असम की राजधानी गुवाहाटी में 25 और 26 फरवरी को होने वाले Advantage Assam 2.0समिट से पहले असम सरकार ने 1.22 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों को मंजूरी दे दी है। यह निवेश प्रस्ताव राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर को दर्शाते हैं, जो असम को उद्योग और निवेश के लिहाज से एक प्रमुख हब बनाने की दिशा में बड़ा कदम हो सकता है।
सरकार ने निवेश प्रस्तावों की कड़ी छानबीन की
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि राज्य कैबिनेट ने उन निवेश प्रस्तावों को हरी झंडी दी है, जो राज्य के विकास के लिए ठोस और प्रभावी साबित हो सकते हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि कैबिनेट ने करीब 35,000 से 45,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों को खारिज कर दिया है क्योंकि वे अपेक्षाकृत कमजोर थे और ठोस तरीके से प्रस्तुत नहीं किए गए थे।
मुख्यमंत्री ने कहा, “हम केवल सबसे अच्छे और वास्तविक प्रस्तावों को मंजूरी दे रहे हैं। जिन प्रस्तावों को खारिज किया गया है, वे अच्छे तरीके से प्रस्तुत नहीं किए गए थे और इसलिए हमने इन्हें MoU (समझौता ज्ञापन) के लिए मंजूरी नहीं दी।”
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार ने सभी निवेश प्रस्तावों को पहले कैबिनेट के पास भेजने का निर्णय लिया है, ताकि हर प्रस्ताव की अच्छे से जांच की जा सके। इससे भविष्य में केवल सच्चे और ठोस निवेश ही जमीन पर उतरेंगे और कमजोर प्रस्तावों को बाहर किया जा सकेगा। उन्होंने यह भी कहा, “हम किसी भी तरह का झूठा उत्साह नहीं पैदा करना चाहते। हम पूरी तरह से तार्किक तरीके से काम कर रहे हैं।”
अद्वितीय निवेश के अवसर
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने आगे कहा कि अडवांटेज असम समिट में कई बड़े उद्योगपति निवेश की घोषणा कर सकते हैं। समिट के दौरान लगभग 2,600 MoU (समझौता ज्ञापन) साइन किए जाएंगे, जिनमें छोटे निवेश प्रस्ताव शामिल होंगे जो ₹5 लाख से ₹50 करोड़ के बीच होंगे। अब तक लगभग ₹15,900 करोड़ के MoU की पुष्टि की जा चुकी है, जो राज्य कैबिनेट द्वारा स्वीकृत ₹1.22 लाख करोड़ के अतिरिक्त हैं।
अडवांटेज असम समिट 2025: वैश्विक निवेशकों का सम्मेलन
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समिट का उद्घाटन मंगलवार सुबह करेंगे। इस समिट में कई केंद्रीय मंत्री जैसे- एस जयशंकर, ज्योतिरादित्य सिंधिया, अश्विनी वैष्णव, पीयूष गोयल, निर्मला सीतारमण, हरदीप पुरी, सरबानंद सोनोवाल और पबित्रा मार्घेरिता भी शामिल होंगे। इसके अलावा, कई प्रमुख उद्योगपति जैसे एन चंद्रशेखरन, मुकेश अंबानी, गौतम अडानी, सज्जन जिंदल, प्रशांत रूइया, अनिल अग्रवाल और अनिल कुमार चालमलासेट्टी भी समिट में हिस्सा लेंगे।
समिट में विभिन्न देशों के उच्च स्तरीय उद्योग प्रतिनिधि भी शिरकत करेंगे। ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, मलेशिया, ताइवान, इंडोनेशिया, थाईलैंड, भूटान और जापान से कई उद्योगपतियों के प्रतिनिधिमंडल गुवाहाटी पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री ने खुद भूटान, जापान, दक्षिण कोरिया और सिंगापुर में रोड शो किए और इन देशों के उद्योगपतियों को असम में निवेश के अवसरों के बारे में बताया।
असम सरकार की नीति सुधारों का महत्व
समिट से पहले असम सरकार ने राज्य की बायोटेक्नोलॉजी, वस्त्र और परिधान नीति में संशोधन किए हैं। इन संशोधनों का उद्देश्य इन क्षेत्रों में और अधिक निवेश आकर्षित करना है। मुख्यमंत्री ने इस बारे में बताया कि इन संशोधनों से राज्य को नए निवेश आकर्षित करने में मदद मिलेगी और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि इन नई नीतियों का लक्ष्य राज्य को उद्योगों का एक प्रमुख केंद्र बनाना है, ताकि असम में स्थानीय स्तर पर उत्पादकता और रोजगार में वृद्धि हो।
असम की बढ़ती निवेश संभावनाएँ
2018 में जब असम में पहले अडवांटेज असम समिट का आयोजन किया गया था, तब भी राज्य ने कई प्रमुख सरकारी और निजी निवेश आकर्षित किए थे। इस समिट के बाद राज्य के आर्थिक परिदृश्य में बदलाव आया था, और अब 2025 के समिट में भी ऐसा ही प्रभाव दिखने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारी सरकार निवेश के प्रति प्रतिबद्ध है और हम इसे जमीन पर उतारने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।”
असम का वैश्विक निवेश के प्रति आकर्षण
असम सरकार ने समिट के प्रचार-प्रसार के लिए भारत के प्रमुख शहरों के अलावा ब्रिटेन, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, मलेशिया, थाईलैंड, भूटान और यूएई में भी रोड शो किए हैं। इन रोड शो में मुख्यमंत्री और अन्य राज्य अधिकारी उद्योगपतियों से मिले और उन्हें असम में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित किया।
समिट के दौरान होने वाली चर्चाएँ और सत्र
समिट के दौरान कुल 20 सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिनमें उद्योगपति, विशेषज्ञ और सरकारी अधिकारी शामिल होंगे। इन सत्रों में मुख्य रूप से राज्य के विकास के लिए संभावित अवसरों पर चर्चा होगी, साथ ही उद्योगों की चुनौतियों और समाधान पर भी विचार विमर्श किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने यह उम्मीद जताई कि इन चर्चाओं से राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में विकास की नई दिशा मिलेगी और असम को एक प्रमुख निवेश गंतव्य के रूप में स्थापित किया जा सकेगा।
अडवांटेज असम 2.0 समिट के माध्यम से असम राज्य एक नए निवेश युग की ओर कदम बढ़ा रहा है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की दृढ़ नीति और निवेश प्रस्तावों की कड़ी छानबीन से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि राज्य में सिर्फ उच्च गुणवत्ता वाले निवेश ही आए। साथ ही, राज्य की नई नीतियाँ और ग्लोबल उद्योगपतियों की भागीदारी से असम को एक प्रमुख व्यापार और निवेश केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया गया है।