Mutual Fund: गोल्ड ETF में 87% की छलांग, जानिए कहां बह रहा है निवेशकों का पैसा

Mutual Fund: गोल्ड ETF में 87% की छलांग, जानिए कहां बह रहा है निवेशकों का पैसा

Mutual Fund: अमेरिका के रेसिप्रोकल टैरिफ और भारत-पाकिस्तान युद्ध जैसी वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारतीय म्यूचुअल फंड निवेशकों का आत्मविश्वास कम नहीं हुआ है। ICRA Analytics की नई रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल 2025 में भारतीय म्यूचुअल फंड उद्योग का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 70 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया है। यह आंकड़ा एक साल पहले की तुलना में 22% ज्यादा है और मार्च 2025 की तुलना में 6% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यह दिखाता है कि भारतीय निवेशक दीर्घकालिक निवेश को लेकर कितने सकारात्मक हैं और बाजार की हलचल के बावजूद निवेश जारी रख रहे हैं।

कौन-कौन सी योजनाएं सबसे आगे

रिपोर्ट में बताया गया है कि अन्य योजनाओं की श्रेणी (जैसे इंडेक्स फंड, ETF और फंड ऑफ फंड) में सबसे ज्यादा 23.80% की वृद्धि दर्ज की गई है। इसके बाद दूसरे स्थान पर ओपन-एंडेड इक्विटी योजनाएं रहीं, जिनका एसेट पिछले साल की तुलना में 23.57% बढ़ा है। वहीं हाइब्रिड स्कीम्स का AUM 20.74% तक बढ़ा है। इन आंकड़ों से साफ है कि निवेशक इक्विटी और हाइब्रिड योजनाओं में भरोसा जता रहे हैं और अपना पोर्टफोलियो विविध बनाने पर ध्यान दे रहे हैं ताकि जोखिम को संतुलित किया जा सके।

Mutual Fund: गोल्ड ETF में 87% की छलांग, जानिए कहां बह रहा है निवेशकों का पैसा

ETF कैटेगरी में गोल्ड ETF स्कीम का एसेट अप्रैल 2025 में 87.33% की बढ़त के साथ 61,422 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। वहीं इंडेक्स फंड्स में 31% की बढ़ोतरी हुई और उनका एसेट 2.92 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया। इक्विटी कैटेगरी में सबसे ज्यादा तेजी सेक्टोरल/थीमैटिक फंड्स में देखी गई, जो 49.94% बढ़े। इसके बाद मल्टी-कैप फंड्स का नंबर आता है, जिसमें 35.79% की बढ़ोतरी हुई। इसका मतलब यह है कि निवेशक तेजी से थीमैटिक और सेक्टरल अवसरों की तरफ आकर्षित हो रहे हैं और अपनी रणनीति को और ज्यादा डायवर्सिफाई कर रहे हैं।

SIP खातों की संख्या में ऐतिहासिक वृद्धि

SIP (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) खातों की संख्या में भी बड़ा उछाल आया है। एक साल पहले के मुकाबले यह 5% बढ़कर अप्रैल 2025 में 914.41 लाख हो गई, जबकि अप्रैल 2024 में यह संख्या 870.11 लाख थी। पिछले महीने SIP के जरिए 26,632 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, जो अप्रैल 2024 के 20,371 करोड़ रुपये के मुकाबले 31% ज्यादा है। दिसंबर पिछले साल और जनवरी इस साल भी SIP निवेश ने 26,000 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार किया था। फरवरी 2025 में निवेशकों ने SIP से 25,999 करोड़ रुपये लगाए थे और मार्च में 25,926 करोड़ रुपये। यह बताता है कि छोटे निवेशक भी बाजार में लगातार भरोसा बनाए हुए हैं और हर महीने छोटी-छोटी रकम निवेश कर लंबी अवधि का लक्ष्य हासिल करने में जुटे हैं।