Sikkim Landslide: उत्तर पूर्व भारत में लगातार हो रही बारिश ने हालात बेहद खराब कर दिए हैं। सिक्किम के छाटेन इलाके में बाढ़ और भूस्खलन के चलते कम से कम तीन लोगों की मौत हो चुकी है और छह जवान लापता बताए जा रहे हैं। सेना का एक कैंप भूस्खलन की चपेट में आ गया जिससे यह हादसा हुआ। एक रक्षा अधिकारी ने बताया कि तीन लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं जबकि चार लोगों को मामूली चोटों के साथ बचा लिया गया है। फिलहाल सेना की रेस्क्यू टीम बेहद मुश्किल हालात में चौबीसों घंटे तलाश अभियान चला रही है ताकि छह लापता जवानों का पता लगाया जा सके।
सिक्किम के मंगन जिले में रेड अलर्ट
स्थिति को गंभीर देखते हुए सिक्किम सरकार ने मंगन जिले के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया है। लगातार हो रही बारिश की वजह से तीस्ता नदी में पानी का स्तर खतरनाक रूप से बढ़ गया है जिससे आसपास के इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। मंगन के पुलिस अधीक्षक सोनम डेचु भूटिया ने बताया कि कई जगहों पर भूस्खलन के कारण सड़कों पर आवाजाही बंद हो गई है। प्रशासन ने पर्यटकों को सलाह दी है कि वे अपनी सुरक्षा के लिए होटलों में ही ठहरे रहें और अनावश्यक बाहर न निकलें।
Damage to vital roads and bridges in North Sikkim after heavy, incessant rain triggered landslides.
There was also a cloudburst in the region on the intervening night of May 30 and 31, after which the Teesta River swelled 35 to 40 ft.#SikkimFloods https://t.co/gjKt1yhgUS pic.twitter.com/fdi6cn3Wjk
— Vani Mehrotra (@vani_mehrotra) June 2, 2025
फंसे पर्यटकों को निकालने की कोशिशें जारी
सिक्किम में फंसे पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए पुलिस, वन विभाग और लाचुंग होटल एसोसिएशन की टीमें मिलकर काम कर रही हैं। प्रशासन पूरी ताकत से राहत और बचाव कार्य में जुटा हुआ है। इससे पहले खबर आई थी कि सिक्किम में बाढ़ के चलते 32 लोगों की जान जा चुकी है। हालात को देखते हुए रेस्क्यू टीम लगातार अलर्ट पर है और लोगों से अपील की जा रही है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
मणिपुर में बाढ़ से तबाही और राहत शिविर
सिक्किम के साथ-साथ मणिपुर में भी बारिश ने भारी तबाही मचाई है। पिछले चार दिनों में लगातार मूसलाधार बारिश के चलते मणिपुर में 3,365 घर पूरी तरह तबाह हो चुके हैं। लोगों की मुश्किलें कम करने के लिए प्रशासन ने 31 राहत शिविर खोले हैं जहां प्रभावित परिवारों को अस्थायी रूप से शरण दी जा रही है। बाढ़ से निपटने के लिए सरकार और राहत एजेंसियां लगातार प्रयास कर रही हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों की जान और माल की रक्षा की जा सके। हालात पर नजर रखने के लिए राज्य सरकार ने सभी अधिकारियों को सतर्क रहने का आदेश दिया है।