Gaza में इजरायली हमले के बीच मलबे से जिंदा निकली 1 महीने की बच्ची, माता-पिता की मौत

Gaza में इजरायली हमले के बीच मलबे से जिंदा निकली 1 महीने की बच्ची, माता-पिता की मौत

इजरायल और हमास के बीच संघर्ष विराम टूटने के बाद Gaza पट्टी में इजरायली सेना लगातार हवाई और जमीनी हमले कर रही है। बीते तीन दिनों में इन हमलों में 500 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इन हमलों में एक महीने पहले जन्मी मासूम बच्ची ने अपने माता-पिता को खो दिया, लेकिन मलबे में दबने के बावजूद वह चमत्कारिक रूप से जिंदा बच गई। बच्ची को सुरक्षित बाहर निकालते ही वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं और “अल्लाहु अकबर” के नारे गूंज उठे।

मलबे में दबे अपार्टमेंट से रोने की आवाज आई

मंगलवार को इजरायल ने Gaza में हमास के खिलाफ हमले तेज कर दिए। बुधवार और गुरुवार को भी उत्तरी और दक्षिणी गाजा में भारी बमबारी की गई। इस दौरान सैकड़ों लोगों की जान चली गई। गुरुवार को राहत और बचाव दल जब खान यूनिस में एक ध्वस्त अपार्टमेंट की मलबे की खुदाई कर रहे थे, तभी उन्हें मलबे के नीचे से एक बच्ची के रोने की आवाज सुनाई दी।

बचाव दल इस आवाज को सुनकर हैरान रह गया। उन्होंने सावधानीपूर्वक मलबा हटाना शुरू किया और थोड़ी ही देर में बच्ची को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। बच्ची के जीवित होने की खबर सुनते ही वहां लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। सभी की आंखें नम थीं और लोगों ने अल्लाह का शुक्रिया अदा करते हुए नारेबाजी की।

बच्ची के माता-पिता की मौत

राहत और बचाव दल के अनुसार, मलबे से जीवित निकाली गई 1 महीने की मासूम के माता-पिता उसी हमले में मारे गए थे। बच्ची भी उनके साथ मलबे में दब गई थी, लेकिन वह किस्मत से बच गई। घटना का वीडियो एसोसिएटेड प्रेस (AP) ने साझा किया है, जिसमें बच्ची को बड़े-बड़े मलबे के टुकड़ों के नीचे दबा हुआ देखा गया।

वीडियो में साफ दिखता है कि कैसे एक विशाल स्लैब के नीचे फंसी इस बच्ची को बचाव दल ने सावधानीपूर्वक बाहर निकाला। इस दौरान वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं।

खान यूनिस में हुआ दर्दनाक हमला

यह दिल दहला देने वाली घटना गाजा पट्टी के खान यूनिस के पास स्थित अबासान अल-कबिरा गांव में हुई। यह गांव इजरायली सीमा के पास स्थित है। इस गांव के पास मौजूद एक अस्पताल के अनुसार, हमले में कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे।

इजरायली हमलों में तबाह हुए अपार्टमेंट में यह मासूम अपने माता-पिता के साथ रह रही थी। हमले में उसका घर मलबे में तब्दील हो गया और माता-पिता की मौके पर ही मौत हो गई। राहत दल को जब मलबे से बच्ची के रोने की आवाज सुनाई दी, तो उन्होंने तुरंत उसे बचाने का प्रयास किया और उसे सुरक्षित बाहर निकाला।

लोगों में गुस्सा और दहशत का माहौल

Gaza में लगातार हो रही बमबारी से लोग डरे हुए हैं। कई घर तबाह हो चुके हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं। मृतकों में बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। इस घटना के बाद स्थानीय लोग बेहद गुस्से में हैं। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “यह सिर्फ एक बच्ची नहीं है, बल्कि हमारी उम्मीदों का प्रतीक है। हम बस यही दुआ कर रहे हैं कि अब यह खून-खराबा खत्म हो जाए।”

Gaza में राहत और बचाव कार्य जारी है, लेकिन लगातार हो रही बमबारी के कारण लोगों की जान बचाना मुश्किल हो रहा है। इस घटना ने पूरी दुनिया का ध्यान गाजा में हो रहे मानवीय संकट की ओर खींचा है।

Gaza पट्टी में इजरायली हमले के दौरान मलबे में दबी 1 महीने की बच्ची का जीवित बच जाना किसी चमत्कार से कम नहीं है। हालांकि, इस संघर्ष में मासूम के माता-पिता की मौत हो गई, जिससे यह घटना और भी दर्दनाक हो गई। इस घटना ने दुनिया को गाजा में जारी हिंसा की भयावह सच्चाई से रूबरू कराया है। वहां के लोग न केवल अपने घर और परिवार खो रहे हैं, बल्कि मानवता भी गहरे जख्म झेल रही है।