अरब अमीरात (UAE) की राजधानी अबू धाबी में 4 महीने के बच्चे की हत्या के दोष में भारतीय महिला शहजादी खान को फांसी दिए जाने के बाद अब एक अन्य देश में भी भारतीय नागरिक की हत्या का मामला सामने आया है. इस मामले में केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वीडी सतीशन ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को एक पत्र लिखकर अनुरोध किया कि केंद्र सरकार जॉर्डन में गोली मारकर मारे गए भारतीय के शव को वापस लाने का खर्च उठाए.
वीडी सतीशन ने आज गुरुवार को केंद्र से अनुरोध करते हुए कहा, “शोक संतप्त परिवार को उसके शव को वापस लाने के लिए कुछ खर्च उठाने के लिए कहा गया है. हालांकि, वे बेहद तकलीफ में हैं और आर्थिक रूप से इन खर्चों को उठाने में असमर्थ हैं.” उनका कहना है कि केंद्र सरकार जॉर्डन में भारतीय दूतावास को गेब्रियल के शव को समय पर वापस लाने के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दे.
3 महीने का स्टे परमिट पर गए थे गैब्रियल
साथ ही कांग्रेस के नेता सतीशन ने गैब्रियल की मौत की भी जांच की मांग की, जो टूरिस्ट वीजा पर जॉर्डन गए हुए थे. उन्होंने कहा कि गेब्रियल की पत्नी ने उन्हें जानकारी देते हुए बताया था कि उनके पति वैध टूरिस्ट वीजा पर जॉर्डन गए हुए थे और उन्होंने कानूनी तौर पर 3 महीने का स्टे परमिट हासिल किया था.
सतीशन ने कहा, “इसके बावजूद, कथित तौर पर उन्हें गैरकानूनी तरीके से गोली मार दी गई. यह घटना गंभीर चिंता का विषय है, जिसकी जांच कराई जानी चाहिए.” गेब्रियल के परिवार ने रविवार को कहा था कि उन्हें एक मार्च को भारतीय दूतावास की ओर से किया गया एक ई-मेल मिला, जिसमें उनकी मौत की पुष्टि की गई थी.
सीमा पार करने के दौरान सेना की फायरिंग में हुए घायल
हालांकि यह घटना कथित तौर पर 10 फरवरी को हुई थी, जब जॉर्डन के सैनिकों ने सीमा पर गोलीबारी की थी. परिवार से जुड़े सूत्रों के अनुसार, गेब्रियल के रिश्तेदार एडिसन को भी गोली लगी थी, लेकिन वह बच गए और अब वे घायल अवस्था में घर लौट आए हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, गेब्रियल और एडिसन 4 लोगों के एक समूह का हिस्सा थे, जो एक एजेंट की मदद से जॉर्डन से इजरायल की सीमा पार करने की कोशिश कर रहे थे. चारों 3 महीने के विजिट वीजा पर जॉर्डन पहुंचे थे. हालांकि जॉर्डन की सेना ने उन्हें बॉर्डर पर ही रोक लिया, लेकिन जब वे भागने की कोशिश कर रहे थे, तो सैनिकों ने उन पर गोलियां चला दीं.
फायरिंग के दौरान गेब्रियल को कथित तौर पर सिर में गोली लगी, जबकि एडिसन के पैर में गोली लगी और उसे जॉर्डन की सेना के अस्पताल में ले जाया गया. उपचार के बाद उसे भारत वापस भेज दिया गया.