Bihar Politics: मुर्शिदाबाद हिंसा पर बिहार के राज्यपाल का बयान – क्या है क़ुरान की चेतावनी?

Bihar Politics: मुर्शिदाबाद हिंसा पर बिहार के राज्यपाल का बयान – क्या है क़ुरान की चेतावनी?

Bihar Politics: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ संशोधन अधिनियम के विरोध के दौरान भड़की हिंसा पर बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि चाहे हालात जैसे भी हों लेकिन जो भी व्यक्ति समाज को बांटने की कोशिश करेगा उसके लिए कुरान में साफ तौर पर सजा का जिक्र है। उन्होंने यह बात ऐसे समय में कही जब मुर्शिदाबाद की घटना को लेकर पूरे देश में गहरी चिंता जताई जा रही है। राज्यपाल का यह बयान हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ एक कड़ा संदेश माना जा रहा है।

राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने पहुंचकर जताई संवेदना

मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा के बाद वहां के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने हर्गोविंद दास और चंदन दास के घर जाकर उनके परिजनों से बात की और उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिया। बताया गया कि दोनों मृतकों की लाशें शमशेरगंज के जाफराबाद इलाके में उनके घर में मिली थीं और उन पर चाकुओं से हमला किया गया था। इस मामले को लेकर परिजनों ने सीबीआई जांच की मांग की है। राज्यपाल ने घटना को बेहद दुखद बताते हुए कहा कि सरकार और प्रशासन पीड़ितों के साथ खड़ा है।

भाजपा नेता ने ममता बनर्जी पर लगाया आरोप

हिंसा को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है। भाजपा नेता दिलीप घोष ने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी की शह पर ही यह हिंसा हुई है। घोष ने आरोप लगाया कि हिंसा से पहले एक वायरल वीडियो में देखा गया कि तृणमूल कांग्रेस के लोग खुद भीड़ को भड़का रहे थे। उन्होंने सवाल किया कि जब राज्य सरकार के पास प्रशासन है तो उसने समय रहते कार्रवाई क्यों नहीं की। उन्होंने मांग की कि दोषियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और पीड़ितों को न्याय दिलाया जाए।

हिंसा की शुरुआत कैसे हुई और क्या हुआ कोर्ट में

राज्य सरकार ने इस हिंसा को लेकर कोलकाता हाईकोर्ट में एक हलफनामा दाखिल किया है जिसमें बताया गया कि हिंसा के दिन करीब 10 हजार लोगों की भीड़ जमा हुई थी। भीड़ में से करीब 10 लोग घातक हथियारों से लैस थे जिनसे पुलिसकर्मियों की जान पर बन आई थी। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि भीड़ ने तैनात एक पुलिसकर्मी की पिस्टल तक छीन ली थी और एसडीपीओ की सरकारी गाड़ी को आग के हवाले कर दिया था। पीडब्ल्यूडी ग्राउंड पर जमा हुई भीड़ का एक बड़ा हिस्सा उमरपुर की ओर बढ़ा और एनएच को ब्लॉक कर दिया। इसके बाद भीड़ पूरी तरह से बेकाबू हो गई और पत्थरबाजी करने लगी। इस हिंसा में कुछ लोगों की जान भी चली गई जिससे पूरे इलाके में तनाव फैल गया है।