यदि आप JEE Main 2025 सत्र 2 परीक्षा के लिए उपस्थित हुए हैं, तो आपको एक महत्वपूर्ण अपडेट जानने की आवश्यकता है कि समान स्कोर वाले उम्मीदवारों को कैसे रैंक किया जाता है। यदि दो या अधिक उम्मीदवार परीक्षा में समान अंक प्राप्त करते हैं, तो उनकी रैंक निर्धारित करने के लिए एक टाई-ब्रेकिंग नियम लागू किया जाता है। यह एक महत्वपूर्ण कदम है क्योंकि यह सभी उम्मीदवारों के लिए एक निष्पक्ष रैंकिंग प्रणाली सुनिश्चित करता है। आइए टाई-ब्रेकिंग नियम कैसे काम करता है, इस पर करीब से नज़र डालें।
टाई-ब्रेकिंग प्रक्रिया में पहला कदम गणित में NTA (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) स्कोर की जांच करना है। गणित में उच्च NTA स्कोर वाले उम्मीदवार को उच्च रैंक दी जाएगी। यदि गणित में स्कोर अभी भी बराबर हैं, तो भौतिकी में NTA स्कोर पर अगला विचार किया जाएगा। यदि भौतिकी के स्कोर भी समान हैं, तो रसायन विज्ञान में NTA स्कोर को अंतिम निर्णायक कारक के रूप में उपयोग किया जाएगा।
टाई तोड़ने के लिए अतिरिक्त मानदंड
यदि तीनों विषयों में NTA स्कोर पर विचार करने के बाद भी बराबरी बनी रहती है, तो अगला कदम सभी विषयों में सही उत्तरों के मुकाबले गलत उत्तरों का अनुपात देखना है। गलत प्रयासों और सही प्रयासों का कम अनुपात वाले उम्मीदवार को उच्च रैंक दी जाएगी। यदि इससे भी बराबरी का समाधान नहीं होता है, तो प्रत्येक विषय के लिए अलग-अलग गलत और सही उत्तरों के अनुपात की जाँच की जाएगी, जिसकी शुरुआत गणित से होगी, उसके बाद भौतिकी और फिर रसायन विज्ञान।
अंतिम निर्णय: यदि बराबरी रहती है तो रैंक समान रहेगी
दुर्लभ घटना में यदि उपरोक्त सभी मानदंड अभी भी बराबरी पर आते हैं, तो दोनों उम्मीदवारों को समान रैंक दी जाएगी। इससे यह सुनिश्चित होता है कि प्रत्येक उम्मीदवार को परीक्षा में उनके प्रदर्शन के आधार पर उचित रैंकिंग मिले।
जेईई मेन 2025 सत्र 2 परीक्षा की अनंतिम उत्तर कुंजी पहले ही जारी की जा चुकी है, और उम्मीदवार अब अपने अंतिम परिणामों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा जल्द ही परिणाम घोषित किए जाने की उम्मीद है। जेईई मेन 2025 सत्र 2 की परीक्षा 2 अप्रैल को शुरू हुई और 9 अप्रैल को समाप्त हुई, अब सभी की निगाहें आगामी परिणाम घोषणा पर हैं।