Shani Jayanti: शनि जयंती का दिन शनि देव की कृपा पाने के लिए बहुत ही खास माना जाता है। हर साल ज्येष्ठ अमावस्या के दिन शनि जयंती मनाई जाती है और इस साल यह पर्व 27 मई को मनाया जाएगा। मान्यता के अनुसार इस दिन उदीयमान तिथि (Udayatithi) के अनुसार पूजा-अर्चना की जाती है। इस दिन शनि देव के भक्त पूजा करते हैं और तरह-तरह के उपायों को अपनाते हैं ताकि उनके जीवन से दुख-दरिद्रता दूर हो और सुख-समृद्धि आए। शनि देव को न्याय का देवता माना जाता है और उनके प्रसन्न होने पर जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं। इसलिए शनि जयंती पर भक्त पूरे विधि-विधान से पूजा करते हैं और कुछ खास चीजें अपने घर लाकर सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं।
शनि जयंती पर घर में जरूर लाएं ये चीजें
शनि जयंती पर घर में कुछ विशेष चीजें लाने की परंपरा बहुत पुरानी है क्योंकि इन चीजों से शनि देव का आशीर्वाद मिलता है। सबसे पहले बात करते हैं जटा वाले नारियल की। इस दिन जटा वाला नारियल घर लाना शुभ माना जाता है। इसे पूजा स्थल पर रखा जाता है और इससे घर में लक्ष्मी माता की कृपा भी प्राप्त होती है। नारियल समृद्धि और अन्न के प्रतीक माने जाते हैं। इसके अलावा नीले फूल भी शनि देव को बहुत प्रिय होते हैं। इस दिन नीले फूल खरीदकर घर लाना या पूजा में चढ़ाना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से नौकरी और व्यापार में आने वाली समस्याएं दूर होती हैं और कामकाज में सफलता मिलती है।
शमी का पौधा और धार्मिक किताबों का महत्व
शनि जयंती के दिन शमी का पौधा लाना भी बहुत शुभ माना जाता है। शमी के पौधे को घर लाने से नकारात्मकता दूर होती है और घर में सुख-शांति बनी रहती है। अगर आप शमी का पौधा नहीं ला सकते, तो उसकी पत्तियां या फूल भी घर ला सकते हैं। इसके अलावा धार्मिक और आध्यात्मिक किताबें भी इस दिन खरीदना अच्छा माना जाता है। शनि देव को आध्यात्मिकता और ज्ञान से जुड़ा हुआ माना जाता है। जिन लोगों की कुंडली में शनि की अच्छी स्थिति होती है, वे अक्सर धार्मिक किताबों में रुचि रखते हैं। ऐसे में अगर आप शनि जयंती के दिन धार्मिक या आध्यात्मिक किताबें लाते हैं, तो इससे न केवल शनि देव प्रसन्न होते हैं, बल्कि आपके ज्ञान और बुद्धि में भी वृद्धि होती है।
सावधानियां और आस्था का महत्व
शनि जयंती पर पूजा-पाठ और चीजें लाने के साथ-साथ कुछ सावधानियां रखना भी जरूरी है। इस दिन कोशिश करें कि कोई गलत काम न करें, किसी का दिल न दुखाएं और जरूरतमंदों की मदद करें। शनि देव को दान देना बहुत प्रिय होता है, इसलिए इस दिन काले कपड़े, काले तिल, तेल या लोहे की चीजों का दान करने से भी विशेष लाभ मिलता है। शनि जयंती का दिन केवल उपायों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह आत्मचिंतन और आत्मसुधार का दिन भी है। अगर आप सच्चे मन से शनि देव की पूजा करते हैं, अच्छे कर्म करते हैं और सही रास्ते पर चलते हैं, तो शनि देव जरूर प्रसन्न होते हैं और जीवन में खुशहाली लाते हैं। इस खास दिन को पूरी आस्था के साथ मनाएं और अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव का अनुभव करें।