Pakistan Train Hijack: बलूच लिबरेशन आर्मी की बड़ी कार्रवाई, पाकिस्तान ने क्वेटा की रेल सेवा रोकी!

Pakistan Train Hijack: बलूच लिबरेशन आर्मी की बड़ी कार्रवाई, पाकिस्तान ने क्वेटा की रेल सेवा रोकी!

Pakistan Train Hijack: पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को बलूच विद्रोहियों ने हाईजैक कर लिया है। अब तक 150 से अधिक यात्रियों को रिहा किया जा चुका है, लेकिन 100 से अधिक लोग अब भी बलूच आर्मी के कब्जे में हैं। इस घटना के बाद पाकिस्तान सरकार ने क्वेटा के लिए सभी रेल सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी हैं।

इस बीच बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने हाईजैक की पूरी घटना का एक वीडियो जारी किया है, जिसमें ट्रेन को निशाना बनाते हुए धमाका करते देखा जा सकता है। यह घटना पिछले 24 घंटे से अधिक समय से जारी है और पाकिस्तानी सुरक्षाबलों का ऑपरेशन बंधकों को छुड़ाने के लिए जारी है।

हाईजैक का वीडियो आया सामने

बलूच विद्रोही संगठन बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) द्वारा जारी वीडियो में देखा जा सकता है कि जाफर एक्सप्रेस सामान्य रूप से चल रही थी। तभी ट्रेन पर एक बड़ा धमाका किया गया, जिसके कारण ट्रेन रुक गई। यह पूरी तरह से एक सुनियोजित हमला था, जिसे खास रणनीति के तहत अंजाम दिया गया।

कैसे हुआ ट्रेन पर हमला?

यह घटना मंगलवार सुबह लगभग 9 बजे हुई, जब जाफर एक्सप्रेस पाकिस्तान के क्वेटा से पेशावर के लिए रवाना हुई थी। यह ट्रेन दोपहर 1:30 बजे सिबी पहुंचने वाली थी, लेकिन बलूचिस्तान के बोलान इलाके में हमले का शिकार हो गई।

हमले के दौरान ट्रेन एक पहाड़ी और सुरंगों से भरे इलाके से गुजर रही थी, जिससे इसकी गति धीमी करनी पड़ी। इस मौके का फायदा उठाते हुए BLA ने ट्रेन के इंजन को निशाना बनाकर विस्फोट किया, जिससे ट्रेन वहीं रुक गई। इस इलाके में मोबाइल नेटवर्क नहीं था, जिससे यात्रियों और सुरक्षाबलों को तुरंत कोई सूचना नहीं मिल पाई।

बंधकों की स्थिति और राहत अभियान

अब तक 150 से अधिक बंधकों को सुरक्षित छुड़ा लिया गया है, लेकिन 100 से अधिक यात्री अभी भी बलूच विद्रोहियों के कब्जे में हैं। पाकिस्तानी सेना ने बंधकों को छुड़ाने के लिए विशेष ऑपरेशन चलाया है, लेकिन पहाड़ी इलाका और सीमित संचार व्यवस्था के कारण अभियान में चुनौतियां आ रही हैं।

इस घटना के बाद पाकिस्तान सरकार ने क्वेटा से चलने वाली सभी ट्रेनों को रोक दिया है और रेल सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है।

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ की प्रतिक्रिया

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने इस घटना पर बयान जारी किया है। उन्होंने कहा, “बलूचिस्तान में हाईजैक की यह घटना बेहद चिंताजनक है, लेकिन हमारी सेना का मनोबल ऊंचा है और हम हर हाल में बंधकों को छुड़ाने के लिए तत्पर हैं।”

साथ ही उन्होंने बलूच विद्रोहियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए और कहा कि हमला करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।

बलूचिस्तान में अस्थिरता और विद्रोहियों की मांग

बलूचिस्तान में विद्रोही गुट लंबे समय से स्वतंत्रता की मांग कर रहे हैं। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) और अन्य उग्रवादी समूह पाकिस्तानी सेना और सरकार के खिलाफ हमले करते रहे हैं।

बलूच विद्रोहियों का कहना है कि पाकिस्तान सरकार बलूचिस्तान के प्राकृतिक संसाधनों का शोषण कर रही है, जबकि वहां के स्थानीय लोगों को उनका हक नहीं मिल रहा। इसी कारण वे अलग देश की मांग कर रहे हैं।

बलूच विद्रोहियों की रणनीति और पाकिस्तान के लिए चुनौती

बलूचिस्तान में विद्रोहियों की गतिविधियां लगातार बढ़ रही हैं। हाल के वर्षों में उन्होंने पाकिस्तानी सेना और सरकारी प्रतिष्ठानों पर कई हमले किए हैं।

इस हाईजैक की घटना ने पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।

  • बलूच विद्रोहियों ने पहाड़ी और सुरंगों वाले इलाके का फायदा उठाया।
  • पाकिस्तानी सेना को बंधकों को छुड़ाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
  • रेल सेवाओं को बंद करना पड़ा, जिससे पूरे देश में दहशत का माहौल है।

यह घटना दिखाती है कि बलूच विद्रोही अब और भी संगठित हो चुके हैं और उनकी ताकत बढ़ती जा रही है।

पाकिस्तानी सेना की कार्रवाई और आगे की स्थिति

पाकिस्तानी सेना अब तक 150 से अधिक यात्रियों को छुड़ाने में सफल रही है। बचाव अभियान अभी भी जारी है और 100 से अधिक लोग अब भी विद्रोहियों के कब्जे में हैं।

पाकिस्तानी सेना ने इस हमले के लिए बलूच विद्रोहियों को जिम्मेदार ठहराते हुए बड़े पैमाने पर जवाबी कार्रवाई की योजना बनाई है।

बलूचिस्तान में जाफर एक्सप्रेस हाईजैक की घटना पाकिस्तान के लिए एक बड़ी सुरक्षा चुनौती बन गई है।

  • इस घटना से पता चलता है कि विद्रोही गुट अब और संगठित हो गए हैं और पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी चुनौती दे रहे हैं।
  • पाकिस्तान सरकार ने रेल सेवाएं रोक दी हैं और सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
  • पाकिस्तानी सेना बंधकों को छुड़ाने की पूरी कोशिश कर रही है।

अब यह देखना होगा कि पाकिस्तान सरकार इस संकट से कैसे निपटती है और क्या बलूच विद्रोहियों को नियंत्रित कर पाती है या नहीं।