INS Surat की सफलता: भारत ने समुद्री सुरक्षा में एक और अहम कदम उठाया!

INS Surat की सफलता: भारत ने समुद्री सुरक्षा में एक और अहम कदम उठाया!

INS Surat की सफलता: जब जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने हमला किया उसी वक्त समंदर में भारत ने एक बड़ी और गर्व की बात कर दिखायी। भारतीय नौसेना के स्वदेशी गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर आईएनएस सूरत ने समंदर में सटीक निशाना लगाकर एक दुश्मन टारगेट को तबाह कर दिया। ये सिर्फ एक परीक्षण नहीं था बल्कि देश की समुद्री सुरक्षा को और मजबूत बनाने वाला ऐतिहासिक कदम था। यह कामयाबी भारत की स्वदेशी जहाज निर्माण क्षमता और आत्मनिर्भर रक्षा उत्पादन की दिशा में किए जा रहे प्रयासों को एक नई ऊंचाई देती है। इस परीक्षण ने यह भी दिखा दिया कि भारत की समुद्री सीमाएं अब और ज्यादा सुरक्षित हैं।

आईएनएस सूरत का कमाल और आत्मनिर्भर भारत का संदेश

आईएनएस सूरत कोई साधारण जहाज नहीं है। यह दुश्मन के मिसाइल को खुद पहचानने और उन्हें हवा या पानी में ही मार गिराने की क्षमता रखता है। यानी अगर कोई हमला होता है तो यह युद्धपोत खुद ही उस खतरे को खत्म कर सकता है। भारत की ज्यादातर सीमाएं समुद्र से जुड़ी हैं और ऐसे में आईएनएस सूरत की यह सफलता देश की सुरक्षा के लिए बेहद अहम हो जाती है। नौसेना ने इस परीक्षण का वीडियो भी शेयर किया है जिसमें साफ देखा जा सकता है कि कैसे यह जहाज टारगेट को खत्म करता है। वीडियो के साथ भारतीय नौसेना ने लिखा है कि यह हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है कि हम देश के समुद्री हितों की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह समर्पित हैं और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में मजबूती से बढ़ रहे हैं।

पाकिस्तान भी कर रहा है मिसाइल परीक्षण की तैयारी

इस बीच पाकिस्तान भी चुप नहीं बैठा है। समाचार एजेंसी एएनआई ने रक्षा सूत्रों के हवाले से बताया कि पाकिस्तान कराची तट के पास अपनी विशेष आर्थिक क्षेत्र में सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल का परीक्षण करने जा रहा है। यह परीक्षण 24 और 25 अप्रैल के बीच होना है। भारतीय एजेंसियां इस पूरे घटनाक्रम पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं। यह स्पष्ट है कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव केवल जमीनी नहीं बल्कि समुद्री मोर्चे पर भी बढ़ता जा रहा है। ऐसे समय में INS सूरत की यह सफलता भारत के लिए एक रणनीतिक बढ़त की तरह है।

पाकिस्तानी नागरिकों पर भारत ने कसी नकेल

पाहलगाम में हुए आतंकी हमले में पाकिस्तान समर्थित आतंकियों के शामिल होने के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं। सरकार ने पांच बड़े फैसले किए हैं। सबसे पहले सभी पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का आदेश दिया गया है। अटारी बॉर्डर को बंद कर दिया गया है और सिंधु जल संधि को रद्द कर दिया गया है। इसके अलावा पाकिस्तानी नागरिकों को जारी वीजा भी रोक दिए गए हैं और दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या को 55 से घटाकर 30 कर दिया गया है। अतिरिक्त स्टाफ को सात दिनों के अंदर भारत छोड़ना होगा। यह सभी फैसले पाकिस्तान को कड़ा संदेश देने के लिए लिए गए हैं कि भारत अब आतंकवाद को लेकर किसी तरह की नरमी नहीं बरतेगा।