Pahalgam Attack: पाकिस्तान पूरी तरह से इस बात को मान चुका है कि भारत निश्चित रूप से उस पर हमला करेगा। इसलिए पाकिस्तान ने हर स्तर पर अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। खैबर पख्तूनख्वा में एयर राड सायरन लगवाने और सीमा के पास स्थित गांवों में बंकरों का निर्माण बढ़ाने के बाद अब पाकिस्तान सरकार ने पीओके के नागरिकों से खाद्यान्न जमा करने की अपील की है। पाकिस्तान का मानना है कि अगर युद्ध हुआ तो नागरिकों को खाद्यान्न की कमी नहीं होनी चाहिए।
भारत-पाक सीमा पर बढ़ती तनाव की स्थिति
यह कदम पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत-पाक सीमा के पास बढ़ते तनाव के मद्देनज़र उठाया है। पाकिस्तान ने एलओसी के पास रहने वाले नागरिकों को पर्याप्त खाद्य सामग्री का भंडारण करने की सलाह दी है। इसका मतलब यह है कि पाकिस्तान इस बात को स्वीकार कर चुका है कि भारतीय सेना इस आतंकी हमले का जवाब जरूर देगी। पाकिस्तान यह जानता है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो भी कहते हैं, वह हमेशा उसे पूरा करते हैं।
भारत ने पहले भी की थी सर्जिकल स्ट्राइक
पाकिस्तान का विश्वास भारत के हमले को लेकर इस वजह से और भी मजबूत हुआ है क्योंकि भारतीय सेना ने पहले भी उरी और पुलवामा हमलों का जवाब सर्जिकल स्ट्राइक के रूप में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और बालाकोट में दिया था। इन हमलों के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि आतंकवादियों को उनकी हरकतों का खामियाजा भुगतना होगा। अब पहलगाम हमले के बाद भी पीएम मोदी ने यह साफ किया है कि जो भी आतंकवादी कहीं भी छिपे होंगे, उन्हें उनकी सोच से भी बड़ा सजा मिलेगी।
भारत के सख्त रुख से पाकिस्तान में बढ़ी चिंता
पाकिस्तान के इस कदम से यह साफ हो गया है कि उसे भारत के रुख का डर है। पीएम मोदी की बातों में ताकत है और पाकिस्तान को पूरा विश्वास है कि भारत अपनी धमकी को पूरा करेगा। इस बार भी पाकिस्तान ने खाद्यान्न भंडारण के जरिए अपनी तैयारी दिखा दी है, जिससे साफ है कि उसे भारतीय सेना के हमले का डर सता रहा है। पाकिस्तान ने अपने नागरिकों से कहा है कि वे पर्याप्त राशन जमा करें, ताकि अगर युद्ध की स्थिति बनती है तो उन्हें कोई दिक्कत न हो।