Maha Kumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 के दौरान भारी भीड़ और ट्रैफिक जाम की समस्या गंभीर रूप लेती जा रही है। इस बढ़ते संकट को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद मोर्चा संभाल लिया है और अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि स्थिति को शीघ्र सुधारें।
हाल ही में हुई एक समीक्षा बैठक में सीएम योगी ने एडीजी ट्रैफिक और एडीजी प्रयागराज के खिलाफ कड़ी नाराजगी जताई। सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री ने दोनों वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से सख्त सवाल किए और कहा कि अगर समय रहते सुधारात्मक कदम नहीं उठाए गए, तो निलंबन की कार्रवाई की जा सकती है।
सीएम योगी का गुस्सा: एडीजी प्रयागराज और ट्रैफिक पर सख्त टिप्पणियाँ
सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एडीजी प्रयागराज, भानु भास्कर से कहा कि, “आपके पास इतनी बड़ी जिम्मेदारी है, फिर भी आप अपनी जिम्मेदारी से कैसे बच सकते हैं? हर किसी को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए, और इसे दूसरों पर न डाला जाए।” इसके साथ ही, सीएम योगी ने एडीजी ट्रैफिक सत्यानारायण से भी कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, “इतनी बड़ी जाम की स्थिति में आप और आपकी टीम कहां थे? आपकी जिम्मेदारी के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए, और यह स्थिति निलंबन की कार्रवाई का कारण बन सकती है।”
महाकुंभ में जाम की समस्या और सीएम योगी का कड़ा निर्देश
सीएम योगी ने अधिकारियों से कहा कि सभी को यह समझना चाहिए कि हफ्ते के अंत में और खासकर धार्मिक त्योहारों पर लोगों की संख्या में भारी वृद्धि होती है। उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि शनिवार और रविवार को जाम की स्थिति को लेकर आपने क्या इंतजाम किए थे। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि मुख्य स्नान दिवस पर अधिकारी महत्वपूर्ण स्थानों पर मौजूद नहीं थे, जिससे व्यवस्था बिगड़ी।
इसके बाद, सीएम योगी ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि वे जनसंख्या नियंत्रण के लिए कड़ी निगरानी और उपाय लागू करें। विशेष रूप से, माघ पूर्णिमा जैसे प्रमुख दिन के लिए अतिरिक्त सतर्कता बरतने की बात कही गई, जिस दिन महाकुंभ में भारी भीड़ की संभावना है।
ट्रैफिक की स्थिति सुधारने के लिए अधिकारियों की योजना
महाकुंभ के दौरान प्रयागराज और उसके आसपास के जिलों में भारी भीड़ के कारण मुख्य मार्गों पर ट्रैफिक जाम की स्थिति लगातार बनी हुई है। इस पर काबू पाने के लिए प्रशासन ने ट्रैफिक डायवर्जन लागू किया है और सार्वजनिक परिवहन विकल्पों को बढ़ाया है। इसके अलावा, पुलिस और प्रशासन ने अतिरिक्त कर्मियों की तैनाती की है, ताकि यातायात व्यवस्था को नियंत्रित किया जा सके।
राज्य सरकार ने धार्मिक यात्रियों से अपील की है कि वे नए यातायात व्यवस्थाओं में सहयोग करें, ताकि उनकी यात्रा सरल और बिना किसी दिक्कत के पूरी हो सके। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रशासन के सभी अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारियों का सही तरीके से पालन करना होगा, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
आने वाले दिनों में और सख्ती: माघ पूर्णिमा पर विशेष ध्यान
सीएम योगी ने विशेष रूप से माघ पूर्णिमा के दिन की तैयारी पर ध्यान केंद्रित किया, जिस दिन महाकुंभ के श्रद्धालु संगम में स्नान करने के लिए अधिक संख्या में आएंगे। यह दिन विशेष महत्व रखता है, और सीएम ने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि किसी भी प्रकार की भीड़ या ट्रैफिक जाम की स्थिति न बने।
इसके साथ ही, पुलिस और प्रशासन को ट्रैफिक फ्लो सुधारने के लिए एक्शन प्लान तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके तहत डायवर्जन, विशेष पार्किंग व्यवस्था, और सार्वजनिक परिवहन को बढ़ाने की योजना पर काम किया जा रहा है।
भविष्य में सुधार की दिशा में उम्मीदें
प्रशासन की कोशिश है कि आने वाले दिनों में स्थिति और अधिक बिगड़े न, और हर व्यक्ति को उनकी यात्रा में कोई परेशानी न हो। राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन की इस पहल से उम्मीद जताई जा रही है कि महाकुंभ के अंतिम दिनों में यातायात की स्थिति में सुधार होगा। इसके साथ ही, श्रद्धालुओं की सुरक्षा और उनकी यात्रा के सुगम बनाने के लिए प्रशासन और पुलिस की कड़ी निगरानी भी जारी रहेगी।
महाकुंभ के दौरान उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में भारी भीड़ और ट्रैफिक की समस्या को देखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने खुद निगरानी और सुधारात्मक कदम उठाने का बीड़ा उठाया है। अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए उन्होंने कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए हैं, और महाकुंभ के अगले प्रमुख दिनों में स्थिति सुधारने की दिशा में काम किया जा रहा है।
श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे प्रशासन द्वारा दिए गए नए दिशा-निर्देशों का पालन करें, ताकि उनकी यात्रा सुरक्षित और परेशानी रहित हो।