कांग्रेस ने Shashi Tharoor को क्या निर्देश दिए, क्या वह पार्टी छोड़ेंगे या नहीं? जानिए अंदर की कहानी

कांग्रेस ने Shashi Tharoor को क्या निर्देश दिए, क्या वह पार्टी छोड़ेंगे या नहीं? जानिए अंदर की कहानी

तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद Shashi Tharoor इन दिनों बागी तेवर अपनाए हुए हैं, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस हाईकमान अगले साल होने वाले केरल विधानसभा चुनावों को लेकर सतर्क हो गया है। इसी सिलसिले में दिल्ली में शुक्रवार (28 फरवरी 2025) को कांग्रेस के बड़े नेताओं की बैठक बुलाई गई है। इस बैठक की अध्यक्षता राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे स्वयं करेंगे।

दिल्ली में कांग्रेस बैठक में शामिल होंगे शशि थरूर

केरल विधानसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर बुलाई गई इस बैठक में शशि थरूर भी शामिल होंगे। सूत्रों के मुताबिक, केरल कांग्रेस नेतृत्व ने राज्य के सभी नेताओं को निर्देश दिया है कि वे शशि थरूर से जुड़े मुद्दे पर कोई भी सार्वजनिक टिप्पणी न करें। इससे साफ है कि पार्टी इस मुद्दे को सुलझाने की कोशिश कर रही है और सार्वजनिक बयानबाजी से बचना चाहती है।

शशि थरूर कांग्रेस छोड़ेंगे या नहीं?

सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस सांसद शशि थरूर पार्टी नहीं छोड़ रहे हैं। बल्कि उनका उद्देश्य केरल कांग्रेस में नेतृत्व की भूमिका को संभालना है और राज्य के प्रमुख मुद्दों पर अधिक परामर्श करना चाहते हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि वह कांग्रेस पार्टी के प्रति प्रतिबद्ध हैं और पार्टी को मज़बूत करने के लिए काम कर रहे हैं।

भाजपा में शामिल होने की अटकलों को किया खारिज

शशि थरूर को लेकर यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो सकते हैं। लेकिन उन्होंने इन अटकलों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि वह भाजपा में शामिल नहीं हो रहे हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अगर कांग्रेस को उनकी ज़रूरत नहीं है, तो उनके पास कई अन्य विकल्प मौजूद हैं। उनके इस बयान के बाद कयास लगाए जाने लगे कि वह पार्टी छोड़ सकते हैं।

पार्टी छोड़ने से किया इनकार

‘इंडियन एक्सप्रेस’ की रिपोर्ट के अनुसार, शशि थरूर ने भाजपा में शामिल होने की संभावनाओं को खारिज करते हुए कहा कि हर राजनीतिक दल की अपनी विचारधारा और इतिहास होता है। अगर कोई व्यक्ति किसी पार्टी की विचारधारा में विश्वास नहीं रखता, तो उसके लिए उस पार्टी में शामिल होना पूरी तरह गलत होगा।

उन्होंने कहा कि वर्तमान राजनीतिक माहौल में हर व्यक्ति को एक पार्टी, संगठन और एक मंच की आवश्यकता होती है, जो उनकी विचारधारा को आगे ले जा सके। इससे साफ संकेत मिलता है कि वह फिलहाल कांग्रेस पार्टी में ही बने रहेंगे।

कांग्रेस ने Shashi Tharoor को क्या निर्देश दिए, क्या वह पार्टी छोड़ेंगे या नहीं? जानिए अंदर की कहानी

कांग्रेस हाईकमान की रणनीति

कांग्रेस हाईकमान शशि थरूर के बागी रुख को लेकर सतर्कता बरत रहा है। कांग्रेस की कोशिश है कि केरल में पार्टी के भीतर किसी भी प्रकार का विद्रोह न हो और चुनावों से पहले सभी नेता एकजुट रहें। इसी कारण पार्टी ने अपने नेताओं को थरूर पर बयान देने से रोक दिया है।

असम और बिहार चुनावों पर भी चर्चा होगी

केरल चुनावों को लेकर बुलाई गई इस बैठक के अलावा, कांग्रेस नेतृत्व असम और बिहार में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर भी रणनीति बना रहा है।

गुरुवार (27 फरवरी 2025) को असम चुनावों की तैयारियों पर चर्चा होगी, जबकि अगले सप्ताह बिहार विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बैठक होगी। इन बैठकों में राज्यों के राजनीतिक हालात और आगामी चुनावी रणनीतियों पर विस्तार से विचार किया जाएगा।

शशि थरूर को लेकर कांग्रेस पार्टी फिलहाल कोई बड़ा जोखिम नहीं लेना चाहती है। पार्टी केरल विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए सभी नेताओं को एकजुट करने की कोशिश कर रही है।

थरूर ने भी स्पष्ट कर दिया है कि वह कांग्रेस छोड़ने के मूड में नहीं हैं, लेकिन उन्होंने यह भी संकेत दिया कि अगर पार्टी को उनकी जरूरत नहीं हुई, तो उनके पास अन्य विकल्प मौजूद हैं। इससे यह साफ होता है कि वह पार्टी में एक बड़ी भूमिका निभाने की इच्छा रखते हैं।

भाजपा में शामिल होने की अटकलों को भी उन्होंने सिरे से नकार दिया है। कांग्रेस ने अपने नेताओं को इस मुद्दे पर चुप्पी साधने का निर्देश दिया है ताकि किसी भी तरह के विवाद को रोका जा सके।

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस शशि थरूर को किस तरह से समायोजित करती है और आने वाले केरल चुनावों में पार्टी की रणनीति कैसी होगी।