Vivek Joshi Appointed As EC: डॉ. विवेक जोशी को चुनाव आयुक्त पद की जिम्मेदारी, जानिए उनका सफर

Vivek Joshi Appointed As EC: डॉ. विवेक जोशी को चुनाव आयुक्त पद की जिम्मेदारी, जानिए उनका सफर

Vivek Joshi Appointed As EC: डॉ. विवेक जोशी को भारत सरकार ने चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्त किया है। हरियाणा के मुख्य सचिव के रूप में अपनी सेवाएं देने के बाद अब उन्हें यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है। उनका यह नियुक्ति सोमवार, 17 फरवरी 2025 को किया गया। डॉ. विवेक जोशी 1989 बैच के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं और हरियाणा कैडर से आते हैं।

नियुक्ति पत्र में क्या कहा गया है?

विवेक जोशी का नियुक्ति पत्र यह कहता है, “भारत के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 2023 के चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्त (नियुक्ति, सेवा की शर्तें और कार्यकाल) अधिनियम की धारा 4 के तहत डॉ. विवेक जोशी, आईएएस (एचवाई: 1989) को भारतीय चुनाव आयोग में चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्त किया है, जो उनके पदभार ग्रहण करने की तिथि से प्रभावी होगा।”

चुनाव आयुक्त के रूप में विवेक जोशी का कार्यकाल

विवेक जोशी का जन्म 21 मई 1966 को हुआ था और वह 58 वर्ष के हैं। वे 2031 तक चुनाव आयुक्त के रूप में कार्य करेंगे। भारतीय चुनाव आयोग में चुनाव आयुक्त या मुख्य चुनाव आयुक्त का कार्यकाल 65 वर्ष की आयु तक होता है, या फिर वे छह साल तक आयोग में रह सकते हैं।

चुनाव आयुक्त के रूप में जिम्मेदारियां

विवेक जोशी का कार्यभार संभालने के बाद, उन्हें इस वर्ष बिहार विधानसभा चुनावों की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा, 2026 में होने वाले केरल, पुडुचेरी, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों की जिम्मेदारी भी उनके कंधों पर होगी। इन चुनावों के आयोजन में उनकी भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होगी क्योंकि यह राज्य और देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सशक्त बनाने में मदद करेगा।

पूर्व में क्या कार्य किए हैं विवेक जोशी ने?

डॉ. विवेक जोशी ने अपनी कैरियर की शुरुआत एक आईएएस अधिकारी के रूप में की थी और उन्हें अपनी सेवाएं हरियाणा राज्य में दी थीं। वह हरियाणा के 26वें मुख्य सचिव के रूप में कार्य कर चुके हैं। उनके पास प्रशासनिक अनुभव का खजाना है और उनका कार्यक्षेत्र विभिन्न क्षेत्रों में विस्तृत रहा है। उन्होंने कई प्रशासनिक सुधारों की पहल की और राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

2019 से वे केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर थे और विभिन्न सरकारी कार्यों में अपनी सेवाएं दे रहे थे। अब, चुनाव आयुक्त के रूप में उनका अनुभव और नेतृत्व भारतीय चुनाव आयोग के लिए बहुत मूल्यवान होगा।

नियुक्ति समिति की बैठक और चुनाव आयुक्त की चयन प्रक्रिया

चुनाव आयुक्त के पद के लिए उम्मीदवार के चयन की प्रक्रिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली नियुक्ति समिति की अहम भूमिका है। इस समिति में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी शामिल थे। इस समिति ने विवेक जोशी के नाम की सिफारिश राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से की, जिन्होंने इस सिफारिश को मंजूरी दी और विवेक जोशी को चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्त किया।

चुनाव आयुक्त का कार्य और चुनौतियाँ

चुनाव आयुक्त का कार्य चुनावों के निष्पक्ष, स्वतंत्र और पारदर्शी आयोजन को सुनिश्चित करना है। यह बहुत ही जिम्मेदारीपूर्ण कार्य है, क्योंकि चुनाव देश के लोकतंत्र की रीढ़ होते हैं। चुनाव आयुक्त को सुनिश्चित करना होता है कि चुनावी प्रक्रिया में कोई धांधली या अनियमितताएं न हों, और मतदाताओं को उनके अधिकारों का पूरा उपयोग करने का अवसर मिले।

विवेक जोशी के अनुभव का लाभ

विवेक जोशी का प्रशासनिक अनुभव और उनकी कार्यक्षमता चुनाव आयुक्त के रूप में उन्हें एक प्रभावी नेतृत्वकर्ता बनाएगी। हरियाणा के मुख्य सचिव के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था में कई सुधार किए गए थे। अब, चुनाव आयुक्त के रूप में उनका कार्य केवल चुनावी प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाना ही नहीं, बल्कि चुनावों के दौरान आने वाली चुनौतियों से निपटना भी होगा।

चुनावों का आयोजन और चुनाव आयोग की भूमिका

चुनाव आयोग का मुख्य उद्देश्य चुनावों के दौरान निष्पक्षता और पारदर्शिता बनाए रखना है। चुनाव आयोग यह सुनिश्चित करता है कि प्रत्येक चुनाव स्वतंत्र रूप से और बिना किसी दबाव या भ्रष्टाचार के संपन्न हो। इसके अलावा, चुनाव आयोग चुनावों के दौरान सभी राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों के लिए समान अवसर प्रदान करता है और मतदान प्रक्रिया के दौरान जनता के अधिकारों की रक्षा करता है।

विवेक जोशी की नियुक्ति के बाद की दिशा

विवेक जोशी की नियुक्ति से यह उम्मीद की जा रही है कि चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली और भी मजबूत होगी। उनका प्रशासनिक अनुभव और भारतीय लोकतंत्र के प्रति उनका समर्पण चुनावी प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और मजबूत बनाएगा। उनकी नियुक्ति से चुनाव आयोग को एक नया दिशा और ऊर्जा मिल सकती है, जिससे आगामी चुनावों में और भी बेहतर परिणाम सामने आ सकते हैं।

डॉ. विवेक जोशी का चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्त होना भारतीय चुनाव आयोग के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। उनका प्रशासनिक अनुभव, उनके नेतृत्व कौशल और उनकी कार्यकुशलता चुनाव आयोग के कामकाज को और अधिक प्रभावी बनाने में मदद करेगी। आगामी चुनावों के आयोजन में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी, और हम यह उम्मीद करते हैं कि वह भारतीय चुनाव प्रणाली को और सशक्त बनाने में योगदान देंगे।