Share Market: बाजार की गिरावट के बीच निफ्टी में उछाल संभव, ब्रोकरेज फर्म का बड़ा अनुमान

Share Market: बाजार की गिरावट के बीच निफ्टी में उछाल संभव, ब्रोकरेज फर्म का बड़ा अनुमान

Share Market: भारतीय शेयर बाजार पिछले पांच महीनों से बेहद खराब दौर से गुजर रहा है। निवेशक लगातार बिकवाली कर रहे हैं, जिससे बाजार में गिरावट बनी हुई है। बीते सप्ताह विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने भारतीय बाजार से लगभग 405 मिलियन डॉलर की निकासी कर दी। हालाँकि, घरेलू संस्थागत निवेशक (DIIs) लगातार खरीदारी कर रहे हैं, जिससे बाजार में कुछ स्थिरता बनी हुई है और आने वाले समय में भी इस खरीदारी के जारी रहने की उम्मीद है।

इसी बीच, जापान की ब्रोकरेज फर्म नोमुरा (Nomura) ने भारतीय शेयर बाजार को लेकर एक अनुमान जारी किया है, जिसमें निफ्टी 50 में 4% तक की वृद्धि का दावा किया गया है।

निफ्टी 50 में रिकवरी की उम्मीद

नोमुरा का कहना है कि सितंबर 2024 में निफ्टी 50 अपने रिकॉर्ड उच्च स्तर से 16% तक गिर चुका है, लेकिन 2025 में इसमें वापसी की संभावना बनी हुई है।

ब्रोकरेज फर्म के अनुसार, निफ्टी 50 का मौजूदा स्तर 22,932.9 (बुधवार का समापन स्तर, NSE) है, और यह दिसंबर 2025 तक 23,784 के स्तर तक पहुँच सकता है। इस प्रकार, इस साल लगभग 3.7% की वृद्धि की संभावना जताई जा रही है।

नोमुरा ने अपनी रिपोर्ट में यह भी बताया कि वर्ष के अंत तक निफ्टी 50, 21,800 से 25,700 के दायरे में कारोबार कर सकता है। यानी, मौजूदा स्तर से यह 5% तक गिर सकता है या 12% तक की बढ़त भी दिखा सकता है।

किन सेक्टर्स में बेहतर अवसर?

नोमुरा ने अपनी रिपोर्ट में कुछ सेक्टर्स को उच्च प्रदर्शन वाले क्षेत्रों में रखा है और कुछ को कमज़ोर क्षेत्रों की सूची में डाला है।

बढ़त वाले सेक्टर्स (Preferred Sectors):

  • वित्तीय सेवाएं (Financial Services)
  • उपभोक्ता उत्पाद (Consumer Staples, FMCG)
  • तेल एवं गैस (Oil & Gas)
  • दूरसंचार (Telecom)
  • ऊर्जा (Power)
  • फार्मा (Pharmaceuticals)
  • इंटरनेट एवं रियल एस्टेट (Internet & Real Estate)

इन सेक्टर्स में निवेशकों के लिए बेहतर अवसर हो सकते हैं, क्योंकि इनकी मांग बनी हुई है और बाजार में इनकी मजबूत पकड़ है।

कमज़ोर सेक्टर्स (Underweight Sectors):

  • ऑटोमोबाइल (Auto)
  • कैपिटल गुड्स (Capital Goods)
  • सीमेंट (Cement)
  • अस्पताल (Hospital)
  • मेटल्स (Metals)

इन सेक्टर्स को नोमुरा ने ‘अंडरवेट’ श्रेणी में रखा है, जिससे संकेत मिलता है कि इनमें निवेशकों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।

Share Market: बाजार की गिरावट के बीच निफ्टी में उछाल संभव, ब्रोकरेज फर्म का बड़ा अनुमान

नोमुरा के पसंदीदा स्टॉक्स (Preferred Stocks)

नोमुरा ने एक्सिस बैंक (Axis Bank) को अपने पसंदीदा स्टॉक्स की सूची में शामिल किया है।

किन स्टॉक्स को हटाया गया?

  • ह्युंडई मोटर इंडिया (Hyundai Motor India)
  • निप्पॉन इंडिया एएमसी (Nippon India AMC)
  • जीई वर्नोवा टी एंड डी (GE Vernova T&D)

कम पसंदीदा स्टॉक्स (Least Preferred Stocks):

नोमुरा ने वोल्टास (Voltas) और एबीबी इंडिया (ABB India) को कम पसंदीदा स्टॉक्स की सूची में रखा है।

किन स्टॉक्स को हटाया गया?

  • मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki)
  • हैवेल्स (Havells)

निफ्टी 50 में रिकवरी के पीछे के कारण

1. घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) का समर्थन

भले ही विदेशी निवेशक लगातार बिकवाली कर रहे हैं, लेकिन घरेलू निवेशकों का समर्थन बाजार को मजबूती दे रहा है। भारतीय म्यूचुअल फंड्स और बीमा कंपनियां शेयर बाजार में लगातार निवेश कर रही हैं।

2. भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती

  • GDP ग्रोथ रेट बेहतर बनी हुई है।
  • सरकार द्वारा इंफ्रास्ट्रक्चर और मेक इन इंडिया पर जोर दिया जा रहा है।
  • डिजिटल इंडिया, PLI स्कीम और अन्य सरकारी नीतियाँ भारतीय बाजार को मजबूती दे रही हैं।

3. वैश्विक बाजारों का प्रभाव

हाल ही में अमेरिका, यूरोप और चीन में आर्थिक मंदी की खबरें आई हैं। यदि इन बाजारों में सुधार होता है, तो भारतीय बाजार को भी फायदा हो सकता है।

4. ब्याज दरों में स्थिरता

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा ब्याज दरों में किसी बड़ी वृद्धि की संभावना नहीं है। यदि ब्याज दरें स्थिर रहती हैं, तो शेयर बाजार को समर्थन मिलेगा।

क्या निवेशकों को निफ्टी में निवेश करना चाहिए?

नोमुरा के अनुसार, निफ्टी 50 इस साल 21,800 से 25,700 के बीच कारोबार कर सकता है, जिससे यह संकेत मिलता है कि यह अब स्थिरता की ओर बढ़ सकता है।

निवेशकों के लिए सुझाव:

  • दीर्घकालिक निवेशक (Long-Term Investors): मजबूत सेक्टर्स (जैसे FMCG, फार्मा, तेल और गैस) में निवेश कर सकते हैं।
  • शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स (Short-Term Traders): उन्हें बाजार की अस्थिरता को ध्यान में रखते हुए रणनीति बनानी चाहिए।
  • जोखिम लेने वाले निवेशक (Risk-Taking Investors): गिरावट पर खरीदारी कर सकते हैं, क्योंकि लंबी अवधि में बाजार सुधार दिखा सकता है।

भारतीय शेयर बाजार पिछले 5 महीनों से गिरावट में है, लेकिन घरेलू निवेशकों के समर्थन और भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती के चलते निफ्टी 50 में रिकवरी की संभावना बनी हुई है। नोमुरा का अनुमान है कि निफ्टी दिसंबर 2025 तक 23,784 तक पहुँच सकता है, यानी मौजूदा स्तर से 3.7% की वृद्धि संभव है। निवेशकों को वित्तीय सेवाएं, FMCG, तेल एवं गैस, फार्मा, रियल एस्टेट और टेलीकॉम जैसे सेक्टर्स पर ध्यान देना चाहिए, जबकि ऑटो, मेटल्स और सीमेंट सेक्टर्स में सतर्कता बरतनी चाहिए। शेयर बाजार में निवेशकों को लंबी अवधि की सोच के साथ रणनीति बनानी चाहिए, जिससे वे संभावित लाभ का फायदा उठा सकें।