सेमीकंडक्टर चिप निर्माता कंपनी Nvidia ने Microsoft को पछाड़कर दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी बनने का गौरव हासिल किया है। कंपनी की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में तेजी से बढ़ती पकड़ ने इसके मार्केट वैल्यू को नई ऊंचाई पर पहुंचाया है। मंगलवार को Nvidia के शेयरों में लगभग 3.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इसके बाद कंपनी का कुल मार्केट वैल्यू लगभग 3.45 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गया। वहीं, Microsoft का मार्केट वैल्यू 3.44 ट्रिलियन डॉलर रहा।
यह पहली बार नहीं है जब Nvidia ने मार्केट वैल्यू के मामले में शीर्ष स्थान हासिल किया हो। इस साल 24 जनवरी को भी कंपनी इस मुकाम पर पहुंची थी। हालांकि कुछ समय बाद यह स्थान कंपनी से छिन गया था, लेकिन अब AI चिप्स की बढ़ती मांग और कंपनी के बढ़ते राजस्व के कारण Nvidia फिर से शीर्ष पर आ गई है। अप्रैल 27 को समाप्त हुए पहले तिमाही में Nvidia का राजस्व 44.1 बिलियन डॉलर था, जो पिछले तिमाही से 12 प्रतिशत और पिछले साल की इसी तिमाही से 69 प्रतिशत अधिक है। इसका मुख्य कारण AI और डेटा सेंटर्स में उपयोग होने वाली चिप्स की मजबूत मांग है।
Nvidia के AI सिस्टम और H20 चिप की मांग में बढ़ोतरी
इस अवधि में Nvidia की H20 चिप की मांग वैश्विक शुल्क और व्यापार नियमों के बावजूद लगातार बढ़ी है। केवल इस चिप से कंपनी ने पहली तिमाही में 4.6 बिलियन डॉलर की कमाई की है। Nvidia अब सिर्फ चिप्स बनाने तक सीमित नहीं है, बल्कि AI के लिए जरूरी इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करने में भी जुटी है। कंपनी अगले चार सालों में 500 बिलियन डॉलर के AI सिस्टम बनाने की योजना बना रही है। इनमें AI सुपरकंप्यूटर और बड़े डेटा सेंटर्स शामिल होंगे, जो भविष्य की तकनीक के लिए जरूरी हैं।
अमेरिका में AI सुपरकंप्यूटर का निर्माण शुरू करेगी Nvidia
इस अप्रैल में रिपोर्ट्स आई थीं कि Nvidia अमेरिका में पहली बार AI सुपरकंप्यूटर बनाएगी। कंपनी ने अपने एडवांस्ड Blackwell चिप्स के उत्पादन के लिए Arizona में निवेश किया है। इसके साथ ही टेक्सास में एक AI सुपरकंप्यूटर सुविधा का निर्माण भी कर रही है, जिसकी निर्माण क्षेत्रफल एक मिलियन वर्ग फुट से ज्यादा है। Nvidia ने इसके लिए Foxconn के साथ साझेदारी भी की है। ये कदम कंपनी को AI क्षेत्र में और मजबूत बनाएंगे और भविष्य में टेक्नोलॉजी के नए आयाम खोलेंगे।