उत्तर प्रदेश के Meerut के हरि अपार्टमेंट में एक चौंकाने वाली घटना हुई, जब एक बुजुर्ग दंपति और उनका 15 दिन का पोता अपार्टमेंट की लिफ्ट में फंस गए। बचाए जाने से पहले परिवार करीब एक घंटे तक लिफ्ट में फंसा रहा। इस घटना ने लिफ्ट के रखरखाव को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा कर दी हैं, जिसे लिफ्ट में खराबी का कारण माना जा रहा है। फंसे हुए परिवार के सदस्यों को निकालने के लिए बचाव अभियान चलाया गया, जबकि निवासियों ने इमारत की सुविधाओं के रखरखाव पर ध्यान न दिए जाने पर अपना गुस्सा जाहिर किया।
घटना का विवरण: लिफ्ट में एक परिवार की पीड़ा
यह घटना Meerut के पल्लवपुरम थाना क्षेत्र के रुड़की रोड स्थित एक बहुमंजिला इमारत में हुई। डॉ. एसपी सिंह और उनकी पत्नी सुंदरी देवी अपने 15 दिन के नाती के साथ टहलने के लिए निकले थे। जब वे अपने अपार्टमेंट में वापस जाने की कोशिश कर रहे थे, तो अचानक दूसरी और तीसरी मंजिल के बीच लिफ्ट खराब हो गई। बुजुर्ग दंपत्ति अपने नवजात नाती के साथ फंस गए और असहाय हो गए। उनकी परेशानी सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे, लेकिन वे खुद खराब लिफ्ट को ठीक नहीं कर पाए।
बचाव अभियान: पुलिस ने लिफ्ट काटकर उन्हें निकाला
जैसे-जैसे स्थिति और भी भयावह होती गई, निवासियों ने लिफ्ट को ठीक करने का प्रयास किया, लेकिन उनके प्रयास व्यर्थ रहे। यह महसूस करते हुए कि तत्काल सहायता की आवश्यकता है, उन्होंने 112 पर पुलिस को फोन किया। पुलिस तुरंत पहुंची और फंसे हुए परिवार के सदस्यों को बचाने के लिए लिफ्ट को काटने का फैसला किया। लिफ्ट में लगभग 40 मिनट तक फंसे रहने के बाद, डॉ. एसपी सिंह, उनकी पत्नी और उनके पोते को सुरक्षित रूप से बाहर निकाला गया। शुक्र है कि तनावपूर्ण स्थिति के बावजूद, शिशु पूरी घटना के दौरान स्वस्थ रहा।
खराब लिफ्ट को लेकर चिंता: निवासियों ने कार्रवाई की मांग की
हरि अपार्टमेंट के निवासियों ने बिल्डिंग की खराब रखरखाव वाली लिफ्ट पर अपना गुस्सा जाहिर किया। उन्होंने बताया कि यह पहली बार नहीं है जब कोई व्यक्ति लिफ्ट में फंसा हो, और पहले भी कई लोगों को इसी तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ा है। लिफ्ट की मरम्मत में देरी और निवासियों के लिए इससे उत्पन्न खतरे ने बिल्डिंग की सुविधाओं की समग्र सुरक्षा को लेकर चिंताएँ बढ़ा दी हैं। अपार्टमेंट में रहने वाले लोग अब अपार्टमेंट प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।