Gold ETF: शेयर बाजार के गिरते बाजार में निवेश के लिए एक सुरक्षित विकल्प

Gold ETF: शेयर बाजार के गिरते बाजार में निवेश के लिए एक सुरक्षित विकल्प

Gold ETF: भारतीय शेयर बाजार में इन दिनों गिरावट जारी है। सोमवार को सुबह 11:43 बजे तक, सेंसेक्स 75,658.37 अंकों पर ट्रेड कर रहा था, जो 280.84 अंकों (0.37%) की गिरावट को दर्शाता है। वहीं, निफ्टी 50 भी 22,845.50 अंकों पर कारोबार कर रहा था, जो 83.75 अंकों (0.37%) की गिरावट दिखा रहा था। आपको बताएं कि भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला पिछले साल सितंबर के अंत से शुरू हुआ था, जो अब तक जारी है।

इस निरंतर गिरावट से आम निवेशक काफी परेशान हो चुके हैं और वे अब एक ऐसे निवेश विकल्प की तलाश में हैं, जहां शेयर बाजार जैसी उच्च जोखिम वाली स्थिति न हो। ऐसे में, गोल्ड ETF (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) निवेश का एक बेहतरीन विकल्प बनकर उभरा है। आइए, जानें गोल्ड ETF के बारे में विस्तार से।

गोल्ड ETF क्या है?

गोल्ड ETF एक विशेष प्रकार का म्यूचुअल फंड है, जिसका एक यूनिट 24 कैरेट सोने के एक ग्राम के बराबर होता है। हालांकि, गोल्ड ETF का व्यापार भी शेयर बाजार में ही होता है। इसका मतलब है कि जैसे शेयरों की कीमतें बढ़ती-घटती हैं, ठीक वैसे ही गोल्ड ETF की कीमत भी सोने की कीमत के साथ बढ़ती और घटती रहती है। सोने की कीमत में वृद्धि होने पर गोल्ड ETF की कीमत भी बढ़ती है, और इसके विपरीत, सोने की कीमत घटने पर इसकी कीमत भी कम हो सकती है।

Gold ETF: शेयर बाजार के गिरते बाजार में निवेश के लिए एक सुरक्षित विकल्प

गोल्ड ETF को खरीदने और बेचने के लिए आपको एक डिमैट खाता होना आवश्यक है। इससे आप आसानी से गोल्ड ETF को ट्रेड कर सकते हैं और अपने निवेश को बिना किसी परेशानी के प्रबंधित कर सकते हैं।

गोल्ड ETF के फायदे

1. कोई मेकिंग चार्ज और GST नहीं

सोने के शारीरिक रूप (जैसे गहनों) में निवेश करते समय आपको मेकिंग चार्ज और GST का भुगतान करना पड़ता है, जो कि काफी महंगा साबित हो सकता है। लेकिन गोल्ड ETF में निवेश करते समय आपको इन अतिरिक्त खर्चों का सामना नहीं करना पड़ता। गोल्ड ETF के एक यूनिट के मूल्य में सिर्फ सोने की कीमत शामिल होती है, इसके अलावा कोई अतिरिक्त खर्च नहीं होता।

2. सुरक्षित निवेश का विकल्प

गोल्ड हमेशा से एक सुरक्षित निवेश विकल्प माना जाता है। जब शेयर बाजार में गिरावट होती है, तो सोने की कीमत अक्सर बढ़ती है। इस कारण से, गोल्ड ETF में निवेश करना उन निवेशकों के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है, जो बाजार में जोखिम से बचना चाहते हैं और एक स्थिर रिटर्न की तलाश में हैं।

3. लिक्विडिटी

गोल्ड ETF में निवेश करने से आपको सोने के शारीरिक रूप की तुलना में बेहतर लिक्विडिटी मिलती है। आप गोल्ड ETF को शेयर बाजार में खरीद और बेच सकते हैं, जिसका मतलब है कि आपको अपने निवेश को आसानी से नकद में बदलने की सुविधा होती है। वहीं, शारीरिक सोने के साथ आपको इसे बेचने में समय और मेहनत लग सकती है।

4. कम न्यूनतम निवेश राशि

गोल्ड ETF में निवेश के लिए आपको बड़ी राशि की जरूरत नहीं होती। आप गोल्ड ETF के एक यूनिट के रूप में एक ग्राम सोने के मूल्य के हिसाब से कम निवेश भी कर सकते हैं। इससे छोटे निवेशकों के लिए भी गोल्ड ETF एक सुलभ विकल्प बनता है।

5. ट्रांसपेरेंसी

गोल्ड ETF में निवेश करने का एक बड़ा फायदा यह है कि इसमें पूरी प्रक्रिया पारदर्शी होती है। आपको यह पूरी जानकारी मिलती है कि आपके निवेश पर कितना रिटर्न मिल रहा है और बाजार में सोने की कीमत के साथ इसका मूल्य कैसे बढ़ता या घटता है। इसके अलावा, यह निवेश पूरी तरह से डिजिटल होता है, जिससे आपको अपनी सम्पत्ति की सुरक्षा के बारे में चिंता करने की आवश्यकता नहीं होती।

गोल्ड ETF के नुकसान

1. बाजार आधारित जोखिम

गोल्ड ETF में निवेश करते समय आपको सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। अगर सोने की कीमतें घटती हैं, तो गोल्ड ETF का मूल्य भी घट सकता है। हालांकि, शारीरिक सोने के मुकाबले यह जोखिम कम होता है, क्योंकि इसमें किसी प्रकार के भौतिक नुकसान का खतरा नहीं होता।

2. डिमैट खाता आवश्यक है

गोल्ड ETF में निवेश करने के लिए आपके पास डिमैट खाता होना जरूरी है, क्योंकि यह शेयर बाजार में ट्रेड होता है। यदि आपके पास डिमैट खाता नहीं है, तो आपको सबसे पहले एक डिमैट खाता खोलना होगा, जो कुछ निवेशकों के लिए एक अतिरिक्त कदम हो सकता है।

3. कुछ म्यूचुअल फंड्स के मुकाबले उच्च शुल्क

गोल्ड ETF में निवेश करते समय कुछ म्यूचुअल फंड्स के मुकाबले आपको उच्च प्रबंधन शुल्क (Expense Ratio) का सामना हो सकता है। हालांकि यह शुल्क आमतौर पर कम होता है, लेकिन फिर भी इसे ध्यान में रखना जरूरी है।

कैसे करें गोल्ड ETF में निवेश?

गोल्ड ETF में निवेश करने के लिए सबसे पहले आपको एक डिमैट खाता खोलना होगा। इसके बाद, आप किसी भी प्रमुख म्यूचुअल फंड हाउस या ब्रोकर से गोल्ड ETF खरीद सकते हैं। गोल्ड ETF की कीमत सोने की कीमत से जुड़ी होती है, इसलिए आपको बाजार में सोने की कीमतों को ध्यान में रखते हुए निवेश करना चाहिए।

आपको यह भी ध्यान रखना चाहिए कि गोल्ड ETF का व्यापार शेयर बाजार में होता है, जिससे आपको इसके लिए नियमित निगरानी करनी पड़ सकती है। इसके अलावा, निवेश से पहले किसी वित्तीय सलाहकार से सलाह लेना भी एक अच्छा कदम हो सकता है।

अगर आप शेयर बाजार के गिरते बाजार से परेशान हैं और सुरक्षित निवेश की तलाश में हैं, तो गोल्ड ETF आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। यह न केवल एक सुरक्षित निवेश विकल्प है, बल्कि आपको सोने की कीमतों के उतार-चढ़ाव से लाभ भी मिल सकता है। गोल्ड ETF में निवेश करने से आपको सोने की शारीरिक खरीदारी के मुकाबले कई फायदे मिलते हैं, जैसे कि कोई मेकिंग चार्ज या GST नहीं, बेहतर लिक्विडिटी और कम न्यूनतम निवेश राशि। इसलिए, यदि आप एक सुरक्षित और लाभकारी निवेश विकल्प की तलाश में हैं, तो गोल्ड ETF में निवेश पर विचार करें।