नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट टीम में मौका मिलना टैलेंट के साथ-साथ किस्मत की बात भी होती है. कई क्रिकेटरों को बार-बार नाकाम होने के बाद भी मौके मिल जाते हैं तो कई क्रिकेटरों ने एक मौका गंवाया नहीं कि पूरे करियर के लिए बाहर हो गए. लेकिन फैज फजल (Faiz Fazal) शायद उन गिने-चुने खिलाड़ियों में से एक हैं, जिन्हें बेहतरीन प्रदर्शन करने के बाद भी टीम इंडिया में दोबारा मौका नहीं मिला.
38 साल के फैज फजल (Faiz Fazal) ने अपनी ज्यादातर क्रिकेट विदर्भ के लिए खेली. उन्होंने 138 फर्स्टक्लास मैच खेले और इनमें 24 शतकों की मदद से 9,184 रन बनाए. भरोसेमंद ओपनर रहे फैज फजल ने अपनी कप्तानी में विदर्भ को रणजी चैंपियन (Ranji Trophy) भी बनाया. घरेलू क्रिकेट में करीब 15 साल तक लगातार बेहतरीन प्रदर्शन का इनाम उन्हें 2016 में मिला, जब उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) में चुना गया.
फैज फजल ने 15 जून 2016 में वनडे क्रिकेट में डेब्यू किया और जिम्बाब्वे के खिलाफ अपने पहले मैच में 55 रन की बेहतरीन पारी खेली. एमएस धोनी की कप्तानी में उतरे फैज फजल को ओपनिंग का मौका मिला और उन्होंने केएल राहुल के साथ मिलकर भारत को 10 विकेट से जीत दिलाई. केएल राहुल 63 और फैज फजल 55 रन पर नाबाद रहे.
बहरहाल यह फैज फजल की भारत के लिए पहली की साथ-साथ आखिरी पारी भी साबित हुई. बीसीसीआई ने जब अगली सीरीज के लिए भारतीय टीम घोषित की तो उससे फैज फजल का नाम गायब था. फैज फजल इसके बाद घरेलू क्रिकेट में खूब रन बनाते रहे, लेकिन रोहित शर्मा, शिखर धवन, केएल राहुल जैसे ओपनर्स के चलते उन्हें टीम इंडिया में जगह नहीं मिली.
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समय के साथ भारतीय टीम के ओपनर्स बदलते रहे. जब कभी रोहित शर्मा और शिखर धवन अनफिट होते या उन्हें रेस्ट दिया जाता तो दूसरे युवा क्रिकेटरों को मौका दिया जाता, लेकिन फैज फजल का नाम गायब ही रहता. हालांकि, घरेलू क्रिकेट में फैज का जलवा कायम रहा. लेकिन रणजी ट्रॉफी के मौजूदा में फैज फजल की टीम विदर्भ क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर सकती और इसके साथ ही उन्होंने संन्यास ले लिया.
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Tags: Indian Cricket Team, Ranji Trophy, Team india
FIRST PUBLISHED : February 20, 2024, 06:56 IST