India Strikes: भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान में राजनीतिक उथल-पुथल का माहौल बन गया है। इस बीच, भारतीय राजनीति में भी इसकी गूंज सुनाई दे रही है। आल इंडिया महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अलका लांबा ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक विशेष संसद सत्र बुलाने की मांग की है। उनका कहना है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ द्वारा किए गए झूठे दावों का जवाब देने के लिए यह सत्र बुलाया जाना चाहिए।
अलका लांबा का मोदी सरकार से सवाल
अलका लांबा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर इस बारे में एक पोस्ट साझा की। उन्होंने लिखा, “पाकिस्तान के प्रधानमंत्री संसद सत्र बुलाकर खुद को शाबाशी दे रहे हैं और झूठे दावे कर रहे हैं। वह न केवल अपने देश के लोगों को बल्कि पूरी दुनिया को गुमराह कर रहे हैं। ऐसे में क्या मोदी सरकार को विपक्ष की मांग स्वीकार कर संसद के दोनों सदनों का विशेष सत्र बुलाकर पाकिस्तान के इन दावों का पर्दाफाश नहीं करना चाहिए?” अलका लांबा ने इस पोस्ट में प्रधानमंत्री मोदी से अपील की कि वह 140 करोड़ भारतीयों को विश्वास में लें और भारतीय सेना का मनोबल बढ़ाएं।
पाकिस्तान का प्रधानमंत्री संसद का सत्र बुला कर झूठे दावे पेश कर अपनी पीठ थपथपा रहा है, अपने देश के लोगों के साथ पूरी दुनियाँ को गुमराह कर रहा है ,
फिर क्या ऐसे में विपक्ष की माँग को मानते हुए मोदी सरकार को दोनों सदनों का विशेष सत्र बुला कर पाकिस्तान के दावों की पोल नहीं खोलनी…— Alka Lamba 🇮🇳 (@LambaAlka) May 7, 2025
पाकिस्तान के झूठे दावे हो रहे हैं बेनकाब
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान में राजनीतिक दबाव बढ़ गया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने संसद में जो बयान दिए थे, उन पर सवाल उठने लगे हैं। पाकिस्तान के लोग भी अब इन दावों पर सवाल उठाने लगे हैं। पाकिस्तान की सत्ता और विपक्ष दोनों ही इस समय परेशान हैं और हर कोई अपने-अपने तरीके से इस मुद्दे पर बयान दे रहा है। पाकिस्तान के अंदर इस पर बहस हो रही है कि प्रधानमंत्री के दावे कितने सही थे और क्या उनका कोई आधार था।
मोदी सरकार पर विपक्षी दबाव
अलका लांबा ने प्रधानमंत्री मोदी से यह मांग की है कि वह इस मामले पर संसद में चर्चा करें और पाकिस्तान के झूठे दावों का खुलासा करें। उनका कहना है कि यह समय है जब मोदी सरकार विपक्ष की मांग को स्वीकार कर एक विशेष सत्र बुलाए और पाकिस्तान की झूठी बयानबाजी का जवाब दे। इस मांग के साथ, उन्होंने यह भी कहा कि मोदी सरकार को इस मुद्दे पर कोई भी बहाना नहीं बनाना चाहिए और उसे इस पर त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए।
इस प्रकार, ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान में उठने वाली राजनीतिक हलचल और भारत में इसका असर साफ तौर पर देखा जा रहा है। इस बीच, भारतीय नेताओं की आवाज़ पाकिस्तान के झूठे दावों को बेनकाब करने के लिए तेज़ हो गई है।