रमुख शहरों को हिंडन से सीधी हवाई कनेक्टिविटी मिलेगी।
शनिवार को हिंडन हवाई अड्डे पर नागरिक उड्डयन मंत्री के राम मोहन नायडू ने एयर इंडिया एक्सप्रेस की सेवाओं का उद्घाटन किया। इस अवसर पर एयर इंडिया एक्सप्रेस के मैनेजिंग डायरेक्टर आलोक सिंह ने कहा कि हिंडन हवाई अड्डा दिल्ली-एनसीआर के पूर्वी और उत्तरी हिस्सों, गाजियाबाद और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बन सकता है।
हिंडन हवाई अड्डा गाजियाबाद में स्थित है और इसे घरेलू उड़ानों के लिए विकसित किया गया है। इससे खासतौर पर उन यात्रियों को राहत मिलेगी जो दिल्ली हवाई अड्डे की भीड़भाड़ से बचना चाहते हैं और उन्हें हिंडन से सीधी उड़ान पकड़ने का विकल्प मिलेगा।
कुछ महीने पहले इन रूटों पर भी शुरू हुई थीं उड़ानें
एयर इंडिया एक्सप्रेस ने कुछ महीने पहले ही कोलकाता से श्री विजयनगरम (पोर्ट ब्लेयर) के लिए रोजाना उड़ान सेवा शुरू की थी। इसके अलावा, 15 दिसंबर 2024 से इस रूट पर दैनिक दो उड़ानों का संचालन किया जाने लगा है, जिससे यात्रियों को और अधिक कनेक्टिविटी का लाभ मिलेगा।
Today, during a significant event held at #AAI’s #HindonAirport @AaiHindon, Chairman #AAI, Sh. @vipinkumarIAS extended a warm welcome and felicitated esteemed dignitaries, including Hon’ble Union Minister for #CivilAviation, Sh. @RamMNK ji, Hon’ble MP, Ghaziabad, Sh. @AtulGargBJP… pic.twitter.com/QN7A59U12r
— Airports Authority of India (@AAI_Official) March 1, 2025
एयर इंडिया ग्रुप ने पिछले साल AIX कनेक्ट और एयर इंडिया एक्सप्रेस के विलय को पूरा कर लिया था। यह विलय एयरलाइन को अधिक प्रतिस्पर्धी और मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इस विलय के बाद, एयर इंडिया एक्सप्रेस के बेड़े में मार्च 2025 तक 100 से अधिक विमान शामिल होने की उम्मीद है।
हिंडन एयरपोर्ट क्यों है खास?
हिंडन एयरपोर्ट को घरेलू यात्राओं के लिए एक महत्वपूर्ण विकल्प माना जाता है। यह दिल्ली से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर गाजियाबाद में स्थित है। इस एयरपोर्ट से कम दूरी पर रहने वाले लोगों को दिल्ली के मुख्य हवाई अड्डे तक जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
यह हवाई अड्डा भारतीय वायुसेना के नियंत्रण में है, लेकिन 2019 में इसे नागरिक उड़ानों के लिए खोला गया था। हालांकि, कुछ ही उड़ानों के बाद यह हवाई अड्डा पूरी तरह से व्यस्त नहीं हो पाया था, लेकिन अब एयर इंडिया एक्सप्रेस जैसी प्रमुख एयरलाइंस के उड़ान संचालन शुरू करने से हिंडन एयरपोर्ट को नई पहचान मिलेगी।
एयर इंडिया एक्सप्रेस के विस्तार की योजना
एयर इंडिया एक्सप्रेस अपनी सेवाओं का लगातार विस्तार कर रही है। एयरलाइन छोटे शहरों को प्रमुख महानगरों से जोड़ने पर विशेष ध्यान दे रही है। हाल ही में एयर इंडिया एक्सप्रेस ने घोषणा की थी कि वह अपने बेड़े में नए विमानों को शामिल करेगी और नए मार्गों पर उड़ानों की संख्या बढ़ाएगी।
एयर इंडिया एक्सप्रेस का लक्ष्य किफायती और आरामदायक हवाई सफर उपलब्ध कराना है। कम लागत वाली यह एयरलाइन अब तेजी से अपने नेटवर्क को विस्तार दे रही है। हिंडन एयरपोर्ट से उड़ानों की शुरुआत भी इसी रणनीति का हिस्सा है, ताकि यात्रियों को अधिक सुविधाजनक और सुलभ हवाई यात्रा का अनुभव मिल सके।
एयर इंडिया एक्सप्रेस की कोलकाता-हिंडन उड़ान की शुरुआत दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के यात्रियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। अब यात्री बिना दिल्ली एयरपोर्ट की भीड़ में फंसे, सीधे हिंडन एयरपोर्ट से उड़ान भर सकते हैं। इसके अलावा, एयर इंडिया एक्सप्रेस द्वारा हिंडन से अन्य शहरों को जोड़ने की योजना भी यात्रियों को बेहतरीन यात्रा अनुभव देगी।
एयर इंडिया एक्सप्रेस के विस्तार से न केवल यात्रियों को अधिक विकल्प मिलेंगे, बल्कि यह घरेलू विमानन क्षेत्र में कनेक्टिविटी बढ़ाने का एक बड़ा कदम साबित होगा।