17 सितंबर से संस्कार स्वच्छता की भावना को जन-जन के सामने उजागर करना है।
*”स्वच्छता ही सेवा-2024″ अभियान चलाया जायेगा*

*स्वच्छता में उत्कृष्टता के लिए जिला-तालुका-ग्राम स्तर पर 34.80 करोड़ रुपये प्राप्त*
*222 पुरस्कार दिये जायेंगे*
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*प्रधानमंत्री श्री नरेंद्रभाई मोदी की प्रेरणा से होने वाले “स्वच्छता ही सेवा” अभियान में*
*स्वच्छता लक्ष्य इकाई- इस वर्ष स्वच्छता एवं सफाई मित्र सुरक्षा शिविर आयामों में जनभागीदारी की जाएगी*
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*प्रधानमंत्री का जन्मदिन 17 सितंबर से 31 अक्टूबर तक गुजरात में “स्वच्छता ही सेवा”*
*नागरिकों के व्यक्तिगत प्रतिनिधित्व स्थल पर निवारण की पारदर्शिता के साथ “सेवासेतु” की 10वीं कड़ी की राज्यव्यापी योजना*
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*मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल ने नगर निगम आयुक्तों, जिला कलेक्टरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस कर पूरी योजना को अंतिम रूप दिया*
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*स्वच्छता कार्यक्रम को वर्ष भर भी निरंतर चालू रखने हेतु तंत्र विकसित करने हेतु सिस्टम संचालकों को मुख्यमंत्री का निर्देश*
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स्वच्छता और सुशासन के जन आंदोलन के प्रेरणा स्रोत प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र भाई मोदी के जन्मदिन 17 सितंबर से देशभर में ‘स्वच्छता ही सेवा-2024’ अभियान शुरू होने जा रहा है।

मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल ने ‘स्वभाव स्वच्छता-संस्कार स्वच्छता’ की सामूहिक भावना को लोगों के सामने उजागर करने के उद्देश्य से चलाए जा रहे इस अभियान को पूरे गुजरात में जनभागीदारी से सफल बनाने का निर्णय लिया है।

इस संबंध में मुख्यमंत्री ने गांधीनगर से राज्य के महानगरों के नगर निगम आयुक्तों और जिला कलेक्टरों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस की और अभियान योजना को दिए जा रहे अंतिम ओपी की व्यापक समीक्षा की।

मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल ने इस बैठक में मार्गदर्शन देते हुए कहा कि स्वच्छता एवं स्वच्छता के कार्यक्रम पूरे प्रदेश में बल्कि वर्ष भर भी निरंतर चलते रहें ऐसा तंत्र स्थापित करके ही हम ‘स्वभाव स्वच्छता-संस्कार स्वच्छता’ को सही मायने में सार्थक बना सकते हैं।

उन्होंने राज्य सरकार की पारदर्शी, संवेदनशील और सक्रिय प्रशासनिक व्यवस्था को और तेज करते हुए नागरिकों के व्यक्तिगत अभ्यावेदन के ऑन-साइट निपटान के लिए एक अभिनव प्रयोग “सेवासेतु” के 10वें चरण की पूर्व-योजना तैयारियों की भी समीक्षा की।       

“स्वच्छता ही सेवा-2024” अभियान और गुजरात में सेवासेतु का 10वां चरण दोनों दिनांकित  यह जनभागीदारी के साथ 17 सितंबर से 31 अक्टूबर तक आयोजित किया जाएगा।

इन दोनों जनहित मूलक कार्यक्रमों की विस्तृत कार्ययोजना का प्रस्तुतिकरण मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल के समक्ष वीडियो कॉन्फ्रेंस में किया गया।  मुख्य सचिव श्री राजकुमार ने शहरों एवं जिलों में इन कार्यक्रमों को लेकर व्यवस्था की तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की.

इस बैठक में बताया गया कि इस वर्ष का स्वच्छता ही सेवा-2024 अभियान तीन मुख्य स्तंभों पर आयोजित किया जाएगा।

तदनुसार स्वच्छता लक्ष्य इकाइयों की पहचान कर एक निश्चित समय सीमा के भीतर सफाई की जाएगी और समग्र सामान्य सफाई को भी प्राथमिकता दी जाएगी।  प्रदेश में अब तक ऐसे 14778 सीटीयू की पहचान की जा चुकी है।

इस अभियान में जनभागीदारी को व्यापक रूप से शामिल करने के लिए स्वच्छता शपथ, नुक्कड़ नाटक, वॉल पेंटिंग, वेस्ट टू आर्ट के अलावा स्वच्छता विषय पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।

सरकारी कार्यालयों में भी स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए जिला-राज्य स्तरीय स्वच्छ कार्यालय प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी और स्वच्छता की सामूहिक शपथ दिलाई जाएगी। 

स्वच्छता कर्मियों की सुरक्षा के लिए विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं, स्वास्थ्य जांच शिविरों और शिविरों का लाभ प्रदान करने के लिए अभियान के तीसरे स्तंभ के रूप में भी शामिल किया गया है।

ग्रामीण क्षेत्रों में इस “स्वच्छता ही सेवा-2024” में विभिन्न मापदंडों-मानदंडों में उत्कृष्टता के लिए सर्वश्रेष्ठ जिलों, तालुकों और गांवों को कुल रु।  निर्मल गुजरात 2.0 के तहत 34.80 करोड़ के 222 पुरस्कार दिए जाएंगे।

मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल ने “स्वच्छता ही सेवा” के इस अभियान में इंजीनियरिंग एवं स्वच्छता के साथ-साथ सार्वजनिक स्वच्छता एवं बारिश के कारण सड़कों, नालियों की मरम्मत को भी शामिल करने के निर्देश दिये हैं।

उन्होंने ‘सेवासेतु’ में लोगों को मिलने वाले विभिन्न योजनाओं के लाभ में लाभार्थियों के लिए संतोषजनक व्यवस्था के साथ ऑन-द-स्पॉट समस्या समाधान प्रणाली को मजबूत करने का भी निर्देश दिया।

इस वीडियो कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव सर्वश्री पंकज जोशी, एम.के.  दास और राजस्व विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती.  जयंती रवि और संबंधित विभागों के वरिष्ठ सचिव भी शामिल हुए।

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