Rajnath Singh: भारत-पाक तनाव के बीच आया शौर्य का संदेश, महाराणा प्रताप को सलामी देने उठे रक्षा मंत्री!

Rajnath Singh: भारत-पाक तनाव के बीच आया शौर्य का संदेश, महाराणा प्रताप को सलामी देने उठे रक्षा मंत्री!

Rajnath Singh: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, 9 मई को महाराणा प्रताप की जयंती पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट साझा की। इस पोस्ट में राजनाथ सिंह ने लिखा, “वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जी की जयंती पर उन्हें याद करता हूं और उन्हें नमन करता हूं। वे भारतीय इतिहास के महान नायक थे जिन्होंने अपनी मातृभूमि की ‘सम्मान, प्रतिष्ठा और आत्म-सम्मान’ की रक्षा के लिए सब कुछ बलिदान कर दिया। महाराणा प्रताप ने न केवल अपने जीवन में साहस और वीरता का परिचय दिया बल्कि समाज को एकजुट रखने का भी कार्य किया।”

रक्षा मंत्री ने आगे लिखा, “आज मैं भामाशाह को भी याद करता हूं जिन्होंने संकट के समय बिना किसी विचार के अपनी संचित सम्पत्ति महाराणा प्रताप को समर्पित की और अद्वितीय बलिदान का उदाहरण प्रस्तुत किया। यही कारण है कि जब भी अप्रतिम बलिदान, दान और असीम उदारता की बात होगी, तब भामाशाह के जीवन का उदाहरण दिया जाएगा।” उन्होंने यह भी कहा, “आज मुझे बिहार प्रदेश बीजेपी द्वारा पटना में आयोजित राणा-भामा सम्मेलन को संबोधित करना था, लेकिन कुछ अपरिहार्य कारणों से मैं इस कार्यक्रम में भाग नहीं ले पा रहा हूं। फिर भी, मैं एक बार फिर राणा प्रताप जी और भामाशाह की याद को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।”

राजनाथ सिंह की अहम बैठक

सूत्रों के मुताबिक, इस समय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक में शामिल हैं। इस बैठक में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान भी मौजूद हैं। यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में तनाव बढ़ा है। पाकिस्तान की सेना ने 8 मार्च को सीमा से सटे राज्यों पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए थे, लेकिन भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने सभी हमलों को हवा में ही नाकाम कर दिया था।

भारत की जवाबी कार्रवाई और सरकारी प्रेस कॉन्फ्रेंस

पाकिस्तान द्वारा किए गए हमलों के बाद, भारतीय सेना ने कई मिसाइल हमले किए और पाकिस्तान के रक्षा सिस्टम को निशाना बनाया। भारतीय वायुसेना ने भी जवाबी कार्रवाई की और पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकानों को तबाह किया। हालांकि, इस हमले के बारे में अभी तक अधिक जानकारी सामने नहीं आई है। लेकिन, सरकार ने इस मामले पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करने का फैसला किया है, जिसमें इस हमले और भारतीय सेना की प्रतिक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी।

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच राजनाथ सिंह का यह बयान और बैठक दोनों महत्वपूर्ण हैं। जहां एक ओर उन्होंने महाराणा प्रताप और भामाशाह की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की, वहीं दूसरी ओर भारतीय सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। आने वाले दिनों में इस मामले में और अधिक अपडेट मिल सकते हैं।