भारत के उपराष्ट्रपति Jagdeep Dhankhar को रविवार की तड़के दिल में दर्द की शिकायत के बाद दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में भर्ती कराया गया। अस्पताल के सूत्रों के अनुसार, उनकी हालत स्थिर है और उन्हें निगरानी में रखा गया है। उपराष्ट्रपति को 2:00 बजे के करीब अस्पताल लाया गया था, जब उन्होंने असहजता और छाती में दर्द की शिकायत की थी।
जगदीप धनखड़ की स्वास्थ्य स्थिति
अस्पताल सूत्रों के मुताबिक, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को सुबह जल्दी AIIMS लाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उनकी स्थिति का आकलन किया। फिलहाल उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है, और उन्हें डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है। फिलहाल उपराष्ट्रपति के स्वास्थ्य के बारे में और कोई नई जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन यह पुष्टि की गई है कि उनकी स्थिति गंभीर नहीं है।
जगदीप धनखड़ का राजनीतिक सफर
जगदीप धनखड़ वर्तमान में भारत के उपराष्ट्रपति हैं, और उन्होंने 11 अगस्त 2022 को भारत के 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी। उनका जन्म 18 जुलाई 1951 को राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के कालीबंगा में हुआ था। वे भारतीय जनता पार्टी (BJP) से जुड़े हुए हैं और इससे पहले वे पश्चिम बंगाल के राज्यपाल भी रह चुके हैं।
धनखड़ का राजनीतिक जीवन बहुत ही विविधतापूर्ण रहा है। उन्होंने अपनी शिक्षा पंजाब विश्वविद्यालय से प्राप्त की और बाद में कानून की डिग्री भी हासिल की। वे एक वकील और समाजसेवी भी हैं। इसके अलावा, उन्होंने भारतीय संसद में भी कई वर्षों तक अपनी भूमिका निभाई है।
राजनीतिक यात्रा
धनखड़ ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत जनता दल से की थी, और वे 1989 से 1991 तक 9वीं लोकसभा में झुंझुनू लोकसभा सीट से सांसद रहे। इसके बाद, 1991 में वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हो गए और अजमेर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन वे चुनाव हार गए।
इसके बाद, उन्होंने राजस्थान के किशनगढ़ विधानसभा क्षेत्र से 1993 से 1998 तक सदस्य के रूप में काम किया। 1998 में वे फिर से झुंझुनू लोकसभा सीट से चुनाव लड़े, लेकिन तीसरे स्थान पर रहे।
2003 में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) जॉइन की और 2008 के विधानसभा चुनावों में पार्टी के चुनाव अभियान समिति के सदस्य के रूप में सक्रिय भूमिका निभाई।
राज्यपाल के रूप में कार्यकाल
जगदीप धनखड़ को 20 जुलाई 2019 को भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त किया गया था। उन्होंने 30 जुलाई 2019 को कोलकाता के राजभवन में राज्यपाल के रूप में शपथ ली। राज्यपाल के रूप में उनका कार्यकाल राजनीतिक दृष्टिकोण से बहुत ही महत्वपूर्ण रहा, क्योंकि उन्होंने पश्चिम बंगाल में कई राजनीतिक मुद्दों पर अपनी स्थिति व्यक्त की और राज्य सरकार के साथ कई मुद्दों पर मतभेद भी दिखाए।
स्वास्थ्य से जुड़ी चिंताएं
उपराष्ट्रपति के स्वास्थ्य को लेकर उठी चिंताओं के बाद, उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों ने पुष्टि की कि उनकी स्थिति स्थिर है और उन्होंने इलाज की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उपराष्ट्रपति की तबियत बिगड़ने की जानकारी मिलने के बाद से ही उनके प्रशंसकों और राजनीति में उनके शुभचिंतकों की ओर से उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामनाएँ की जा रही हैं।
निगरानी में स्वास्थ्य देखभाल
AIIMS, जो भारत का सबसे प्रमुख चिकित्सा संस्थान है, में उपराष्ट्रपति का इलाज किया जा रहा है। अस्पताल के अधिकारियों के अनुसार, उपराष्ट्रपति को अपनी तबियत की शिकायत के बाद तुरंत इलाज के लिए लाया गया। अस्पताल ने उनकी स्वास्थ्य स्थिति पर लगातार निगरानी बनाए रखने का निर्णय लिया है और फिलहाल उनकी हालत स्थिर बताई गई है।
अस्पताल के सूत्रों ने यह भी कहा कि उपराष्ट्रपति को शीघ्र आराम मिलने की उम्मीद जताई गई है और उनकी हालत में सुधार हो रहा है। डॉक्टरों ने इस मामले को गंभीर नहीं बताया और उनकी स्थिति पर लगातार ध्यान रखा जा रहा है।
देशवासियों की शुभकामनाएं
जगदीप धनखड़ के स्वास्थ्य को लेकर देश भर से विभिन्न राजनीतिक दलों और उनके समर्थकों ने उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामनाएँ की हैं। उनके शुभचिंतक सोशल मीडिया के माध्यम से उनके स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं और उम्मीद जताई है कि वे जल्दी ही अपनी जिम्मेदारियों को फिर से संभालेंगे।
उपराष्ट्रपति का महत्वपूर्ण कार्यकाल
जगदीप धनखड़ का उपराष्ट्रपति के रूप में कार्यकाल महत्वपूर्ण रहा है। वे विभिन्न मामलों में अपनी स्पष्ट और सशक्त राय व्यक्त करने के लिए जाने जाते हैं। उनके द्वारा किए गए कार्यों और भाषणों ने उन्हें राजनीतिक क्षेत्र में एक सम्मानित स्थान दिलाया है। उनका यह कार्यकाल भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण पड़ाव के रूप में देखा जा रहा है।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का स्वास्थ्य ठीक होने के बाद उनकी राजनीतिक यात्रा में एक नया अध्याय शुरू होगा। उनके स्वास्थ्य की चिंता देशभर में व्याप्त है, लेकिन यह आशा जताई जा रही है कि वे जल्द ही स्वस्थ होकर अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए लौटेंगे। उनके शीघ्र स्वस्थ होने की उम्मीद उनके प्रशंसकों और राजनीतिक सहयोगियों ने जताई है, और वे इस समय को एक नई शुरुआत के रूप में देख रहे हैं।
इस समय में, देशवासियों की शुभकामनाएँ उनके साथ हैं और उनकी स्वास्थ्य स्थिति को लेकर सभी को उम्मीद है कि वे जल्द ठीक होंगे।