Delhi Crime News: दिल्ली पुलिस ने रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर 1 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान रंजन पासवान के रूप में हुई है। रंजन पासवान बेरोजगार युवाओं को झांसे में लेकर ठगी करता था। पुलिस के अनुसार, सरकारी नौकरी से बर्खास्त होने के बाद भी रंजन पासवान की ठगी की गतिविधियां जारी थीं।
सरकारी नौकरी के नाम पर ठगी का जाल
आरोपी रंजन पासवान पहले सरकारी संस्था नैफेड (NAFED) में चालक के पद पर काम करता था। नौकरी के दौरान उसने पैसे कमाने के लालच में सरकारी वाहन का दुरुपयोग कर ठगी शुरू कर दी। वह बेरोजगार युवाओं को रेलवे अधिकारियों से मजबूत संबंध होने का झांसा देकर नौकरी दिलाने का दावा करता था। उसने अश्रम स्थित नैफेड बिल्डिंग में बैठकर कई लोगों से ठगी की।
रंजन पासवान ने नौकरी से बर्खास्त होने के बाद भी अपने पुराने सरकारी संबंधों का दुरुपयोग कर लोगों को धोखा दिया। वह पीड़ितों को नकली मेडिकल सर्टिफिकेट, फर्जी ट्रेनिंग सेशन और जॉइनिंग लेटर देता था ताकि ठगी का पर्दाफाश न हो।
मोबाइल सर्विलांस से आरोपी तक पहुंची पुलिस
पुलिस ने मोबाइल सर्विलांस सिस्टम का उपयोग कर आरोपी का पता लगाया। रंजन पासवान को कोर्ट ने 14 फरवरी को भगोड़ा घोषित कर दिया था। पुलिस के अनुसार, आरोपी ने करीब 1 करोड़ रुपये की ठगी की है। रंजन पासवान दिल्ली के मयूर विहार का निवासी है।
पुलिस ने बताया कि एफआईआर दर्ज होने के बाद से आरोपी लगातार फरार था। उसे पकड़ने के लिए पुलिस ने मोबाइल फोन ट्रैकिंग और सोशल मीडिया मॉनिटरिंग जैसे अत्याधुनिक तकनीकी साधनों का उपयोग किया।
तिलक ब्रिज रेलवे स्टेशन से पकड़ा गया आरोपी
आखिरकार पुलिस ने तिलक ब्रिज रेलवे स्टेशन पर रंजन पासवान को धर दबोचा। पुलिस अब आरोपी से पूछताछ कर उस गैंग की जानकारी जुटा रही है, जो रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करता है।
पीड़ितों को मिला नकली दस्तावेज
रंजन पासवान बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरी का झांसा देकर उनसे मोटी रकम ऐंठता था। ठगी के बाद वह उन्हें नकली मेडिकल रिपोर्ट, फर्जी ट्रेनिंग सर्टिफिकेट और जॉइनिंग लेटर थमा देता था, जिससे पीड़ितों को शक न हो।
दिल्ली पुलिस ने रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर 1 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले शातिर ठग रंजन पासवान को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अब उससे पूछताछ कर पूरे गिरोह का पता लगा रही है। यह घटना एक बार फिर बेरोजगार युवाओं को सतर्क रहने की चेतावनी देती है कि वे सरकारी नौकरी के नाम पर ठगों के झांसे में न आएं।