नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज (NBEMS) ने हाल ही में NEET PG 2025 की परीक्षा तिथि की घोषणा की है। साथ ही बोर्ड ने यह भी जानकारी दी कि यह परीक्षा इस बार दो शिफ्टों में आयोजित की जाएगी। हालांकि, बोर्ड के इस फैसले के बाद सोशल मीडिया पर विवाद छिड़ गया है। कई डॉक्टरों, अभ्यर्थियों और मेडिकल एक्टिविस्टों ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर इस फैसले का विरोध जताया है। उनके अनुसार, दो शिफ्टों में परीक्षा होने से नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया को लेकर प्रश्न उठते हैं, जिससे परीक्षा की निष्पक्षता पर सवालिया निशान लग जाता है।
सोशल मीडिया पर डॉक्टरों और अभ्यर्थियों का विरोध
बोर्ड के दो शिफ्ट में परीक्षा आयोजित करने के निर्णय पर मेडिकल समुदाय में नाराजगी देखने को मिल रही है। एक डॉक्टर ने ट्वीट कर इस फैसले को त्रुटिपूर्ण बताया। उन्होंने लिखा –
“NBEMS ने #NEETPG2025 को दो शिफ्ट में आयोजित करने की घोषणा की, जबकि 2024 में नॉर्मलाइजेशन को लेकर भारी विवाद हुआ था! इससे अंकों की असमानता, कानूनी विवाद और अभ्यर्थियों में असंतोष बढ़ेगा – आखिर वही गलतियां क्यों दोहराई जा रही हैं?”
विरोध जताने वालों में यूनाइटेड डॉक्टर्स फ्रंट (UDF) भी शामिल है। UDF ने इस मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री श्री जेपी नड्डा को पत्र लिखकर मांग की है कि NEET PG 2025 को एक ही शिफ्ट में आयोजित किया जाए। फ्रंट का कहना है कि दो शिफ्ट में परीक्षा होने से अंकों का सही मूल्यांकन नहीं हो पाता है, जिससे अभ्यर्थियों को नुकसान होता है।
“वन नेशन, वन एग्जाम” की मांग
वहीं, एक अन्य डॉक्टर ने टिप्पणी करते हुए लिखा कि –
“जब सरकार ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ (एक देश, एक चुनाव) कराने में सक्षम है, तो फिर ‘वन नेशन, वन एग्जाम’ क्यों नहीं हो सकता?”
इस बयान से मेडिकल समुदाय में एक स्वर में मांग उठ रही है कि NEET PG जैसी महत्वपूर्ण परीक्षा को एक ही शिफ्ट में आयोजित किया जाए, ताकि सभी अभ्यर्थियों के लिए परीक्षा का स्तर समान रहे और किसी के साथ अन्याय न हो।
परीक्षा का शेड्यूल और आधिकारिक नोटिस
NBEMS ने 17 मार्च 2025 को एक आधिकारिक नोटिस जारी कर NEET PG 2025 परीक्षा की तिथि की घोषणा की थी। नोटिस के अनुसार, परीक्षा दो शिफ्टों में आयोजित होगी:
- पहली शिफ्ट: सुबह 9 बजे से 12:30 बजे तक।
- दूसरी शिफ्ट: दोपहर 3:30 बजे से 7 बजे तक।
परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थी बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट natboard.edu.in पर जाकर इस संबंध में नोटिस देख सकते हैं और परीक्षा की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
दो शिफ्टों में परीक्षा को लेकर चिंताएं
मेडिकल समुदाय का मानना है कि दो शिफ्टों में परीक्षा आयोजित करने से परिणामों में असमानता हो सकती है। इसके पीछे मुख्य कारण है –
- अलग-अलग कठिनाई स्तर: दो शिफ्टों में परीक्षा होने पर प्रश्न पत्र का स्तर अलग हो सकता है, जिससे अंकों में अंतर आ सकता है।
- नॉर्मलाइजेशन की प्रक्रिया: परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया लागू करने से कई बार अभ्यर्थियों को उनके वास्तविक प्रदर्शन की तुलना में कम या अधिक अंक मिल जाते हैं, जिससे विवाद की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।
- कानूनी विवाद: पिछले वर्ष NEET PG 2024 में भी नॉर्मलाइजेशन को लेकर विवाद हुआ था, जिसके कारण कानूनी पचड़े में फंसने की नौबत आई थी।
मेडिकल स्टूडेंट्स की मांग
अभ्यर्थियों का मानना है कि मेडिकल परीक्षा जैसे महत्वपूर्ण आयोजन को एक ही शिफ्ट में लिया जाना चाहिए, ताकि सभी प्रतिभागियों के लिए समान अवसर हो। साथ ही इससे नॉर्मलाइजेशन को लेकर उत्पन्न होने वाली जटिलताओं से भी बचा जा सकेगा।
परीक्षा की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों के लिए सुझाव
यदि आप NEET PG 2025 की तैयारी कर रहे हैं, तो इस विवाद के बावजूद अपनी तैयारी को प्रभावित न होने दें। परीक्षा में सफल होने के लिए निम्नलिखित सुझाव अपनाएं –
- सिलेबस को अच्छे से कवर करें: NEET PG का सिलेबस बहुत विस्तृत होता है। सभी विषयों को ध्यानपूर्वक पढ़ें और रिवीजन करते रहें।
- मॉक टेस्ट दें: परीक्षा से पहले अधिक से अधिक मॉक टेस्ट दें। इससे आपकी गति और सटीकता में सुधार होगा।
- समय प्रबंधन पर ध्यान दें: परीक्षा में समय का सही उपयोग करना महत्वपूर्ण होता है। नियमित रूप से समयबद्ध प्रश्नपत्र हल करें।
- मानसिक तनाव से बचें: परीक्षा को लेकर सोशल मीडिया पर चल रहे विवादों पर अधिक ध्यान न दें। अपने लक्ष्य पर केंद्रित रहें और तनाव से बचने के लिए नियमित योग और ध्यान करें।
NEET PG 2025 को दो शिफ्ट में आयोजित करने के निर्णय से मेडिकल समुदाय में असंतोष और विवाद बढ़ गया है। डॉक्टरों, अभ्यर्थियों और मेडिकल एक्टिविस्टों ने इसके विरोध में आवाज उठाई है और इसे एक शिफ्ट में कराने की मांग की है। हालांकि, NBEMS की ओर से अभी तक इस फैसले में कोई बदलाव नहीं किया गया है। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे सोशल मीडिया विवादों पर ध्यान देने की बजाय अपनी तैयारी पर फोकस करें, ताकि परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर सकें।