Shaniwar Niyam: शनिवार को ऐसे करें शनि देव की पूजा, नहीं तो जीवन में आ सकती है भारी मुसीबत

Shaniwar Niyam: शनिवार को ऐसे करें शनि देव की पूजा, नहीं तो जीवन में आ सकती है भारी मुसीबत

Shaniwar Niyam: शनिवार का दिन शनि देव की उपासना के लिए विशेष माना जाता है। जो लोग शनि साढ़ेसाती या ढैय्या से परेशान हैं उन्हें शनिवार को शनि देव की पूजा अवश्य करनी चाहिए। इस दिन हनुमान जी की भी पूजा करने से जीवन में आने वाली परेशानियाँ दूर होती हैं और मन को शांति मिलती है। खास बात यह है कि अगर सही विधि से पूजा की जाए तो शनि देव की कृपा से जीवन में स्थिरता और समृद्धि का मार्ग खुलता है। इसके साथ ही शाम के समय पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाने से विशेष पुण्य फल प्राप्त होता है।

शनिवार को इस विधि से करें शनि देव की पूजा

शनिवार की सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ कपड़े पहनें। इस दिन काले रंग के वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है क्योंकि यह शनि देव का प्रिय रंग है। पूजा स्थल पर जाकर शनि देव की मूर्ति या चित्र के सामने सरसों का तेल, फूल, काले तिल और उड़द की दाल चढ़ाएं। इसके बाद शनि चालीसा का पाठ करें और शनि मंत्रों का जाप करें जैसे – “ॐ शं शनैश्चराय नमः”। शनि देव को काले तिल और खिचड़ी का भोग अर्पित करें। ध्यान रखें कि पूजा के दौरान शनि देव की आँखों में सीधे न देखें बल्कि उनके चरणों की ओर दृष्टि रखें। पूजा समाप्त होने पर शनि देव की आरती करें और मन में उनका ध्यान करें।

Shaniwar Niyam: शनिवार को ऐसे करें शनि देव की पूजा, नहीं तो जीवन में आ सकती है भारी मुसीबत

शनिवार को ज़रूर मानें ये नियम

शनिवार के दिन कुछ विशेष नियमों का पालन करना बहुत जरूरी होता है ताकि शनि देव की दृष्टि से बचा जा सके। इस दिन शराब और अन्य नशे का सेवन नहीं करना चाहिए। किसी भी बुजुर्ग व्यक्ति का अपमान करने से बचें और नम्रता से व्यवहार करें। मांसाहार या किसी भी प्रकार का तामसिक भोजन न करें क्योंकि यह नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है। गलत कार्यों से बचें और कोशिश करें कि जरूरतमंदों की मदद करें। यह दिन दान-पुण्य करने के लिए भी बहुत शुभ होता है इसलिए काले वस्त्र, तिल, लोहे की वस्तु या तेल का दान करना उत्तम माना गया है।

शनि देव की कृपा से दूर होंगी जीवन की बाधाएँ

अगर श्रद्धा और विधि-विधान से शनिवार को शनि देव की पूजा की जाए तो जीवन की अनेक बाधाएं स्वतः ही दूर होने लगती हैं। शनि देव कर्मों के अनुसार फल देने वाले देवता हैं इसलिए सद्कर्म करना बहुत आवश्यक है। उनका आशीर्वाद मिलने से रोजगार में सफलता, मानसिक शांति और पारिवारिक सुख की प्राप्ति होती है। शनि देव की पूजा न केवल नकारात्मक प्रभावों को दूर करती है बल्कि जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी करती है। इसलिए श्रद्धापूर्वक और नियमों का पालन करते हुए शनिवार को शनि देव और हनुमान जी की आराधना करें और उनके आशीर्वाद से जीवन को सुखद और संतुलित बनाएं।