Grandmaster Vaishali: आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ चयनित महिलाओं को अपने डिजिटल सोशल मीडिया अकाउंट्स संभालने का मौका दिया है। इस अवसर पर महिला चेस खिलाड़ी वैशाली ने प्रधानमंत्री मोदी के सोशल मीडिया अकाउंट्स की जिम्मेदारी ली है। वैशाली ने प्रधानमंत्री मोदी के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपने पोस्ट के माध्यम से इस अवसर की खुशी जाहिर की और अपने जीवन की कुछ महत्वपूर्ण बातें भी साझा की।
वैशाली ने साझा किया अपने अनुभवों को
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर वैशाली ने एक पोस्ट करते हुए लिखा, “नमस्ते, मैं वैशाली हूं और महिला दिवस के इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सोशल मीडिया अकाउंट्स की जिम्मेदारी संभाल कर मुझे बहुत खुशी हो रही है। जैसा कि आप सभी जानते होंगे, मैं चेस खेलती हूं और मैं कई टूर्नामेंट्स में अपने देश का प्रतिनिधित्व करने पर गर्व महसूस करती हूं।”
वैशाली ने आगे कहा कि उनका चेस खेलना एक यात्रा रही है, जिसमें उन्हें सीखने और रोमांचक अनुभव प्राप्त हुए हैं। उन्होंने अपनी सफलता को कई टूर्नामेंट्स और ओलंपियाड में अपने देश का नाम रोशन करने का श्रेय दिया।
वैशाली का जन्म और चेस खेलने की शुरुआत
वैशाली का जन्म 21 जून 2001 को हुआ था, जो अब अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने केवल 6 वर्ष की उम्र में चेस खेलना शुरू किया और यह उनके जीवन की एक महत्वपूर्ण दिशा बन गई। वैशाली ने कहा कि चेस खेलते हुए जो अनुभव उन्होंने प्राप्त किए हैं, वह उन्हें न केवल मानसिक रूप से मजबूत बनाए रखते हैं, बल्कि उन्हें हर टूर्नामेंट में एक नई दिशा देने का भी कार्य करते हैं।
वैशाली ने युवा खिलाड़ियों को एक संदेश दिया, “मैं यह कहना चाहूंगी कि चाहे जीवन में कितनी भी बाधाएं क्यों न आएं, अपने सपनों का पीछा करें। आपकी मेहनत और लगन ही आपको सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचाएगी।”
परिवार का समर्थन और भाई के साथ संबंध
वैशाली ने अपने माता-पिता का विशेष धन्यवाद किया, जिनका समर्थन उन्हें हमेशा मिलता रहा है। उनके पिता श्री रमेशबाबू और उनकी मां श्रीमती नागलक्ष्मी का उनके चेस खेलने में बड़ा योगदान रहा है। इसके अलावा, वैशाली ने अपने भाई प्रग्गानंदा के साथ अपने संबंधों के बारे में भी बताया, जिनके साथ उनका घनिष्ठ संबंध है। वैशाली ने कहा कि वह भाग्यशाली हैं कि उन्हें अच्छे कोच और टीममेट्स का साथ मिला, जिन्होंने उन्हें सफलता की ओर अग्रसर किया।
महिला खिलाड़ियों के लिए भारत में बढ़ी हुई समर्थन की भावना
वैशाली ने भारत में महिला खिलाड़ियों के लिए बढ़ रहे समर्थन पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “आज के भारत में महिला खिलाड़ियों के लिए समर्थन बहुत बढ़ गया है, जो एक अच्छी बात है। खेलों में महिला खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने से लेकर उन्हें विशेष अनुभव देने तक, भारत कई दिशा में आगे बढ़ रहा है। यह बहुत प्रेरणादायक है।”
वैशाली की उपलब्धियां और एफआईडीई रैंकिंग
23 वर्षीय वैशाली चेस में एक ग्रांडमास्टर हैं। वर्तमान में उनकी एफआईडीई रैंकिंग 2484 है। उनकी बेहतरीन प्रदर्शन के कारण उन्हें अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, जो 2024 में हुआ। वैशाली ने 2013 में मात्र 12 वर्ष की आयु में विश्व चेस चैंपियन मैग्नस कार्लसन को हराकर अपनी क्षमता का परिचय दिया। उनका लक्ष्य अब अपनी एफआईडीई रैंकिंग में सुधार करना है।
महिला दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी की पहल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर यह घोषणा की थी कि वह नमो ऐप ओपन फोरम में शेयर किए गए प्रेरणादायक जीवन यात्रा से कुछ महिलाओं का चयन करेंगे, जो 8 मार्च को महिला दिवस के अवसर पर उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स को संभालेंगी। उन्होंने महिलाओं से अनुरोध किया था कि वे और अधिक अपनी जीवन यात्रा साझा करें, जिससे उन्हें और महिलाओं को इस सम्मान का अवसर मिले।
वैशाली का प्रेरणादायक सफर
वैशाली के जीवन का सफर न केवल चेस के मैदान पर बल्कि जीवन के हर पहलू में प्रेरणादायक है। 6 साल की उम्र में चेस खेलना शुरू करने से लेकर दुनिया के बेहतरीन खिलाड़ियों को चुनौती देने तक, वैशाली ने अपनी मेहनत और संघर्ष से यह साबित किया कि अगर इरादा मजबूत हो तो कोई भी मंजिल कठिन नहीं होती। उनके इस सफर से न केवल युवा चेस खिलाड़ी प्रेरित हो रहे हैं, बल्कि सभी महिलाओं को यह संदेश मिल रहा है कि वे किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकती हैं।
आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिला खिलाड़ियों को अपनी सोशल मीडिया अकाउंट्स संभालने का जो अवसर दिया, वह वास्तव में सराहनीय है। वैशाली जैसी युवा चेस ग्रांडमास्टर का इस दिन पर सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री मोदी के अकाउंट्स की जिम्मेदारी संभालना एक महत्वपूर्ण कदम है। उनके अनुभव और प्रेरणा ने यह साबित किया है कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में सफलता की ऊंचाइयों को छू सकती हैं। इस अवसर पर वैशाली ने न केवल अपनी सफलता की कहानी साझा की, बल्कि भारत में महिला खिलाड़ियों के लिए बढ़ते समर्थन की भी सराहना की।