WPL 2025: महिला प्रीमियर लीग (WPL) 2025 के तीसरे सीजन के दूसरे मुकाबले में तीसरे अंपायर के विवादास्पद फैसले को लेकर सोशल मीडिया पर जबरदस्त बहस छिड़ गई है। मुंबई इंडियंस और दिल्ली कैपिटल्स के बीच खेले गए इस रोमांचक मैच में आखिरी गेंद पर दिल्ली कैपिटल्स की टीम महज 2 रन से जीत दर्ज करने में सफल रही, लेकिन इस जीत के साथ ही कई विवाद भी खड़े हो गए।
आखिरी गेंद पर अरुंधति रेड्डी के रनआउट को लेकर तीसरे अंपायर गायत्री वेणुगोपालन का फैसला सुर्खियों में आ गया, जिसे देखने के बाद कई दिग्गजों ने नाराजगी जताई। इस विवादास्पद निर्णय पर भारतीय महिला क्रिकेट की दिग्गज खिलाड़ी मिथाली राज, पूर्व RCB हेड कोच माइक हेसन और कमेंटेटर लिसा स्थालेकर ने सवाल खड़े किए हैं।
आखिरी गेंद पर क्या हुआ था?
वड़ोदरा के स्टेडियम में खेले गए इस मैच में मुंबई इंडियंस ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 164 रन बनाए। जवाब में दिल्ली कैपिटल्स की टीम लक्ष्य का पीछा करते हुए 19.5 ओवर में 163 रन बना चुकी थी। मैच की आखिरी गेंद पर दिल्ली को जीत के लिए दो रन की जरूरत थी। अरुंधति रेड्डी ने एक शॉट खेला, लेकिन गेंद ज्यादा दूर नहीं जा सकी। इसके बावजूद उन्होंने साथी बल्लेबाज के साथ दो रन चुराने की कोशिश की।
📁 #TATAWPL
↳ 📂 Last Over Classic@DelhiCapitals hold their nerves and win on the very last ball of the match 🔥👏Scorecard ▶ https://t.co/99qqGTKYHu#MIvDC pic.twitter.com/rvxAdfrlUr
— Women’s Premier League (WPL) (@wplt20) February 15, 2025
जैसे ही वह दूसरा रन पूरा करने के लिए क्रीज की तरफ बढ़ीं, तभी मुंबई इंडियंस की विकेटकीपर ने स्टंप्स पर थ्रो मारा और गिल्लियां बिखेर दीं। मुंबई इंडियंस की टीम ने तुरंत रन आउट की अपील कर दी, जिसके बाद मामला तीसरे अंपायर के पास चला गया।
तीसरे अंपायर के फैसले पर क्यों उठा विवाद?
तीसरे अंपायर गायत्री वेणुगोपालन ने कई बार रिप्ले देखने के बाद अरुंधति रेड्डी को नॉट आउट करार दिया, जिससे मुंबई इंडियंस के खिलाड़ी और फैंस हैरान रह गए। रिप्ले में साफ दिख रहा था कि जब गिल्लियां बिखरी थीं, तब रेड्डी का बल्ला लाइन के बाहर था।
- जब गेंद स्टंप्स से टकराई, तब LED बेल्स जल उठीं, जिसका मतलब था कि बेल्स हिल चुकी थीं।
- अगले ही फ्रेम में बेल्स पूरी तरह स्टंप्स से अलग हो चुकी थीं, लेकिन इस दौरान रेड्डी का बल्ला क्रीज के अंदर आ गया था।
- इस फैसले के चलते दिल्ली कैपिटल्स को दो रन मिल गए और उन्होंने मुकाबला जीत लिया।
यह पहली बार नहीं था जब इस मैच में तीसरे अंपायर के फैसलों पर सवाल उठे। इससे पहले शिखा पांडे और राधा यादव के रनआउट फैसले भी विवादों में रहे।
मिथाली राज ने फैसले पर उठाए सवाल
भारतीय महिला टीम की पूर्व कप्तान मिथाली राज, जो इस मैच में कमेंट्री कर रही थीं, ने तीसरे अंपायर के निर्णय पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा:
“शिखा पांडे और राधा यादव के रनआउट फैसले मुंबई इंडियंस के पक्ष में जाने चाहिए थे। शिखा पांडे के मामले में उनका बल्ला लाइन पर था, जो आउट करार दिया जाना चाहिए था। राधा यादव के मामले में भी जब LED स्टंप्स जलीं, तब उनका बल्ला हवा में था और क्रीज के किसी भी हिस्से को छू नहीं रहा था। अगर ऐसा है, तो यह क्लियर आउट होना चाहिए था।”
Not sure why the umpire tonight has decided that the zinger bails are not applicable? Once bails lights up connection is lost therefore wicket is broken! That is in the playing conditions! Have seen more confusion in last 10 mins than ever before 🤷♂️#WPL2025 #MIvDC #wpl #runout
— Mike Hesson (@CoachHesson) February 15, 2025
माइक हेसन ने भी दी प्रतिक्रिया
पूर्व RCB हेड कोच माइक हेसन ने भी तीसरे अंपायर के फैसले पर अपनी राय रखी। उन्होंने X (ट्विटर) पर लिखा:
“मुझे समझ नहीं आ रहा कि अंपायर ने यह कैसे तय कर लिया कि LED बेल्स वाले नियम लागू नहीं होंगे? एक बार जब बेल्स जलती हैं, तो इसका मतलब कनेक्शन टूट चुका है और विकेट गिर चुका है। ऐसा पहले कभी नहीं देखा गया कि अंतिम 10 मिनट में इतनी ज्यादा उलझन हो।”
क्या DRS में सुधार की जरूरत है?
यह कोई पहला मौका नहीं है जब DRS प्रणाली पर सवाल खड़े हुए हैं। WPL में भी कई बार अंपायरिंग को लेकर विवाद हुआ है। इस घटना के बाद अब सवाल उठने लगे हैं कि क्या DRS के नियमों में बदलाव की जरूरत है?
क्रिकेट के नियमों के अनुसार, यदि बेल्स पूरी तरह से स्टंप्स से अलग हो जाती हैं और बल्लेबाज का बल्ला या पैर क्रीज के अंदर नहीं है, तो इसे आउट करार दिया जाना चाहिए। लेकिन इस मैच में तीसरे अंपायर ने रिप्ले देखने के बावजूद रेड्डी को नॉट आउट दिया, जो सभी को चौंका देने वाला था।
मुंबई इंडियंस की कप्तान हरमनप्रीत कौर भी नाराज
मुंबई इंडियंस की कप्तान हरमनप्रीत कौर इस फैसले से नाखुश नजर आईं। उन्होंने मैच के बाद कहा:
“हमने पूरा मैच कड़ी मेहनत से खेला, लेकिन जब इस तरह के फैसले आते हैं, तो यह निराशाजनक होता है। हमें अंपायरिंग के स्तर में सुधार की जरूरत है, खासकर इतने बड़े टूर्नामेंट में।”
क्या WPL 2025 में बढ़ेंगे अंपायरिंग विवाद?
इस मैच के बाद अब क्रिकेट एक्सपर्ट्स का कहना है कि यदि तीसरे अंपायर के फैसलों में पारदर्शिता नहीं रखी गई, तो WPL 2025 में ऐसे विवाद और बढ़ सकते हैं। पहले भी IPL और अन्य लीग में अंपायरिंग को लेकर सवाल उठते रहे हैं, लेकिन WPL में इस तरह का बड़ा विवाद पहली बार देखने को मिला है।
WPL 2025 का यह दूसरा मुकाबला बेहद रोमांचक रहा, लेकिन तीसरे अंपायर के विवादास्पद फैसलों ने इसे चर्चा का विषय बना दिया। मिथाली राज, माइक हेसन और हरमनप्रीत कौर समेत कई क्रिकेट विशेषज्ञों ने इस फैसले पर नाराजगी जताई है।
अब देखने वाली बात होगी कि BCCI और WPL गवर्निंग काउंसिल इस मामले पर क्या कदम उठाते हैं। क्या अंपायरिंग के नियमों में बदलाव किया जाएगा या फिर इसी तरह विवाद होते रहेंगे? यह तो आने वाले मैचों में ही साफ होगा।