Operation Sindoor: शहीदों की आवाज बनी सेना की गोली, ऑपरेशन सिंदूर बना दुश्मनों की शामत

Operation Sindoor: शहीदों की आवाज बनी सेना की गोली, ऑपरेशन सिंदूर बना दुश्मनों की शामत

भारतीय सेना ने पुलवामा आतंकी हमले के जवाब में ‘Operation Sindoor’ शुरू कर दिया है। इस ऑपरेशन के तहत पाकिस्तान में आतंकियों के 9 ठिकानों को मिसाइलों से तबाह कर दिया गया है। ये हमला पीओके के मुजफ्फराबाद से लेकर बहावलपुर तक किया गया जहां जैश-ए-मोहम्मद के करीब 30 आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। कुल मिलाकर 100 से ज्यादा आतंकियों की मौत हुई है और संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। भारतीय सेना ने सिर्फ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया जिससे पाकिस्तान में अफरा-तफरी का माहौल बन गया है।

शहीद के पिता ने कहा सरकार ने किया अपना काम

नेवी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के पिता राजेश नरवाल ने इस कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जब पहलगाम में यह हमला हुआ था तभी मैंने कहा था कि मुझे भारत सरकार पर पूरा भरोसा है कि वो अपना काम कर रही है। और आज सरकार ने वो काम करके दिखाया है। उन्होंने कहा कि जिन परिवारों ने अपने अपने बेटे खोए हैं उनकी जिंदगी तो वापस नहीं आएगी लेकिन उस वक्त मैंने यही कहा था कि जवाब ऐसा हो कि फिर कोई ऐसी कायराना हरकत करने की हिम्मत न करे। भारत सरकार ने जो कदम उठाया है वह बिल्कुल सही है। पाकिस्तान में 9 ठिकानों पर हुआ हमला उनके दिलो-दिमाग में गूंजता रहेगा और वे आगे से ऐसी गलती दोबारा नहीं करेंगे।

शहीद की मां ने कहा मोदी सरकार ने लिया सही बदला

लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की मां आशा नरवाल ने कहा कि मेरी पूरी फैमिली मोदी जी के साथ है। उन्होंने आज हमारे बेटे की शहादत का बदला लिया है। मैं देश के सभी सैनिकों से कहना चाहती हूं कि वो आगे बढ़ते रहें। आज उन सभी वीरों को सच्ची श्रद्धांजलि दी गई है जिन्होंने देश की रक्षा में अपने प्राण गंवाए। हमारे बेटे की शहादत को व्यर्थ नहीं जाने दिया गया और यही सबसे बड़ा सुकून है।

‘Operation Sindoor’ ने लिया हर बहन के सिंदूर का बदला

विनय नरवाल के ससुर सुनील स्वामी ने कहा कि हमें यह खबर सुनकर सुकून मिला है। हम सभी लंबे समय से इस दिन का इंतजार कर रहे थे। मेरी बेटी हिमांशी बार बार पूछती थी कि बदला कब लिया जाएगा। सरकार ने जो कदम उठाया है उससे अब हमें उम्मीद है कि आगे और बड़ी कार्रवाई होगी जिससे कोई और बहन या बेटी अपने सिंदूर को न गंवाए। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन सिंदूर इसलिए है क्योंकि आतंकियों ने जानबूझकर पुरुषों को मारा और महिलाओं को छोड़ा ताकि उनके मांग का सिंदूर मिट जाए। अब हमें ऐसे निर्णायक और अंतिम कार्रवाई की जरूरत है जिससे दुश्मनों का हमेशा के लिए खात्मा हो जाए। पूरा देश इस कदम से राहत महसूस कर रहा है और आतंकियों को करारा जवाब मिल चुका है।