Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में नगर निगम और लोक निर्माण विभाग (PWD) के बीच बकाया भुगतान को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया। शनिवार, 22 मार्च 2025 को नगर निगम के मुख्य कर निर्धारण अधिकारी विनय कुमार राय ने 3 करोड़ रुपये की संपत्ति कर बकाया राशि के भुगतान न होने पर PWD कार्यालय को सील कर दिया। इस घटना से अधिकारियों और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया।
PWD के मुख्य अभियंता द्वारा दो दिन की मोहलत मांगने के बाद कार्यालय को सीलमुक्त किया गया, लेकिन विभाग को सोमवार तक का अल्टीमेटम दे दिया गया है।
कैसे हुआ पूरा विवाद?
गोरखपुर के सिविल लाइंस में स्थित PWD कार्यालय में शनिवार दोपहर 2 से 3 बजे के बीच यह घटना हुई। नगर निगम के मुख्य कर निर्धारण अधिकारी विनय कुमार राय भारी भीड़ के साथ वहां पहुंचे और कार्यालय को सील कर दिया। जब अधिकारियों और कर्मचारियों ने कार्यालय सील होते देखा, तो वहां अफरा-तफरी मच गई।
असल में, नगर निगम लंबे समय से PWD को 3 करोड़ रुपये के संपत्ति कर बकाया का भुगतान करने के लिए रिमाइंडर भेज रहा था। इसके बावजूद भुगतान नहीं किया गया।
कई बार भेजा गया नोटिस, नहीं हुआ भुगतान
नगर निगम के मुख्य कर निर्धारण अधिकारी विनय कुमार राय ने PWD को कई बार रिमाइंडर भेजे, लेकिन भुगतान में कोई रुचि नहीं दिखाई गई। उन्होंने बकाया राशि की वसूली के लिए उच्च अधिकारियों से भी संपर्क किया, लेकिन PWD की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
विनय कुमार राय ने बताया कि उन्होंने पिछले वित्तीय वर्ष से ही सरकार को बकाया राशि का डिमांड लेटर तैयार करके भेजने के लिए कार्यालय में बैठकर काम करवाया था। बावजूद इसके, PWD ने इसे गंभीरता से नहीं लिया।
नगर निगम ने लिया सख्त एक्शन
नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि PWD का 3 करोड़ रुपये का बकाया कर बहुत बड़ी राशि है। संपत्ति कर नगर निगम की वित्तीय व्यवस्था के लिए बेहद जरूरी है, क्योंकि यह निगम की दैनिक कार्यवाही का मुख्य आधार होता है।
नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि उच्च अधिकारियों के आदेश के बाद ही यह कड़ा कदम उठाया गया। हालात को देखते हुए निगम ने PWD को सोमवार तक का अल्टीमेटम दिया है। यदि तय समय पर भुगतान नहीं किया गया, तो दोबारा सख्त कार्रवाई की जाएगी।
PWD ने मांगी दो दिन की मोहलत
PWD कार्यालय में अफरा-तफरी के बीच मुख्य अभियंता ने नगर निगम के अधिकारियों से मुलाकात की और दो दिन का समय मांगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि दो दिनों में बकाया राशि का निपटारा कर दिया जाएगा। इसके बाद नगर निगम ने कार्यालय की सील हटा दी।
हालांकि, निगम ने स्पष्ट कर दिया कि यदि सोमवार तक बकाया राशि का भुगतान नहीं हुआ, तो PWD के खिलाफ दोबारा कठोर कदम उठाए जाएंगे।
अधिकारियों और कर्मचारियों में मचा हड़कंप
PWD कार्यालय में सील की कार्रवाई होते ही वहां मौजूद अधिकारी और कर्मचारी सकते में आ गए। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग कार्यालय के बाहर जमा हो गए। कर्मचारियों में यह चर्चा होने लगी कि क्या अब अन्य सरकारी विभागों पर भी ऐसी ही कार्रवाई हो सकती है?
नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि यदि विभाग तय समय में बकाया नहीं चुकाता है, तो उसकी संपत्ति कुर्क करने जैसी कार्रवाई भी की जा सकती है।
क्या होगी आगे की कार्रवाई?
नगर निगम के अधिकारी इस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं। अब सबकी निगाहें सोमवार पर टिकी हैं, जब PWD को बकाया राशि का भुगतान करना है। यदि तय समय सीमा में भुगतान नहीं हुआ, तो नगर निगम फिर से सख्त कदम उठाएगा।
गोरखपुर में PWD कार्यालय पर नगर निगम द्वारा की गई सीलिंग की यह कार्रवाई निश्चित रूप से प्रशासनिक व्यवस्था में हलचल मचाने वाली है। यह घटना अन्य विभागों के लिए भी चेतावनी है कि वे कर बकाया मामलों को गंभीरता से लें। अब देखना होगा कि PWD निर्धारित समय में भुगतान करता है या नहीं।