PM Narendra Modi तीन बजट बाद के वेबिनारों में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से करेंगे भागीदारी

PM Narendra Modi तीन बजट बाद के वेबिनारों में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से करेंगे भागीदारी

PM Narendra Modi मंगलवार को तीन महत्वपूर्ण वेबिनारों में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लेंगे। ये वेबिनार भारतीय अर्थव्यवस्था, उद्योग और व्यापार के विभिन्न पहलुओं पर केंद्रित होंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के अनुसार, इन वेबिनारों का आयोजन बजट 2025-26 के अंतर्गत किए गए घोषणाओं के कार्यान्वयन और औद्योगिक रणनीतियों पर विचार-विमर्श करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। इनमें से प्रत्येक वेबिनार को विशेषज्ञों, उद्योग जगत के प्रतिनिधियों, और सरकारी अधिकारियों के बीच संवाद का एक प्लेटफ़ॉर्म प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

इन वेबिनारों का मुख्य उद्देश्य बजट में किए गए परिवर्तनों, नई नीतियों, और विभिन्न क्षेत्रों में किए गए निवेश के अवसरों पर चर्चा करना है, ताकि उन्हें सुचारु रूप से लागू किया जा सके। प्रधानमंत्री मोदी ने हमेशा ही भारतीय उद्योगों को प्रोत्साहित करने, उनकी वृद्धि को बढ़ावा देने और देश के आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए ठोस कदम उठाए हैं। इस बार भी बजट के बाद आयोजित ये वेबिनार देश की विकास रणनीतियों पर गहन विचार-विमर्श करने का एक बेहतरीन अवसर हैं।

वेबिनार का उद्देश्य और प्रमुख विषय

इस वर्ष के बजट में मुख्य रूप से जिन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया है, उनमें MSMEs (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम), व्यवसाय में आसानी, निर्माण, निर्यात और न्यूक्लियर ऊर्जा मिशन शामिल हैं। इन सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन और सरकारी अधिकारियों, उद्योगपतियों और व्यापार विशेषज्ञों के साथ चर्चा बहुत महत्वपूर्ण है। वेबिनार के दौरान इन विषयों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा ताकि समझा जा सके कि सरकार ने जो नीति घोषणाएं की हैं, उन्हें किस तरह से प्रभावी तरीके से लागू किया जा सकता है।

PM Narendra Modi तीन बजट बाद के वेबिनारों में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से करेंगे भागीदारी

प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस संबंध में एक बयान में कहा कि यह वेबिनार भारतीय उद्योग, व्यापार और ऊर्जा क्षेत्रों में विभिन्न रणनीतियों के बारे में एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करेगा। इसमें नीति कार्यान्वयन, निवेश सुविधा और प्रौद्योगिकी अपनाने जैसे मुद्दों पर गहन चर्चा की जाएगी, ताकि बजट में किए गए परिवर्तन और योजनाओं को प्रभावी तरीके से लागू किया जा सके।

MSME और व्यवसाय में आसानी पर जोर

वर्तमान में भारतीय अर्थव्यवस्था में MSME सेक्टर का महत्वपूर्ण स्थान है। यह सेक्टर न केवल रोजगार सृजन में सहायक है, बल्कि यह देश की आर्थिक वृद्धि में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है। प्रधानमंत्री मोदी ने हमेशा इस सेक्टर को प्रोत्साहित किया है और इस बार के बजट में भी MSMEs को आगे बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण उपायों की घोषणा की गई है। इस वेबिनार के दौरान MSMEs के विकास के लिए रणनीतियों पर चर्चा की जाएगी और यह जानने का प्रयास किया जाएगा कि किस तरह से व्यवसाय में आसानी के उपायों को लागू किया जाए, ताकि उद्यमियों को कम समय और संसाधनों में अपने व्यवसाय को बढ़ाने में मदद मिल सके।

यह वेबिनार MSMEs की कठिनाइयों को समझने और उन्हें दूर करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा। इसके अलावा, यह चर्चा की जाएगी कि किस तरह से सरकार और निजी क्षेत्र मिलकर इस क्षेत्र में निवेश बढ़ा सकते हैं। इसके साथ ही, व्यवसाय में आसानी (Ease of Doing Business) को लेकर नई नीतियों और योजनाओं पर भी चर्चा की जाएगी, ताकि निवेशकों को आकर्षित किया जा सके और व्यवसाय के लिए सही माहौल तैयार किया जा सके।

निर्माण और निर्यात: भारतीय उद्योगों का भविष्य

भारत में निर्माण क्षेत्र का विकास और निर्यात के अवसरों को बढ़ावा देना हमेशा से सरकार की प्राथमिकता रही है। बजट में किए गए कई उपायों का उद्देश्य निर्माण और निर्यात के क्षेत्र को प्रोत्साहित करना है। वेबिनार के दौरान इन दोनों क्षेत्रों के विकास के लिए रणनीतियों पर चर्चा की जाएगी। खासकर, “Make in India” और “Atmanirbhar Bharat” जैसे अभियानों को आगे बढ़ाने के लिए इन क्षेत्रों में निवेश के अवसरों पर बात की जाएगी।

निर्माण क्षेत्र को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने कई योजनाओं की घोषणा की है, जिससे भारतीय उद्योगों को वैश्विक बाजारों में प्रतिस्पर्धा करने का अवसर मिलेगा। इस वेबिनार में इस बात पर जोर दिया जाएगा कि कैसे भारतीय निर्माण क्षेत्र को और अधिक प्रौद्योगिकी और नवाचार के साथ आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है। इसके अलावा, निर्यात के क्षेत्र में भी भारतीय उत्पादों की पहुंच बढ़ाने के लिए नीति और प्रोत्साहन योजनाओं पर चर्चा की जाएगी।

न्यूक्लियर ऊर्जा मिशन पर ध्यान

भारत की ऊर्जा नीति में न्यूक्लियर ऊर्जा का एक महत्वपूर्ण स्थान है। भारतीय सरकार ने अपने बजट में न्यूक्लियर ऊर्जा मिशन को आगे बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं। वेबिनार के दौरान इस विषय पर विशेष ध्यान दिया जाएगा कि किस तरह से न्यूक्लियर ऊर्जा का विकास भारतीय ऊर्जा उत्पादन को संतुलित और हरित बना सकता है। इस मिशन का उद्देश्य भारत को अधिक स्थिर और हरित ऊर्जा स्रोतों की दिशा में ले जाना है।

न्यूक्लियर ऊर्जा के क्षेत्र में तकनीकी विकास और निवेश के अवसरों पर भी चर्चा की जाएगी। यह वेबिनार इस बात पर भी जोर देगा कि कैसे सरकार और निजी क्षेत्र मिलकर इस क्षेत्र को बढ़ावा दे सकते हैं और भारत को ऊर्जा सुरक्षा के मामले में आत्मनिर्भर बना सकते हैं।

सरकार और निजी क्षेत्र के बीच सहयोग

इस वेबिनार का एक और महत्वपूर्ण पहलू यह होगा कि इसमें सरकारी अधिकारियों, व्यापारिक विशेषज्ञों और उद्योगपतियों के बीच खुली चर्चा की जाएगी। यह एक ऐसा मंच होगा, जहां सरकारी नीतियों को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए निजी क्षेत्र के विचारों और योगदान को भी महत्व दिया जाएगा। यह चर्चा नीति कार्यान्वयन के रास्ते को सरल बनाने, निवेश को आकर्षित करने और उद्योगों में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक कदमों पर आधारित होगी।

निवेश की प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे, ताकि अंतरराष्ट्रीय निवेशकों को आकर्षित किया जा सके। इसके अलावा, यह सुनिश्चित किया जाएगा कि प्रौद्योगिकी के समुचित उपयोग के द्वारा भारतीय उद्योग और ऊर्जा क्षेत्र वैश्विक मानकों पर खरा उतर सके।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का तीन वेबिनारों में भाग लेना एक बहुत ही सकारात्मक कदम है, जो भारत की औद्योगिक और व्यापारिक नीतियों को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए जरूरी है। इन वेबिनारों के माध्यम से सरकार और उद्योग जगत के बीच संवाद स्थापित होगा, जो देश के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस तरह के वेबिनारों से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि बजट में किए गए बदलाव और घोषणाएं प्रभावी ढंग से लागू हो सकें, और भारत को दुनिया के प्रमुख उद्योग केंद्रों में शामिल किया जा सके।