Delhi Airport: एयर इंडिया द्वारा बुजुर्ग महिला को व्हीलचेयर न देने के कारण गंभीर चोटें आईं, पारुल कंवर ने सोशल मीडिया पर किया आरोप

Delhi Airport: एयर इंडिया द्वारा बुजुर्ग महिला को व्हीलचेयर न देने के कारण गंभीर चोटें आईं, पारुल कंवर ने सोशल मीडिया पर किया आरोप

Delhi Airport: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पारुल कंवर ने एक गंभीर घटना का खुलासा करते हुए एयर इंडिया पर आरोप लगाया है कि उनकी 82 वर्षीय दादी को एयरलाइन द्वारा बुक किए गए व्हीलचेयर के बावजूद व्हीलचेयर मुहैया नहीं कराई गई। इस कारण से बुजुर्ग महिला गिर गईं और गंभीर रूप से घायल हो गईं। पारुल कंवर ने 7 मार्च, 2025 को एक पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि इस घटना ने यह साबित कर दिया कि मानव जीवन और स्वास्थ्य की कोई अहमियत नहीं रह गई है।

व्हीलचेयर न मिलने से महिला को आई गंभीर चोटें

पारुल कंवर ने बताया कि उनकी 82 वर्षीय दादी का दिल्ली से बेंगलुरु यात्रा करने का कार्यक्रम था और इस यात्रा के लिए एयर इंडिया ने व्हीलचेयर पहले से बुक कर दी थी। व्हीलचेयर की पुष्टि भी हो गई थी, लेकिन जब वे एयरपोर्ट पहुंचे तो व्हीलचेयर की व्यवस्था नहीं की गई। पारुल ने कहा, “हमने एयरलाइन स्टाफ, एयरपोर्ट हेल्प डेस्क और इंडिगो के वैकल्पिक स्टाफ से एक घंटे तक व्हीलचेयर के लिए अनुरोध किया, लेकिन किसी ने हमारी मदद नहीं की।”

इसके बाद, परिवार के सदस्य ने किसी तरह दादी को तिहरे पार्किंग लेन तक ले जाने की कोशिश की, जहां से वह पैदल चलने के लिए मजबूर हो गईं। जैसे ही उनकी दादी के पैर जवाब देने लगे, वह गिर गईं और उन्हें गंभीर चोटें आईं। पारुल ने बताया कि उनकी दादी को तुरंत आईसीयू में भर्ती किया गया और उनका इलाज चल रहा है।

पारुल कंवर का सोशल मीडिया पोस्ट

पारुल कंवर ने सोशल मीडिया पर इस घटनाक्रम का विवरण साझा करते हुए एयर इंडिया और संबंधित अधिकारियों पर कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा, “मैं यह पोस्ट इसलिए शेयर कर रही हूं क्योंकि मेरे पास कोई और विकल्प नहीं था। मैं गुस्से में हूं कि इंसान की जिंदगी और स्वास्थ्य को इतनी कम कीमत दी जा रही है। एयर इंडिया, आपने मेरी दादी के साथ कितना बुरा व्यवहार किया और उन्हें कितना कम सम्मान दिया। आपको शर्म आनी चाहिए।”

पारुल ने इस पोस्ट में अपनी दादी की तस्वीरें भी साझा की हैं, जिनमें यह दिखाया गया है कि 3 मार्च को उनके पोते की शादी में दादी बिल्कुल स्वस्थ थीं, लेकिन 4 और 5 मार्च को उनकी स्थिति बेहद खराब हो गई।

चिंता का विषय: एयरलाइंस की लापरवाही

यह घटना केवल एक व्यक्तिगत मामला नहीं, बल्कि यह एयरलाइंस और एयरपोर्ट प्रबंधन के खिलाफ एक गंभीर सवाल उठाती है। बुजुर्गों और विकलांग यात्रियों के लिए व्हीलचेयर जैसी सुविधाओं की अनुपलब्धता से यह साबित होता है कि एयरलाइंस को इस पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। विशेष रूप से बुजुर्गों के लिए यात्रा के दौरान अतिरिक्त देखभाल और सुरक्षा की आवश्यकता होती है, और अगर यह सही तरीके से नहीं प्रदान किया जाता है, तो यह न केवल यात्री की सुरक्षा के लिए खतरनाक होता है, बल्कि एयरलाइंस की छवि को भी नुकसान पहुंचाता है।

पारुल कंवर की शिकायत और DGCA की कार्रवाई

पारुल कंवर ने इस मामले में एयर इंडिया और नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) से शिकायत की है। उन्होंने इस घटना के बारे में विस्तार से जानकारी दी और अपनी शिकायत में कहा कि एयर इंडिया की लापरवाही के कारण उनकी दादी को गंभीर चोटें आईं। उन्होंने अपनी पोस्ट में DGCA, दिल्ली एयरपोर्ट और एयर इंडिया को टैग करते हुए उचित कार्रवाई की मांग की है।

क्या है DGCA की जिम्मेदारी?

भारत में नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) के दिशा-निर्देशों के तहत, एयरलाइंस को विशेष रूप से विकलांग व्यक्तियों, बुजुर्गों और अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं वाले यात्रियों के लिए व्हीलचेयर और अन्य सहायक सुविधाएं प्रदान करने का कानूनी दायित्व है। यदि एयर इंडिया ने इस दायित्व का पालन नहीं किया और यात्री की सुरक्षा की अनदेखी की, तो यह एक गंभीर मामला बन सकता है।

सुरक्षा और देखभाल की जिम्मेदारी

यह घटना हमें यह याद दिलाती है कि हवाई यात्रा के दौरान यात्रियों की सुरक्षा और सहूलत उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी उनकी यात्रा की अन्य व्यवस्थाएं। विशेष रूप से बुजुर्गों और शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्तियों को यात्रा के दौरान अतिरिक्त देखभाल की आवश्यकता होती है, और यह एयरलाइंस का कर्तव्य है कि वे इन यात्रियों को सभी आवश्यक सहूलतें प्रदान करें।

पारुल कंवर द्वारा उठाया गया यह मुद्दा केवल एक परिवार की परेशानी नहीं, बल्कि यह एक बड़ा सामाजिक और कानूनी सवाल बन चुका है। एयरलाइंस और एयरपोर्ट प्रबंधन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे यात्रियों को उनकी यात्रा के दौरान पूरी सुरक्षा और सहूलत प्रदान करें, विशेष रूप से तब जब वे शारीरिक रूप से कमजोर हों। यह घटना इस बात का संकेत है कि एयरलाइंस को अपनी सेवाओं में सुधार करने की सख्त जरूरत है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।

यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मामले में DGCA और एयर इंडिया की तरफ से क्या प्रतिक्रिया होती है, और क्या कोई कार्रवाई की जाती है।