S Jaishankar की तीन देशों की यात्रा शुरू, नीदरलैंड में हुई अहम बातचीत और सहयोग बढ़ाने की प्रतिबद्धता

S Jaishankar की तीन देशों की यात्रा शुरू, नीदरलैंड में हुई अहम बातचीत और सहयोग बढ़ाने की प्रतिबद्धता

नीदरलैंड के प्रधानमंत्री डिक स्कूफ ने मंगलवार को भारत के विदेश मंत्री S Jaishankar से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए व्यापार, तकनीक और सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की। डिक स्कूफ ने भारत के सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई का भी समर्थन किया। इस बातचीत में दोनों पक्षों ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखाते हुए आपसी सहयोग की अहमियत पर जोर दिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नीदरलैंड दौरे पर रोक

डिक स्कूफ ने S Jaishankar से मिलने के बाद कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नीदरलैंड आने का इंतजार कर रहे हैं। मोदी मई के मध्य में क्रोएशिया, नॉर्वे और नीदरलैंड का दौरा करने वाले थे, लेकिन पाकिस्तान के साथ बढ़ती तनाव के कारण यह यात्रा रद्द करनी पड़ी। पाहलगाम आतंकवादी हमला इसी तनाव का मुख्य कारण था। दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने से बचना सभी के लिए बेहतर है, इस बात पर डिक स्कूफ ने जोर दिया।

S Jaishankar की तीन देशों की यात्रा शुरू, नीदरलैंड में हुई अहम बातचीत और सहयोग बढ़ाने की प्रतिबद्धता

S Jaishankar ने नीदरलैंड के प्रधानमंत्री को किया धन्यवाद

मुलाकात के दौरान जयशंकर ने डिक स्कूफ का आतंकवाद के खिलाफ कड़े रुख के लिए धन्यवाद किया। डिक स्कूफ ने अपनी बातचीत के बाद सोशल मीडिया पर कहा कि उन्होंने पाहलगाम हमले के बाद भारत के आतंकवाद से लड़ने के प्रयासों का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि दुनिया तेजी से बदल रही है और इस बदलती दुनिया में भारत और नीदरलैंड के बीच भरोसे को बनाए रखना जरूरी है। दोनों देशों के बीच लंबी अवधि का सहयोग व्यापार, नई तकनीक, कृषि और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में बढ़ाने पर भी चर्चा हुई।

जयशंकर की तीन देशों की यात्रा और भारत-नीदरलैंड संबंधों की मजबूती

जयशंकर सोमवार को नीदरलैंड पहुंचे, जो उनकी तीन देशों की यात्रा का पहला पड़ाव है। इसके बाद वह डेनमार्क और जर्मनी का दौरा करेंगे। विदेश मंत्रालय ने बताया कि दोनों पक्ष भारत-नीदरलैंड के बढ़ते हुए रणनीतिक मेलजोल से संतुष्ट हैं। उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने पर सहमति जताई है। यह सहयोग आने वाले समय में दोनों देशों के बीच विकास और सुरक्षा के नए आयाम खोलेगा।